सीएम के निर्देश के बाद भी नहीं सुधर रही सड़कों की स्थिति, बदहाल नेशनल हाईवे पर ई-रिक्शा पलटने से 12 बच्चे बाल-बाल बचे, इधर अधिकारी पीट रहे गुणवत्ता का ढिंढोरा

अनिल सुथार, वरिष्ठ पत्रकार,कुसुमकसा। मुख्यमंत्री के निर्देश के बावजूद बालोद जिले में सड़कों की स्थिति नहीं सुधर रही है। ठेकेदार सड़कों में नियम कायदों को ताक पर रखकर काम कर रहें। विगत दिनों स्वयं कलेक्टर कुलदीप शर्मा भी स्थल निरीक्षण के दौरान इस संबंध में अधिकारियों व निर्माण एजेंसियों को स्पष्ट निर्देश दिए थे कि लोगों को परेशानी ना हो इस तरह से काम होता रहे। पर निर्माण एजेंसी और अधिकारी निर्देशों को दरकिनार कर अपनी मनमानी कर रहे हैं। जिससे आए दिन खराब सड़कों पर हादसे हो रहे हैं। इसका एक मामला विगत दिनों कुसुमकसा क्षेत्र में सामने आया। स्कूली बच्चों को अरमुरकसा से कुसुमकसा की ओर लेकर जा रही ई रिक्शा पुराना राइस मिल पास मुख्य मार्ग में पानी से भरे गड्ढे में पलट गई। ई रिक्शा में लगभग 12 बच्चे सवार थे। जो कि ई रिक्शा पलटने से बच्चे पानी से तरबतर हो गए। वही उनका स्कूली बस्ता भी पानी मे भीग गया। बच्चों की किस्मत अच्छी रही कि किसी बच्चों को कोई चोट नही लगा । ई रिक्शा पलटते ही आसपास से गुजर रहे राहगीरों ने तत्काल बच्चों को ई रिक्शा से बाहर निकाला बच्चे भयभीत होकर जोरजोर से रोने लगे थे। उपस्थित राहगीरों नके बच्चों को उठाकर खलारी रोड़ में धूप में ले गए। बच्चे भींगने के कारण ठंड से कांपने लगे थे। ई रिक्शा को सीधा किया गया व उसी से बच्चों को वापस उनके घर छोड़ा गया। ई रिक्शा में खम्हारटोला व अरमुरकसा के सीमा रावटे कक्षा पांचवी ,करुणा यादव ,कक्षा चतुर्थ ,मानस मसियारे कक्षा सप्तम ,करुणा मात्रे कक्षा पांचवी ,भारती अमरिया कक्षा चतुर्थ ,दुर्गेश्वरी भुआर्य कक्षा चतुर्थ ,खुशबू रावटे कक्षा द्वितीय ,साछी चुरेन्द्र कक्षा प्रथम सहित अन्य बच्चे रोज की भांति शिक्षा अध्ययन करने सरस्वती शिशु मंदिर कुसुमकसा जा रहे थे। कुसुमकसा बालोद तिराहे से मानपुर चौक तक की मुख्य मार्ग की सड़क राष्ट्रीय राजमार्ग 930 के तहत निर्माणाधीन सड़क मार्ग में , तो वही तीन चार दिनों से हो रही अल्प वर्षा से सड़को की हालत खराब हो गई है। गड्डो में पानी भर जाने से वाहन चालकों को गड्ढा की गहराई का अनुमान नही लग पाता है और दोपहिया वाहन चालक दुर्घटना के शिकार हो रहे है तो वहो चार पहिया वाहन छतिग्रस्त हो रही है ।
कुसुमकसा बालोद तिराहे से मानपुर चौक तक राष्ट्रीय राज मार्ग 930 के तहत निर्माणाधीन सड़क मार्ग गड्ढ़ों वाली सड़क मार्ग के रूप में अपनी पहचान बन गई है। सड़क निर्माण एजेंसी व राष्ट्रीय राज मार्ग के अधिकारियों के उदासीनता का खामियाजा आमजन को भुगतना पड़ रहा है। जगह जगह जानलेवा गड्ढे हो गए है। मुख्य मार्ग में हुए बड़े बड़े गड्ढो से आये दिन दोपहिया वाहन चालक व सहयात्री दुर्घटना के शिकार हो चोटिल हो रहे। वही चार पहिया व बड़ी वाहनों के उक्त गड्ढो से बड़ी दुर्घटना का भय बना रहता है ।
जानलेवा गड्ढों को देखए हुए कभी बड़ी गम्भीर दुर्घटना हो सकती है। क्योंकि उक्त मार्ग में रोज तीन चार सौ मालवाहक ट्रक गुजरती है तो सैकड़ो बसे व दो पहिया व चार पहिया वाहनों का रेला लगा रहता है। चूंकि उक्त मार्ग से दल्लीराजहरा डौंडी भानुप्रतापपुर की ओर बस्तर तक व राजनांदगांव दुर्ग धमतरी की ओर जाने का मुख्य मार्ग है। कभी भी गम्भीर हादसा हो सकता है। बरसात का पानी रुकने से कुसुमकसा ,अरमुरकसा ,पथराटोलाला ,मानपुर चौक तक सड़क में जगह जगह गड्ढे हो गए है। जिसका संधारण जल्द नही किया गया तो आमजन का चलना दूभर हो जाएगा । गौरतलब है कि उक्त सड़क मार्ग निर्माण के निर्माण को लेकर राष्ट्रीय राज मार्ग के आला अधिकारी व ठेकेदार जनता को सुविधाएं देने के बजाय उन्हें आफत में डालकर रोड निर्माण में लापरवाही बरत रहे है। जिसका नजीता ही कहा जाए कि इस मार्ग में चलने वाली दो पहिया वाहनों में सवार राहगीर नवनिर्मित कीचड़ युक्त सड़क मार्ग में ठेकेदार की लापरवाही के चलते अनावश्यक फिसल कर गिर रहे है। जिससे बड़ी दुर्घटना होने की आशंका बनी नजर आ रही है। सवाल यह उठ रहा कि भरी बरसात में यह ठेकेदार अपना कार्य जनहित में कर रहा या अपने मनमर्जी से । सवाल इसलिए कि क्षेत्र की जनता को इस रोड कार्य से आवागमन में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। बरसात होते ही उक्त निर्माणाधीन सड़क मार्ग में अनेकों वाहन मुरुम मिट्टियुक्त सड़क में फंस चुकी है तो कई मालवाहक वाहन सड़क के किनारे से होते हुए पलट गई थी। मिट्टियुक्त मुरुम व कहीं काली मिट्टी भी डाला गया है जहां दलदल सी स्थिति हो गयी है।
बालोद जिला में नवपदस्थ कलेक्टर कुलदीप शर्मा पदभार ग्रहण करने के बाद झलमला से मानपुर की ओर जाने वाली राष्ट्रीय राजमार्ग सड़क का जिले के अंतिम छोर में बसा गाँव हितकसा तक सड़क निर्माण का निरीक्षण कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए थे। किंतु सड़को पर हुए जानलेवा गड्डों को देखने से लगता है कि निर्माण एजेंसी व राष्ट्रीय राज मार्ग के आला अधिकारी कलेक्टर के दिशा निर्देश पर गंभीर नजर नही आ रहे है। सड़को की स्थिति जल्द नही सुधरी तो कभी भी ग्रामीणों का गुस्सा सड़क पर नजर आएगा।

इधर अधिकारी पिट रहे गुणवत्ता का ढिंढोरा, बोले- नेशनल हाईवे के निर्माण में कहीं भी नहीं हो रहा है मिट्टी का उपयोग

सड़कों की दयनीय स्थिति सबके सामने है। इसके बावजूद संबंधित अधिकारी गुणवत्तापूर्ण कार्य का ढिंढोरा पीटने से पीछे नहीं हट रहे हैं। एक तरफ जहां मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने स्पष्ट निर्देश दिया है कि दिसंबर तक किसी भी सड़क पर गड्ढे नहीं दिखना चाहिए तो बालोद जिले में गड्ढों से भरी सड़क संबंधित विभागों की पोल खोल रही है। तो वही निर्माण एजेंसियों की लापरवाही को उजागर कर रही है। अफ़सरों का कहना है जिले में निर्माणाधीन नेशनल हाईवे में कहीं पर भी मिट्टी का उपयोग नहीं किया जा रहा है। लोक निर्माण विभाग राष्ट्रीय राजमार्ग के अनुविभागीय अधिकारी ने बताया कि भारी वर्षा के कारण जहां भी सड़क खराब हो रही है। ठेकेदार द्वारा लगातार सड़क मरम्मत का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि सड़क में कहीं भी मिट्टी का उपयोग नहीं किया जा रहा है। सड़क निर्माण कार्य पूर्ण गुणवत्ता के साथ किया जा रहा है।

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