चुनाओ म मोहाना नई हे
मोहागेव तहु मन हा समारू,सोले अउ देशी दारू म।त बोहावत नाली अउ कचड़ा,के ढ़ेरा बर कहां बोल पाहू तुमन।। मोहागेव दाई,दीदी तहु मन,दु सौ रुपया अउ एकठन।लुगरा म त तुहर…
लेख: बच्चों में करें सद्गुणों का विकास: बिजेन्द्र सिन्हा, दुर्ग
मनुष्य विधाता की सर्वश्रेष्ठ रचना है।वह विधाता की सर्वोत्तम अभिव्यक्ति भी है। हमारी संस्कृति में मनुष्य शरीर की काफी महिमा गायी गयी है। स्वस्थ जीवन का महत्व भी बताया गया…
जनजातीय समाज का गौरवशाली इतिहास
डॉ.अशोक आकाशकोहंगाटोला बालोद छत्तीसगढ़, ४९१२२६.मो.नं.९७५५८८९१९९
ईसर-गवरा परब
(1) ईसर जागे मोर गवारा जागे.. जागे ओ दुनिया लोग।बइगा जागे मोर बइगिन जागे…….।।इस गीत में ईसर – गवरा के साथ-साथ गांव के बईगा सेऊंक और प्रकृति के अद्भुत शक्तियों…
राम राज्य से पहले हो प्रेम राज्य
लेख: बिजेंद्र सिन्हा दुर्ग राम राज्य की चर्चा इन दिनों जोरों पर है परन्तु राम राज्य से पहले प्रेम राज्य होना चाहिए। विद्वानों का मत है कि राम राज्य की…
स्वस्थ भारत का लक्ष्य पूरा हो
लेख बिजेंद्र सिन्हा दुर्ग समर्थ स्वास्थ्य के आधार पर ही परिवार व समस्त राष्ट्र समर्थ बनता है। हमारी संस्कृति में आरोग्य या उत्तम स्वास्थ्य को धर्म अर्थ काम और मोक्ष…
।। बरा सोंहारी रांध के पितर मनावत हस।।
छानी के ओरवाती ल लिप बहार के।पिड़वा के आसन म,लोटा मुखारी डार के।।अब का सुग्घर तोरई फूल चघावत हस।बरा सोंहारी रांध के,पितर मनावत हस।। बासी संग म कभू आमा चानी…
विचार मंथन-7वीं कड़ी
📚अगर तुम शिक्षित हो तो📚 अगर तुम शिक्षित हो तो ,,भूलकर भाषा की मर्यादाक्यों बड़ों को आंख दिखाते हो।।सीना चौड़ा कर गुस्से में,बिन सोचे,अपनों को ही जाने क्या-क्या कह जाते…
आज के कहानी ” माटी के गणेश “
ए कहानी पांच झन संगवारी के हरे . जे नान नान लइका रीहिस. उकरो इच्छा होय के हमु मन गणेश भगवान मढ़ातेन, फेर गणेश मढ़ाय म बड़ खर्चा आथे. सबों…


