विधायक संगीता सिन्हा ने कहा गोधन न्याय योजना की तरह छत्तीसगढ़िया ओलंपिक की भी बनेगी देश में अलग पहचान
गुरुर। संजारी बालोद विधानसभा क्षेत्र के विधायक संगीता सिन्हा नगर पंचायत गुरुर क्षेत्र में आयोजित राजीव मितान क्लब द्वारा खेलकूद में शामिल हुई। जिसे छत्तीसगढ़िया ओलंपिक नाम दिया गया है। इस दौरान विधायक ने विजेता खिलाड़ियों को पुरस्कार भी भेंट किया। वहीं उन्होंने कहा कि छत्त्तीसगढ़ की संस्कृति से लोगों को जोड़ कर रखने व स्थानीय खेलकूद को बढ़ावा देने के लिए छत्तीसगढिय़ा ओलंपिक का आयोजन किया जा रहा है। इसके अंतर्गत दलीय एवं एकल श्रेणी में 14 प्रकार के पारम्परिक खेलों को शामिल किया गया है, जिसमें 18 वर्ष से कम, 18 से 40 वर्ष एवं 40 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के लोग शामिल हो रहे हैं। खेल प्रतियोगिता के अंतर्गत छत्तीसगढ़ के पारंपरिक खेल गिल्ली डंडा, पिट्टूल, संखली, लंगड़ी दौड़, कबड्डी, खो-खो, रस्साकसी, बाटी (कंचा), बिल्लस, फुगड़ी, गेड़ी दौड़, भंवरा, 100 मीटर दौड़, लम्बी कूद में महिला, पुरूष प्रतिभागी उत्साह के साथ भाग ले रहे हैं। यह प्रतियोगिता गांव से लेकर राज्य 06 स्तरों पर होगी। शुरूआत राजीव युवा मितान क्लब स्तर से हुई है। जोन स्तर, विकासखण्ड, जिला, और राज्य स्तर पर खेल प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी। इस दौरान विधायक संगीता सिन्हा के साथ ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष तामेश्वर साहू, महामंत्री सादिक अली, युवा कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष गजेंद्र मंडावी, ग्रामीण विकास समिति के अध्यक्ष हेमलाल धुर्वे, राजीव युवा मितान क्लब अध्यक्ष प्रवीण साहू , उपाध्यक्ष टीकम जोशी, अध्यक्ष चुमन साहू मौजूद रहे।
अकलवारा में राजीव युवा मितान क्लब ने किया विधायक का सम्मान
संजारी बालोद विधानसभा क्षेत्र की विधायक संगीता सिन्हा गुरुर क्षेत्र के ग्राम अकलवारा में राजीवयुवा मितान क्लब द्वारा आयोजित खेलकूद कार्यक्रम में सम्मिलित हुई थी। जो शासन की नई योजना छत्तीसगढ़िया ओलंपिक के तहत हो रहा है ।इस दौरान राजीव युवा मितान क्लब के सभी पदाधिकारियों ने गुलदस्ता भेंट कर विधायक संगीता सिन्हा का आत्मीयता के साथ स्वागत सम्मान किया। वहीं विधायक ने इस आयोजन के लिए युवाओं की सराहना की और उन्हें आगे भी ऐसे प्रेरक कार्य करने के लिए प्रोत्साहित किया। शासन की योजना की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि विलुप्त होते खेलों को संरक्षित करने के लिए छत्तीसगढ़िया ओलंपिक का कदम पूरे भारत में एक अलग ही पहचान बना रहा है। गांव गांव में इस आयोजन से लोगों में खेलों के प्रति रुझान बढ़ा है।