जिला सहकारी केंद्रीय बैंक निपानी करोड़ो की धोखाधड़ी- कैशियर अजय भेड़िया गिरफ्तार, नारायणपुर के जंगल में छिपा था, प्रबंधक भी निकला दोषी, तीसरा आरोपी अस्पताल में भर्ती
बालोद। बालोद जिले की बहुचर्चित जिला सहकारी केंद्रीय बैंक मर्यादित निपानी में हुए पैसों की हेराफेरी के मामले में बालोद पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। यहां के कैशियर अजय भेड़िया निवासी आमापारा केनाल रोड बालोद को पुलिस ने नारायणपुर के जंगल से गिरफ्तार कर लिया है। जिसे रिमांड पर जेल भेजा गया। आरोपी पुलिस को चकमा देते हुए नारायणपुर के जंगल में नक्सल बेल्ट जाकर छिपा हुआ था। ताकि पुलिस उस तक नहीं पहुंच पाए। अपना मोबाइल नंबर तक बंद रखा था। ना किसी से बातचीत करता था ना किसी से संपर्क। अपने एक दोस्त के साथ वह नारायणपुर में छिपा रहा। इसकी खुफिया जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने स्थानीय पुलिस की मदद के जरिए आरोपी को रात 3:30 बजे पकड़ने में सफलता हासिल की। जिसे शनिवार को बालोद गया। अभी पूछताछ और होनी है। निपानी बैंक के प्रबंधक भी इसमें दोषी पाया गया। वहीं एक आरोपी की गिरफ्तारी शेष है जो कि इलाज के लिए रायपुर एम्स अस्पताल में भर्ती है। जिसके ठीक होने के बाद उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा। एसपी सदानंद कुमार ने प्रेस वार्ता लेते हुए बताया कि मामला करोड़ों का हो सकता है, फिलहाल हमने 5 लोगों के खाते की जांच में 18 लाख 30 हजार रुपए की हेराफेरी पाई है। इधर चर्चा है कि बालोद में मुख्य आरोपी अजय भेड़िया आलीशान मकान में रहता था। उसकी लाइफस्टाइल बहुत महंगी थी। इससे लोगों को शक भी होता था कि कैशियर की नौकरी में इतनी कमाई कहां से होती है। अब लोगों को समझ में आ रहा है कि यह सब पैसों की हेराफेरी से चल रहा था।
अभी तो सिर्फ 5 खाते जांचे, बाकी है 495 खाते
एसपी ने बताया कि फिलहाल 5 खातों की जांच में 18 लाख से अधिक का गबन पाया गया। हमारे पास करीब 500 आवेदन आए हैं। कह सकते हैं 495 खाते की अभी भी जांच कर रहे हैं। जिसमें लाखों करोड़ों की हेराफेरी सामने आ सकती है।
ठगी करने के बाद से आरोपी अपने घर से था फरार,फर्जी फिक्स डिपाजिट, पासबुक में फर्जी एन्ट्री कर, खाते से फर्जी पैसा आहरण कर किया था करोड़ो का गबन
प्रार्थी सत्येन्द्र वैदे पिता सुखराम वैदे उम्र 48 साल निवासी. नोडल अधिकारी जिला सहकारी क्रेन्दीय बैंक मर्यादित शाखा निपानी के द्वारा रिपोर्ट दर्ज कराया गया था कि घटना दिनांक 05 जनवरी 2018 से दिनांक 23 फरवरी 2022 के मध्य जिला सहकारी क्रेन्दीय बैंक मर्यादित शाखा निपानी के कुछ खाता धारको के द्वारा अपने – अपने बैंक खाता एवं जमा किये गये दोहरी अमानत(फिक्स डिपाजिट) की राशि को बैंक के सी.बी.एस.(कोर बैकिंग सिस्टम) पर चेक करने से खाता धारको के खाता में जमा राशि मेें कमी पाई गई एवं एफ.डी.आर. की राशि जमा नही होना पाया जाने की शिकायत शाखा के विभिन्न खाता धारकों के द्वारा बैंक प्रबधन को की गई। प्रबधन के द्वारा 07 सदस्य की जांच टीम गठित कर जांच टीम द्वारा जिला सहकारी केंद्रीय बैंक मर्यादित शाखा निपानी के कैशियर अजय कुमार भेड़िया एवं अन्य के द्वारा शाखा के अमानतदारों के खाता के प्रारंभिक जांच पर पाया गया। कुल 18,30,000 रू का धोखाधड़ी कर उनकी राशि को गबन करना पाये जाने की शिकायत पर थाना बालोद में अपराध क्रमांक 85/2022 धारा 420, 409, 34 भादवि का अपराध पंजीबद्व कर विवेचना में लिया गया था। बैंक के खाता धारको की शिकायत की जांच जारी है तथा धोखाधड़ी की रकम करोड़ो में पहुंचने की संभावना है।
तलाश के लिए बनी थी 5 टीम
उक्त अपराध की गंभीरता को देखते हुऐ पुलिस अधीक्षक बालोद सदानंद कुमार द्वारा आरोपियो का पतासाजी कर उनके विरूद्ध कार्यवाही करने हेतु निर्देशित किया गया था। जिसमें अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बालोद प्रज्ञा मेश्राम के मार्गदर्शन, पुलिस अनुविभागीय अधिकारी बालोद प्रतीक चतुर्वेदी एवं सायबर सेल प्रभारी डी.एस.पी. राजेश बागडे़ के पर्यवेक्षण एवं थाना प्रभारी बालोद निरीक्षक मनीष शर्मा के नेतृत्व में विशेष टीम तैयार किया गया। पुलिस अनुविभागीय अधिकारी बालोद प्रतीक चतुर्वेदी एवं निरीक्षक मनीष शर्मा थाना प्रभारी बालोद के नेतृत्व में जिला सहकारी क्रेन्दीय बैंक मर्यादित शाखा निपानी में जाकर आमनतदारों का कथन लिया गया, कथन में बताये गये अनुसार जरूरी दस्तावेजों को बैंक से प्राप्त कर जप्त किया गया। सायबर सेल प्रभारी डी.एस.पी. राजेश बागडे के पर्यवेक्षण में अलग- अलग टीम बनाकर प्रकरण के फरार आरोपी के पतासाजी हेतु उपनिरीक्षक कैलाष मरई, अमित तिवारी, यामन देवागंन के नेतृत्व में रायपुर, दुर्ग-भिलाई, राजनांदगांव, धमतरी में आरोपीयों से सबंधित लोगो के घर में दबिश देकर आरोपियों का पतासाजी किया गया। सायबर सेल की एक टीम के द्वारा तकनीकी विश्लेषण कर टीम की हर संभव मदद की गई। तकनीकी विश्लेषण तथा मुखबीर से प्राप्त सूचना के आधार पर दिनांक 04. मार्च2022 के रात्रि में निरीक्षक मनीष शर्मा के नेतृत्व में टीम को प्रकरण के मुख्य आरोपी अजय कुमार भेड़िया के धर पकड़ हेतु जिला नारायणपुर रवाना किया गया। नारायणपुर में आरोपी अपने दोस्त के घर में छुपकर रह रहा था, जिससे पकडकर 05 मार्च को थाना बालोद पुछताछ हेतु लाया गया।
ऐसे करता था गबन
आरोपी ने पुछताछ में अमानतदारों का 03-04 वर्षो से खाताधारको का फर्जी फिक्स डिपाजिट कर, पासबुक में फर्जी पैसा सबंधित जानकारी उल्लेखित कर, खाताधारको के खाते से फर्जी पैसा आहरण पर्ची भर कर पैसा निकाल लेना तथा पैसों को अपने सह आरोपियों लिपिक दौलत राम ठाकुर एवं शाखा प्रबंधक तामेष्वर नागवंशी के साथ आपस में बाटना स्वीकार किया गया। अरोपी से पुछताछ जारी है। जिसमें कई बड़े खुलासे हो सकते है। प्रकरण के सह आरोपी का पता तलाश जारी हैं
पुरे प्रकरण में विवेचना एवं आरोपियों के पतासाजी में पुलिस अनुविभागीय अधिकारी बालोद प्रतीक चतुर्वेदी एवं सायबर सेल प्रभारी डी.एस.पी. राजेश बागडे़, थाना प्रभारी बालोद निरीक्षक मनीष शर्मा, उपनिरीक्षक कैलाष मरई, अमित तिवारी, यामन देवागंन, सउनि धरम भुआर्य, आरक्षक भोपसिंह साहू, छन्नु बंजारे, पुनमचंद खरे, पुरन देवांगन, मिथलेष यादव, विपिन गुप्ता, आकाष दुबे, की सराहनीय भूमिका रही है।
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