November 21, 2024

जिद के आगे जीत- धरने व आत्मदाह की जिद पर बैठा था किसान,,, समस्या दूर होने पर ही माना, पढ़िए पूरा किस्सा?

बालोद/ दल्लीराजहरा। कुसुमकसा के सोसाइटी परिसर में मंगलवार को एक किसान की जिद के आगे जीत देखने को मिली। दरअसल में किसान के राजस्व रिकॉर्ड में त्रुटि के चलते वह धान नहीं बेच पा रहा था। जिसके चलते वह परेशान था। और राजस्व विभाग के अफसरों को इसके लिए दोषी बताते हुए धरना में बैठा था। उसकी जिद थी कि अगर त्रुटि सुधार नहीं हुआ तो 30 जनवरी को वह आत्मदाह भी कर लेगा। प्रशासन को दिए अल्टीमेटम के बाद अफसरों के बीच खलबली तो मच गई थी। सुबह से ही जहां किसान धरने पर बैठा तो अधिकारी भी मान मन्नवल के लिए पहुंच गए। किसान की इस मांग का समर्थन स्थानीय जनपद सदस्य संजय बैस ने भी किया और उन्होंने भी इस पर कार्रवाई की मांग की। किसान अपनी जिद पर ही था। अधिकारी उन्हें मनाने के लिए पहुंचे। किसान ने एक लाइन में कहा कि मेरी समस्या तो पहले दूर करो, तब बात करना। किसान को मनाने के लिए नायब तहसीलदार के साथ-साथ एसडीएम भी पहुंची। किसान तिहार राम तारम को एसडीएम ने समझाया कि आज ही तुम्हारी समस्या दूर करेंगे। फिर किसान को अपने साथ ले गए और शाम तक उनका रिकॉर्ड सुधरवाया गया। अब किसान धान बेच सकेगा।

राजस्व विभाग के अफसरों की लापरवाही से धान नहीं बेच पा रहा था किसान, 30 जनवरी को आत्मदाह करने की दी थी चेतावनी

कुसुमकसा के किसान तिहार सिंह तारम ने शासन प्रशासन पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाते हुए आत्मदाह की चेतावनी दे डाली थी। दरअसल में मामला उनके राजस्व रिकॉर्ड में हुई त्रुटि का था। जिसकी वजह से वे धान नहीं बेच पा रहे थे। इसके लिए उन्होंने राजस्व विभाग के अफसरों को जिम्मेदार ठहराया था। जिनकी वजह से उनका रिकॉर्ड गड़बड़ हो गया है और वे धान बेचने से वंचित हो रहे थे। ज्ञापन के मुताबिक किसान ने पहले 25 से लेकर 29 जनवरी तक परिवार सहित धान खरीदी केंद्र कुसुमकसा शिकारीटोला में धरने पर बैठने की बात कही थी। उसके बाद 30 जनवरी को आत्मदाह करने की चेतावनी दी गई थी। पर प्रशासन ने इसे गंभीरता से लिया और किसान की समस्या एक ही दिन में दूर की।

ये लिख कर दिया ज्ञापन

कलेक्टर के नाम संबोधित ज्ञापन में किसान ने लिखा था कि धान खरीदी केन्द्र कुसुमकसा में 25 से 29 जनवरी तक परिवार सहित धरना प्रदर्शन करने की सूचना दे रहा। मैं तिहार सिंह तारम, आत्मज बनिहार सिंह तारम जाति हल्बा ग्राम कुसुमकसा का मूल निवासी हूँ। जो कि मेरी निजी भूमि खसरा नं. 1236 रकबा 0.56 हे भूमि को न्यायालय तहसीलदार दल्लीराजहरा द्वारा राजस्व अभिलेख से गायब करने के कारण मै वर्तमान में धान बेचने में असमर्थ हूं। जिसके कारण 25 जनवरी से 29 जनवरी 2022 तक पूरे परिवार सहित धान खरीद केन्द्र कुसुमकसा (शिकारीटोला) में धरना प्रदर्शन करूंगा। जिसकी संपूर्ण जवाबदारी प्रशासन की होगी । 29 जनवरी तक न्यायालय तहसीलदार दल्लीराजहरा द्वारा मेरी कृषि भूमि खसरा नं 1236 रकबा नं. 0.56 है. पुस्तिका क्रमांक 222175 में वापस दर्ज नहीं कराने की स्थिति में 30 जनवरी को मेरे द्वारा आत्मदाह किया जाएगा। जिसकी संपूर्ण जवाबदारी शासन प्रशासन की होगी। ज्ञापन की प्रतिलिपि अनुविभागीय अधिकारी राजस्व डौण्डी लोहारा जिला बालोद (छ.ग.), पुलिस अधीक्षक, तहसीलदार डौण्डी, थाना प्रभारी दल्लीराजहरा को भी भेजी जा रही है। इस प्रकरण के संबंध में पहले भी अधिकारियों को जानकारी दिया जा चुका है। जिसमें अभी तक किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं हुई है।

ये प्रमुख खबरें भी पढ़ें

You cannot copy content of this page