शिक्षा के मंदिर में शराबखोरी- बरही हाई स्कूल के प्राचार्य की करतूत पकड़ी ग्रामीणों ने

शाला प्रबंधन समिति अध्यक्ष ने आकस्मिक निरीक्षण में पकड़ी गड़बड़ियां, डीईओ द्वारा निलंबन की हुई है अनुशंसा, मामला एक माह से शासन के पास लंबित

सुप्रीत शर्मा/कमलेश वाधवानी,बालोद। शासकीय हाई स्कूल बरही में पदस्थ प्राचार्य महात्मा राम उइके की मदिरा से मदमस्त होने की घटना पिछले माह सामने आ चुकी थी। तो वहीं उनकी मनमानी अब भी जारी है। स्कूल तक में भी वे शराब पीते हैं। इसका प्रमाण उस वक्त को देखने को मिला जब ग्रामीण और शाला प्रबंधन समिति के अध्यक्ष नरेंद्र सिन्हा यहां आकस्मिक निरीक्षण के लिए पहुंचे। स्कूल के सामानों के बीच जब अंग्रेजी शराब की खाली शीशियां ग्रामीण देखे तो वे दंग रह गए। अन्य शिक्षकों ने बताया कि उनके प्राचार्य की करतूत है। स्वयं शिक्षकों ने शाला प्रबंधन समिति अध्यक्ष् के नाम से अपने प्राचार्य द्वारा बरती गई अनियमितता से संबंधित आवेदन भी दिया और उन पर कार्रवाई की मांग की। वही मामले में जिला शिक्षा अधिकारी प्रवास कुमार बघेल का कहना है कि पिछले माह ही बैठक में उनकी हरकत सामने आई थी। जिस पर हमने राज्य शासन को उनके निलंबन के लिए अनुशंसा पत्र भी भेजा है। लेकिन अब तक निलंबन नहीं हुआ है। चूंकि वे प्राचार्य हैं इसलिए अपने स्तर पर कोई कार्यवाही नहीं कर सकते। शासन से निलंबन आदेश प्राप्त होने का इंतजार किया जा रहा है।

इस तरह की बरती जा रही अनियमितता

स्कूल में पदस्थ सभी व्याख्याताओं द्वारा संयुक्त रुप से शाला प्रबंधन समिति के अध्यक्ष को प्राचार्य की अनियमितताओं की लिस्ट सौंपी गई है। व्याख्याताओं का कहना है कि प्राचार्य महात्मा राम उइके अपनी अनुपस्थिति में किसी को कोई लिखित प्रभार नहीं रहते हैं। प्रतिदिन अपने हिसाब से 12 बजे या उसके बाद स्कूल आते हैं। बिना किसी प्रकार की सूचना दिए अनुपस्थित रहते हैं। संस्था में कार्यरत कर्मचारियों से अमर्यादित व्यवहार करते हैं। विद्यालय में लगे सीसीटीवी कैमरा के हार्ड डिस्क को भी निकाल कर ले गए हैं। प्राचार्य स्कूल के संचालन में कोई रुचि नहीं लेते हैं। स्कूल में कभी-कभी नशा पान करके आते हैं। स्टाफ के साथ दुर्व्यवहार करते हैं ।

ठीक एक माह पहले भेजा गया है अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए शासन को पत्र

शिक्षा विभाग के रिकॉर्ड के अनुसार ठीक एक माह पहले 12 सितंबर को प्राचार्य महात्मा राम के खिलाफ संचालक लोक शिक्षण संचालनालय छत्तीसगढ़ शासन को जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा अनुशासनात्मक कार्यवाही के लिए पत्र लिखा गया है। जिसमें जिक्र किया गया है कि ब्लॉक शिक्षा अधिकारी द्वारा विवेकानंद सभागार में आयोजित समीक्षा बैठक में उनके द्वारा नशा पान कर आते हुए अनर्गल बातें की गई। उक्त मामले को 1 माह बीतने के बाद भी अब तक शासन से आगे की कार्यवाही नहीं हुई है। जिसके चलते प्राचार्य के हौसले बुलंद है और वह अपनी करतूतों से जरा भी बाज नहीं आ पा रहे हैं।

जल्द हो ऐसे लापरवाह प्राचार्य पर कार्रवाई

शाला प्रबंधन समिति के अध्यक्ष नरेंद्र सिन्हा ने कहा कि ऐसे प्राचार्य पर जल्द शासन को कार्रवाई की जानी चाहिए। इससे स्कूल में गलत असर पड़ रहा है। शिक्षा व्यवस्था ठप हो रही है। हैरान करने वाली बात है कि 1 माह पहले से उनके निलंबन की अनुशंसा हुई है। पर अब तक आगे कार्यवाही नहीं हुई है। मैं स्वयं गुरुवार को 1 बजे के बाद स्कूल जाकर देखा तो वे आए ही नहीं थे। स्कूल के कमरे में दो अंग्रेजी शराब की शीशियां भी बरामद हुई। जिसकी मैंने पूरी वीडियो रिकॉर्डिंग की है।

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