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90 संगठन के कर्मचारी अधिकारी ने धरना स्थल से भरी हुंकार, आर पार की लड़ाई लड़ने को तैयार,बोले कका जिन्दा नहीं कका उसनिन्दा हे ….

बालोद/ गुंडरदेही|

अधिकारी कर्मचारियों ने फिर शुरू की हड़ताल, धरना देकर बोले हमें सत्ता नहीं भत्ता चाहिए सरकार

अधिकारी कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर एक बार फिर से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है। सभी ब्लॉक मुख्यालय में धरना प्रदर्शन किया जा रहा है। इस दौरान जमकर नारेबाजी के साथ शासन प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन किया जा रहा है। तो वही भूपेश सरकार की नीतियों की निंदा भी की जा रही है। बालोद बस स्टैंड में धरना प्रदर्शन कर रहे अधिकारी कर्मचारी फेडरेशन के लोगों ने कहा कि पिछले बार 70 से ज्यादा संगठन एकजुट हुए थे इस बार 94 से ज्यादा संगठन एकजुट होकर हड़ताल पर अडिग है। शासन को हमारी मांगे माननी होगी। हम अपनी मांग पूरी करवाने के लिए जायज तरीके से हम हड़ताल कर रहें। उन्होंने कहा कि वेतनमान में अनियमितता दूर होनी चाहिए। तो वही अधिकारी कर्मचारियों ने आक्रोश जताते हुए कहा कि हमें सत्ता नहीं चाहिए, भत्ता चाहिए। सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि भूपेश जी आपको भले आगामी सत्ता की लालच होगी लेकिन हमें नहीं है। आप को सत्ता में हमने ही बैठाया है। जिस दिन अधिकारी कर्मचारी सत्ता की दौड़ में आगे बढ़ेंगे तो फिर आप नेता कहां जाएंगे पता नहीं चलेगा। कुछ लोगों ने भूपेश बघेल को कका की संज्ञा देने के मुहावरे पर कहा कि कका जिंदा नहीं है, काका उसनिंदा है। उन्हें जगाने की जरूरत है। ताकि वह हमारी मांगों को सुने और अमल करें। कर्मचारियों ने कहा कि 23 अगस्त को मुख्यमंत्री जी का जन्मदिन है अपने इस जन्मदिन की खुशी में उन्हें तो हमारी मांगे पूरी कर ही देनी चाहिए। इस बात का उन्हें ख्याल होना चाहिए कि पूरे जिले भर ही नहीं पूरे छत्तीसगढ़ में अधिकारी कर्मचारी आंदोलनरत है। हर विभाग में कामकाज प्रभावित हो रहा है। इसके बावजूद उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया जाना आश्चर्यजनक बात है। तो वहीं यह भी कहा गया कि कुछ संगठन फूट डालो शासन करो की नीति अपना रहे हैं। मुख्यमंत्री के नुमाइंदों से मिलकर हड़ताल को वापस लेने का अफवाह उड़ा रहे हैं। बल्कि अधिकतर संगठन अभी हड़ताल पर हैं। कुछ संगठनों के बीच बैठक लेकर शासन के लोगों ने 6% महंगाई भत्ता बढ़ाने की बात कर दिया है लेकिन यह नाकाफी है। जिसके चलते अन्य संगठन अभी हड़ताल में डटे हुए हैं और कामकाज बंद कर पूरे जिले भर के अधिकारी कर्मचारी अपने-अपने ब्लॉक मुख्यालय में धरना दे रहे हैं। इसमें अधिकारी और कर्मचारी भी शामिल है। सरकारी दफ्तरों में कामकाज प्रभावित हुआ। बालोद बस स्टेशन में बारिश के बावजूद अधिकारी कर्मचारी डटे रहे। आंदोलन में शामिल शिक्षक फेडरेशन के ब्लॉक अध्यक्ष तामेश्वर कौशल ने कहा कि भूपेश बघेल सरकार को हमारी मांगों को सुननी होगी। वरना आने वाले चुनाव में उन्हें इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है। केंद्र सरकार जिस तरह से में महंगाई भत्ता दे रही है उसे तरह राज्य सरकार के कर्मचारियों को भी महंगाई भत्ता मिलना चाहिए था। वेतन विसंगति है। वह दूर होनी चाहिए। शासन प्रशासन हमारी उपेक्षा कर रहा है जो हम बर्दाश्त नहीं करेंगे।

गुंडरदेही में हुआ इस तरह प्रदर्शन

कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन ब्लाक गुंडरदेही बालोद जिला में अनिश्चत कालीन हड़ताल व आंदोलन का शंखनाद ब्लाक संयोजक वेद प्रकाश यदु के निर्देशन पर मां सरस्वती की पूजा अर्चना व राज्य गीत के साथ हुआ. फेडरेशन के प्रमुख मांग केंद्र के समान 34%डी ए तथा सातवें वेतनमान के अनुरूप एचआरए भत्ता देने के संबंध में सभी मान्यता प्राप्त संगठन पदाधिकारी उपस्थित रहे । कार्यक्रम में विभिन्न संगठनों के प्रमुख पदाधिकारी ब्लॉक अध्यक्ष द्वारा धरना प्रदर्शन को संबोधित किया गया। घनश्याम पुरी जिलाध्यक्ष, स्वास्थ्य एवं बहुद्देश्यीय कर्मचारी संघ,देवेंद्र हरमुख जिलाध्यक्ष सहायक शिक्षक फेडरेशन ,विनोद जैसवार छ ग स्वास्थय मैदानी कर्मचारी संघ ,सी के बरषागड़े, रवि वर्मा , एच के मधुकर , चंद्रकांता ठाकुर, अंजना राठौर कोषाध्यक्ष स्वास्थ्य विभाग ,प्रभा ठाकुर,चित्रमाला राठी, अर्जुन सिंह तारम, अर्जुन सिंग मंडावी,गिरिश देवांगन, अविनाश यादव ,चंद्रशेखर गौतम, जे आर साहू, डीडी साहू, सोमन तारम सहित सभी पदाधिकारीगण इस महासंग्राम में शामिल हुए।

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By dailybalodnewseditor

2007 से पत्रकारिता में कार्यरत,,,,,कुछ नया करने का जुनून, कॉपी पेस्ट से दूर,,,

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