मीडिया-मुलाकात, एसपी बोले बालोद की अशांत फिजा को करना है शांत, मिलकर करेंगे काम
पत्रकारिता की आड़ में गलत काम करने वाले भी नहीं बख्शे जाएंगे
बालोद। बालोद जिले के नए एसपी जितेंद्र यादव ने पदभार ग्रहण करने के बाद गुरुवार को अपने कार्यालय के सभागार में बालोद जिले की मीडिया से रूबरू हुए। इस दौरान उन्होंने पत्रकारों से परिचय प्राप्त करने के बाद यहां की स्थिति परिस्थिति के बारे में जानकारी ली। पत्रकारों ने बालोद की पुरानी और अब की दशाओं के बारे में बतलाया। वहीं एसपी ने इस बात को प्रमुखता से दोहराया कि हाल ही में बालोद जिले में जो घटनाएं हुई हैं उनसे यह संदेश गया है कि यह अशांत जिला हो गया है। जबकि बालोद ऐसा नहीं था। उन्होंने पत्रकारों से मिलकर काम करने का आग्रह करते हुए कहा कि हमें बालोद को फिर से शांत बनाना है। जो घटनाएं हुई हैं उन पर मंथन चल रहा है। जो भी केस दर्ज हुए हैं उनकी डायरी में पढ़ रहा हूं। उनकी बारीकी से जांच हो रही है। कोशिश होगी कि मामला सुलझ जाए, जरूरत पड़ी तो समझौते का भी रास्ता निकालेंगे। लेकिन कानून व्यवस्था भी ना बिगड़े इसका भी ध्यान रखेंगे। उन्होंने अब तक की कार्रवाई की समीक्षा करते हुए आगे पूरी बारीकी से मोनिटरिंग करने की बात कही। बालोद जिले में अपनी प्राथमिकताओं का जिक्र करते हुए कहा कि पुलिस की पहुंच घर-घर तक हो यह उनका फोकस रहेगा। याने सामुदायिक पुलिसिंग को वे ज्यादा से ज्यादा बढ़ावा देंगे। क्राइम कंट्रोल के लिए भी काम करेंगे। इसके लिए उन्होंने सभी थाना प्रभारियों की बैठक लेकर पहले से ही निर्देशित कर दिया है।
बंद पड़े कैमरा को सुधरवाने करेंगे पहला काम
पत्रकारों ने बालोद शहर में लगे पुलिस प्रशासन के कैमरों की स्थिति के बारे में बताया कि वह बंद पड़े हैं। इससे कई बार घटना दुर्घटना में गाड़ियों या आरोपियों का सुराग नहीं मिल पाता। शिक्षा विभाग में पदस्थ एबीईओ विजय यादव को विगत दिनों एक अज्ञात कार द्वारा टक्कर मार दी गई थी। इसका सुराग अब तक नहीं मिला है। वजह यही थी कि आसपास का कैमरा बंद था। ऐसे कई घटनाओं में सीसीटीवी फुटेज ना होने से आरोपी भाग निकलते हैं तो कुछ घटनाओं में निजी कैमरा में कैद होने से आरोपी जल्दी पकड़ में भी आते हैं। इस बात पर मौजूद एएसपी प्रज्ञा मेश्राम ने भी कहा कि कुछ तकनीकी दिक्कत आई हैं, जिन्हें सुधारा जा रहा है। एसपी जितेंद्र यादव ने कहा कि इसे हम प्राथमिकता से करेंगे। सबसे पहले कैमरा दुरुस्त करवाएंगे। दुकानदारों और व्यापारियों से भी अपील करेंगे कि वह भी कैमरा लगवाएं।
शहर में ट्रैफिक कंट्रोल को लेकर भी होगा प्रयास
पत्रकारों से रूबरू के दौरान बालोद शहर के सदर बाजार सहित अन्य प्रमुख मार्गों में यातायात के दबाव का मुद्दा भी उठा। बुधवार और रविवार के दिन स्थिति बदहाल होने की जानकारी दी गई। जिस पर एसपी ने एएसपी से चर्चा करते हुए इसका हल निकालने की बात कही। भीड़भाड़ के समय भारी वाहनों के प्रवेश पर पाबंदी को पहले की तरह सख्ती से लागू करने की बात भी हुई।
हड़बड़ी में गड़बड़ी से बचे मीडिया
तो वहीं एसपी जितेंद्र यादव ने सभी मीडिया कर्मियों को आज की कंपटीशन भरी पत्रकारिता में हड़बड़ी में गड़बड़ी से बचने की अपील भी की। इस दौरान एएसपी प्रज्ञा मेश्राम ने विगत दिनों 25 लाख से भरे बैग की सड़क पर गिरने, उन्हें एक दंपति द्वारा उठाए जाने की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि कुछ लोगों द्वारा बिना हमारे अधिकृत बयान के उक्त मामले की तस्वीर सोशल मीडिया में वायरल कर दी गई थी। जबकि जांच चल रही थी। एसपी ने भी कहा कि सोशल मीडिया हो चाहे कोई भी हो अफवाह जनित चीजों से बचें। अफवाह को बढ़ावा ना दें। पूरी तरह जांच परख और सही तथ्यात्मक जानकारी हासिल होने के बाद ही खबर प्रकाशित करें। ताकि समाज में भी सकारात्मक संदेश पहुंचे। कुछ पत्रकारों ने मीडिया की सुरक्षा को लेकर भी सवाल उठाया। कहा कि अगर हम किसी के खिलाफ खबर लगाते हैं तो हम पर कुछ लोग गलत आरोप लगाकर शिकायत करते हैं। ऐसे मामलों में एसपी ने कहा कि किसी पत्रकार के खिलाफ शिकायत आती है तो उसकी पूरी जांच पड़ताल के बाद ही आगे की कार्रवाई होती है। आप सभी निष्पक्षता व निश्चिंत होकर पत्रकारिता करें। वही जो लोग पत्रकारिता की आड़ में गलत कार्यों में लिप्त हैं ऐसे लोगों पर कार्रवाई में पीछे न हटने की बात भी एसपी ने कही है।
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