इंटरव्यू- जानिए बालोद के नए एसपी आईपीएस डॉ जितेंद्र यादव के बारे में, जिन्होंने यूपीएससी की परीक्षा तीन बार की है क्रैक, किसान के हैं बेटे, खुद भी खेती करते की पढ़ाई, पढ़िए उनकी प्रेरक कहानी
काम को लेकर रहते हैं गंभीर, कानून व्यवस्था मजबूत करना जिले में है इनकी प्राथमिकता
बालोद। बालोद जिले के नए एसपी डॉ जितेंद्र यादव ने बुधवार को पदभार ग्रहण कर लिया। पूर्व एसपी गोवर्धन सिंह ठाकुर ने उनका स्वागत सम्मान किया। साथ ही नए एसपी ने आते ही सभी थाना प्रभारियों और अधिकारियों के साथ एक मीटिंग भी ली। बता दें कि राज्य शासन के आदेश के अनुसार बालोद के एसपी रहे गोवर्धन सिंह ठाकुर का सहायक पुलिस महानिरीक्षक रायपुर के रूप में तबादला हुआ है। तो वहीं भानूप्रतापपुर से अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ऑपरेशन डॉक्टर जितेंद्र यादव का बालोद एसपी के रूप में पद स्थापना हुई है। इस पदस्थापना के साथ नए एसपी से DailyBalodNews के संपादक दीपक यादव ने फोनिक इंटरव्यू लेते हुए उनसे उनके जीवन के सफर और बालोद जिले में प्राथमिकता को लेकर बातचीत की। जिसमें उन्होंने यहां के मौजूदा हालातों को चुनौती बताते हुए कानून व्यवस्था को सुदृढ करने की बात कही। साथ ही उन्होंने कहा कि पुलिस की पहुंच हर जनता तक हो इसका विशेष ध्यान रखा जाएगा। समुदायिक पुलिसिंग को पूरी तरह से बढ़ावा दिया जाएगा। बालोद जिले में बढ़ते अवैध शराब बिक्री को लेकर उन्होंने सख्ती दिखाने की बात कही और कहा कि पहली मीटिंग में भी मैंने सभी थाना प्रभारियों को इसको लेकर विशेष हिदायत दे दी है कि कहीं अवैध शराब नही बिकनी चाहिए। जो इस तरह से धंधा कर रहें उन पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई हो। कानून व्यवस्था का उल्लंघन करने वाले बख्शे नहीं जाएंगे।
क्राइम कंट्रोल में किए हैं बेहतर काम
आईपीएस जितेंद्र यादव ने क्राइम कंट्रोल में अहम भूमिका निभाई। जहां भी पदस्थ रहे उन्होंने अपना 100% दिया है। दुर्ग, भाटापारा में क्राइम कंट्रोल में उन्होंने अच्छा काम किया था। आईपीएल सट्टा, सट्टा, साइबर क्राइम में भी बेहतर काम करते हुए उन्होंने अपनी पहचान छोड़ी। दुर्ग में बहुचर्चित इंजीनियर मर्डर केस में इन्वेस्टिगेटर थे।
एसपी बोले- किसान का हूं बेटा खेती के साथ पढ़ाई की
उन्होंने अपने जीवन से जुड़ी बातों को साझा करते हुए कहा कि वे किसान के बेटे हैं और खुद भी खेती किसानी करके पढ़ाई किए हैं। जब एक जॉब लगा तो जॉब करते करते उन्होंने यूपीएससी की तैयारी की। एक बार नहीं उन्होंने तीन-तीन बार यूपीएससी क्रैक किया है। और तीसरी बार में पुलिस सेवा में आए हैं। जशपुर जिले के जितेंद्र कुमार यादव ने तीसरी बार 2019 में यूपीएससी में अपना परचम फहराया था। यूपीएससी 2019 की परीक्षा में उन्होंने 370वीं रैंक हासिल की थी।इससे पहले भी उन्होंने 2015 और 2018 में 170वीं रैंक के साथ आईपीएस में उनका सेलेक्शन हुआ था।
जितेंद्र कुमार यादव छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले में प्रशिक्षु आईपीएस के रूप में पदस्थ रहे इसके बाद दुर्ग फिर भानुप्रतापपुर में पदस्थ रहे। अब बालोद ज्वाइन किए हैं।
एसपी बोले- अगर ठान ले तो हर कामयाबी है मुमकिन
सिविल सर्विसेज एक्जाम्स की तैयारी कर रहे युवा आईपीएस बनने का सपना संजोये परीक्षा में भाग लेते है लेकिन उनका सपना तब साकार होता है जब वह उस स्तर की तैयारी करते हुए सफल होते है। देश के उच्चस्तरीय परीक्षाओं में से एक सिविल सर्विसेज की परीक्षा होती है इसमें सभी को सफलता मिले यह जरूरी नही लेकिन जो मन मे ठान ले और लक्ष्य बनाकर कड़ी मेहनत करे तो सफलता उसके कदम चूमती है। सिविल सर्विसेज की परीक्षा को पास करना ही अपने आप मे एक बड़ी उपलब्धि होती है क्योंकि इसमें देशभर के हजारों लाखों प्रतिभागी भाग लेते है। ऐसे ही युवा आईपीएस अफसर हैं जितेंद्र यादव जिन्होंने एक, दो बार नही तीन बार यूपीएससी की परीक्षाओं को पास कर छत्तीसगढ़ का नाम रौशन किया है।
जशपुर जिले में किसान के बेटे हैं जितेंद्र यादव
आईपीएस जितेंद्र यादव छत्तीसगढ़ के जशपुर जिला के पत्थलगांव विकास खंड के पाकरगांव से है। वे एक किसान परिवार से है। इनकी प्रारंभिक, माध्यमिक तथा हाई स्कूल की परीक्षा गांव में ही हुई, इनके बाद यह हायर सेकेंडरी तक की परीक्षा नवोदय विद्यालय, रायगढ़ से पूरी हुई। इनका चयन वेटनरी विश्वविद्यालय, तमिलनाडु के लिए हुआ। वर्ष 2013 में यह वेटनरी डॉक्टर बने और यूपीएससी की तैयारियों में जुट गए परन्तु यूपीएससी की तैयारियों में पैसे की जरूरत पड़ने लगी और इसी दौरान इनके पिताजी की तवियत ठीक नही होने के कारण उनके भी इलाज में पैसे खर्च होने लगा। ऐसी स्तिथि में इनके भाइयों ने इनके पढ़ाई का खर्च उठाया। पढ़ाई में शुरू से ही अव्वल रहने वाले और सिविल सर्विसेज का सपना देखने वाले जितेन्द्र यादव ने जल्द ही सफलता का स्वाद चखा और वर्ष 2014 में यूपीएससी के अपने पहले ही प्रयास में 349वीं रैंक प्राप्त कर आईआरएस के लिए चयनित हुए और हरियाणा के रोहतक में बतौर सहायक आयुक्त, जीएसटी तीन वर्षों तक अपनी सेवाएं दी। अपने मेहनत को आगे बढाते हुए इन्होंने वर्ष 2017 के यूपीएससी में 170वीं और वर्ष 2019 की यूपीएससी में पुनः 370वीं रैक हासिल कर आईपीएस के लिए चयनित हुए।
इन्हें होम कैडर छत्तीसगढ़ मिला और ट्रेनिंग के पश्चात बतौर प्रशिक्षु बलौदा बाजार जिला में पदस्थ किया गया। प्रशिक्षु आईपीएस के दौरान यह भाटपारा थाना प्रभारी भी रहे। इनके उपरांत इन्हें मुख्यमंत्री और गृहमंत्री के जिले के नगर पुलिस अधीक्षक दुर्ग की जिम्मेदारी सौंपी गई । बैडमिंटन और बुक रीडिंग में विशेष रुचि रखने वाले आईपीएस जितेंद्र यादव मद्रास विश्वविद्यालय से गोल्ड मेडलिस्ट है और यह छत्तीसगढ़ के आबकारी विभाग और दिल्ली में पशु चिकित्सा विभाग में भी अपनी सेवाएं दे चुके है। इनके दो भाई है।
बड़े भाई नरेंद्र यादव टीचर है तथा मंझले भाई संजय यादव छत्तीसगढ़ पुलिस में सब इंस्पेक्टर है और सुकमा में पदस्थ है। विशेष बातचीत करते हुए आईपीएस जितेंद्र यादव ने कहा कि किसी भी युवा के लिए उनका पहला स्कूल उनका परिवार और टीचर माता-पिता होते हैं, इसलिए परिवार को अपने बच्चे को सही संस्कार देना चाहिए, आज के बच्चों संस्कार देना बहुत जरूरी है। युवा पीढ़ी ही हमारे देश का भविष्य है यदि माता-पिता बच्चों को सही शिक्षा देंगे एवं सामाजिक रूप से एक अच्छा इंसान बनाने की कोशिश करेंगे तो निसंदेह समाज के अपराधों में कमी आएगी, आधुनिक होते समाज में कहीं ना कहीं परिवार के लोग एक दूसरे को वक्त नहीं दे पाते लेकिन अपने बच्चों को वक्त देना एवं सही संस्कार देना बेहद जरूरी है।
आज युवाओं को नशा और अन्य गलत लत से भी दूर रहना चाहिए, यह हमारे समाज के लिए बहुत घातक है। इससे समाज गलत दिशा में जाता है। कई अपराधों का मुख्य नशा होता है।
यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी कर रहे युवा को सफलता का टिप्स देते हुए आईपीएस जितेन्द्र यादव ने कहा कि यूपीएससी की परीक्षा लांग जर्नी की तरह है इसमें हार्ड वर्क और पेशेंस की बहुत आवश्यक होती है। जब आप तैयारी में लगे हुए है उतना देर तक आपको अपना मोटिवेशन बनाकर रखना पड़ता है। यूपीएससी की तैयारी थोड़ा डिफरेंट होता है, इसका सिलेबस अलग होता है और इसमें कॉम्पटीशन ज्यादा है। तैयारी करने वाले अपना माइंडसेट कर तैयारी करें। लक्ष्य से बिना डाइवर्ट हुए अगर कोई मेहनत करता है तो उसे सफलता मिल जाती है।
पदभार के साथ ली बैठक, की जिले की समीक्षा
1 जून को जिला बालोद में नव पदस्थ पुलिस अधीक्षक आईपीएस जितेंद्र कुमार यादव द्वारा पुलिस कार्यालय बालोद में सलामी दिया गया। पदभार ग्रहण के बाद परिचय मीटिंग में जिला पुलिस बालोद के समस्त राजपत्रित अधिकारी अति. पुलिस अधीक्षक प्रज्ञा मेश्राम, डीएसपी सुश्री नवनीत कौर, एसडीओपी प्रतीक चतुर्वेदी, सीएसपी राजहरा मनोज तिर्की, डीएसपी राजेश बागड़े, डीएसपी एसएस मौर्य, रक्षित निरीक्षक मधुसूदन सिंह नाग व समस्त थाना प्रभारी एवं ऑफिस स्टॉफ उपस्थित हुए। इंट्रोडक्शन मीटिंग में एडिशनल एसपी प्रज्ञा मेश्राम द्वारा पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से पुलिस अधीक्षक द्वारा जिला बालोद के संबंध में सभी फील्ड की जानकारियां, थानावार क्राइम रिपोर्ट, राजनीतिक, सामाजिक, भगौलिक, व वर्तमान परिस्थितियों की जानकारी दी गई एवं नव पदस्थ पुलिस अधीक्षक द्वारा कानून व्यवस्था के संबंध में सभी थाना प्रभारियों को अपनी सूचना तंत्र कड़ी करने हेतु सख्त निर्देश दिए गए गए।