हिंदसेना व बजरंग दल ने की स्कूलों में बेटियों का ड्रेस कोड बदलने की मांग, पढ़िए आखिर क्या है वजह?
बालोद। समाज सेवी संगठन हिंद सेना व बजरंग दल के द्वारा कलेक्टर के नाम से ज्ञापन सौंपते हुए स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालय सहित सभी सरकारी और निजी स्कूलों में ड्रेस कोड में बदलाव किए जाने की मांग की गई। खास तौर से बेटियों के ड्रेस कोड में बदलाव की मांग की गई जो कि उच्च क्लास में अध्यनरत हैं। इस ज्ञापन में बताया गया है कि बालोद जिले के सभी शासकीय, अर्धशासकीय, निजी एवं स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालय हिंदी और अंग्रेजी माध्यम में छात्राओं के लिए जो ड्रेस कोड लागू किया गया है उससे बालिकाएं असहज महसूस करती है तथा उन्हें कई स्थानों पर शर्मिंदगी उठानी पड़ती है । छात्राओं को स्कूलों में शर्ट और स्कर्ट पहनाया जाता है। जिससे उन्हें कई दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इन परिस्थितियों में वर्तमान सत्र 2022-23 में छात्राओं के ड्रेस कोड में बदलाव करते हुए उनके लिए सुविधाजनक ड्रेस कोड लागू कर प्रत्येक स्कूलों में छात्राओं को शर्ट और स्कर्ट के साथ लेगीस पहनना अनिवार्य किए जाने की मांग की गई है। जिला प्रशासन से आग्रह किया गया है कि इस पर जल्द से जल्द आदेश जारी करें ताकि आने वाले सत्र में इसका पालन हो। बजरंग दल जिला संयोजक सतीश विश्वकर्मा ने कहा शासकीय स्कूलों में पूर्व में जैसे गणवेश रहता था जैसे कि हाई स्कूल के बच्चों के द्वारा सलवार सूट पहन कर आना अनिवार्य था वैसे ही बालोद जिले भर की सभी शासकीय व निजी स्कूल में अनिवार्य किए जाए। हिन्दसेना के प्रदेश मुख्य संयोजक तरुण नाथ योगी ने कहा कि जिस प्रकार सरकार के द्वारा लगातार स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल हिंदी स्कूल पूरे छत्तीसगढ़ में खोला जा रहा है जिसमें छत्तीसगढ़ के बच्चों को निजी स्कूलों को छोड़कर सरकारी स्कूलों में दाखिला ले रहे हैं लेकिन बच्चियां बड़ी हो रही है छोटे कपड़े पहनने के लिए असहज महसूस करते हैं, इसलिए पूरे छत्तीसगढ़ में नया ड्रेस कोड लागू किया जाए। उक्त मांग को लेकर मुख्यमंत्री को भी डाक के माध्यम से ज्ञापन भेजा गया।।