बालोद में फिल्मी स्टाइल में मर्डर- बेटे ने मां और मामा के संग मिलकर उतारा पिता को मौत के घाट, सोते इंसान पर बरसाई लाठियां, सुराग छिपाने लाश तालाब में फेंका, कपड़े व मोबाइल जलाए, पढ़िए मुड़िया मर्डर केस की क्राइम कहानी

बालोद। सुरेगांव पुलिस ने मुड़िया में हुए जिस मर्डर के मामले का खुलासा किया है उसमें मूल रूप से प्रॉपर्टी का विवाद तो था ही पिता द्वारा मां की ओर ध्यान न दिए जाने, उनके साथ आए दिन मारपीट किए जाने से बेटे व स्वयं मां के मन में पल रही खुन्नस का परिणाम था। जिस 19 वर्ष के युवराज साहू ने अपने मां और मामा के साथ मिलकर अपने पिता तुला राम साहू को मौत के घाट उतारा वह आर्मी में चयनित होने की कगार पर था। फिजिकल परीक्षा पास होने के बाद वह आगे की परीक्षा के लिए कोचिंग कर रहा था। पर मन में पल रहे पिता के प्रति गुस्से ने उसे अपराध की ओर ढकेल दिया। मुड़िया से दूर गांव अहिबरन नवागांव में मृतक तुला राम साहू की लाश रविवार 7 नवंबर को चुरही तालाब में मिली थी। घटनास्थल पर लाश की स्थिति देखकर ही लग रहा था कि यह खुद से डूबा नहीं है बल्कि इसे पहले से मारकर डुबाया गया है। जगह-जगह चोट व हड्डी टूटने के निशान थे। पुलिस व साइबर सेल की टीम मामले में गहन जांच में जुटी रही। गांव के लोगों से भी पता चल गया था कि आए दिन मृतक तुला राम साहू अपनी पत्नी आरोपिया मानबाई साहू उम्र 40 वर्ष निवासी मुड़िया से विवाद करता था। उसकी ओर ध्यान नहीं देता था। खेती किसानी से जो आमदनी होती थी उसे भी मृतक अपनी बहनों को दे देता था। यह भी कहता था कि पैतृक संपत्ति में भी पत्नी को कोई अधिकार नहीं दूंगा। सबको भाई बहनों में बांट दूंगा। इन हरकतों से परेशान होकर लगभग 17 से 18 साल तक आरोपिया पत्नी भी अपने भाई के घर शिकारी टोला में रहा करती थी। कभी कभार ही अपने पति के घर आती थी। बचपन से उनका बेटा युवराज भी यह सब देखते आ रहा था। जब वह गोवर्धन पूजा को गांव मुड़िया आया था तो इस दौरान मां के चेहरे की मायूसी देखकर वह समझ गया था कि फिर से पिता ने उनके साथ मारपीट, झगड़ा किया है। फिर वह शाम को अपने मामा के घर शिकारी टोला चला गया। बता दें कि युवराज भी शिकारी टोला से ही रहकर पढ़ाई करता था। मुड़िया में भी उनका आना-जाना कम था। गोवर्धन पूजा की रात को ही फिर फोन से मां और मामा के साथ बेटे ने मिलकर प्लानिंग की कि आज पिता को खत्म ही कर देते हैं। अब बहुत हो गया ।फिर शिकारी टोला से मामा गंगाधर साहू व बेटा युवराज साहू बोलेरो में बबूल का लाठी लेकर निकले और रात को 12:30 बजे बिस्तर पर सो रहे तुलाराम पर ताबड़तोड़ हमला कर दिया। पत्नी मानबाई ने भी सो रहे पति पर खूब लाठियां बरसाई और अपना गुस्सा उतारा। मौके पर ही तुलाराम की मौत हो गई थी। फिर साक्ष्य छुपाने के लिए तीनों आरोपियों ने उनकी लाश को बोलेरो में भरकर अहिबरन नवागांव के तालाब के पास ले जाकर पानी में फेंक दिया। 7 नवंबर रविवार को सुबह ग्राम के लोगों ने लाश देखी सुरेगांव पुलिस पहुंची। धीरे-धीरे मृतक की पहचान हो गई। इधर आरोपियों द्वारा लाश को ठिकाने लगाने के साथ-साथ खून से सने कंबल व सिम, मोबाइल तक को भी शिकारी टोला के पास ले जाकर जला दिया गया था। अधजला मोबाइल भी बरामद हुआ है। पुलिस लगातार मुखबिर लगाकर व ग्रामीणों से पूछताछ करते कड़ी से कड़ी मिलाती गई और अंततः परिवारिक जमीन संबंधी विवाद की बात भी सामने आई। संदेह के आधार पर पूछताछ के लिए तीनों को हिरासत में लिया गया और लाश मिलने के 24 घंटे के भीतर मामले से पर्दा उठ गया।

बनी थी टीम, सभी पहलुओं से हुई जांच

पुलिस अधीक्षक बालोद सदानंद कुमार के मार्गदर्शन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बालोद डी.आर. पोर्ते के निर्देशन में तथा अनुविभागीय अधिकारी प्रतीक चतुर्वेदी के पर्यवेक्षण एवं साइबर सेल प्रभारी बालोद निरीक्षक रोहित मालेकर के नेतृत्व में हत्या के प्रकरण को सुलझाने व अज्ञात आरोपियों को पकड़ने हेतु थाना सूरेगांव व साइबर सेल की विशेष टीम तैयार किया गया था।प्रकरण में 03 आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया। वरिष्ठ अधिकारियों के द्वारा घटना स्थल का निरीक्षण कर टीम को आवष्यक दिषा- निर्देष दिया गया था। हत्या की पुष्टि होने पर थाना सूरेगांव में अपराध क्रमांक 80/2021 ,धारा-302,201,34 भादवि कायम कर विवेचना में लिया गया था। टीम द्वारा घटना स्थल के आसपास व ग्राम मुढिया में कैम्प कर तकनीकी साक्ष्य एवं फोरेंसिक साक्ष्य की मदद ली गई। घटना के संबध में महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त किया गया। जिसमें प्रकरण में 10 साल पूर्व पैतृक जमीन के बटवारे के संबध में मृतक का अपनी पत्नी से वाद- विवाद होता रहता था । मृतक तुलाराम अपने जमीन को अपने भाई बहन को दे दूंगा कहकर अपनी पत्नी से मारपीट, गाली गलौज करता रहता था। जिससे मृतक का छोटा बेटा युवराज साहू व साला गंगाधर साहू परेशान रहते थे।

केस सुलझाने में इनकी भूमिका

उक्त प्रकरण में आरोपियों की पतासाजी एवं गिरफ्तारी में साइबर सेल प्रभारी बालोद निरीक्षक रोहित मालेकर ,निरीक्षक कुमार गौरव साहू ,निरीक्षक मनीष शर्मा, निरीक्षक भानुप्रताप साव, थाना प्रभारी उप निरीक्षक अमित तिवारी ,सउनि अजित महोबिया ,सउनि होल सिंह, प्रधान आरक्षक भुनेष्वर मरकाम ,प्रधान आरक्षक रूमलाल चुरेन्द्र, आरक्षक पूरन प्रसाद देंवागन, आरक्षक संदीप यादव , आरक्षक आकाष दुबे, आरक्षक राहुल मनहरे , आरक्षक विवेक शाही, आरक्षक सुरेन्द्र कटरे, थलेष्वर सुधाकर , विकास साहू ,यषवंत देषमुख आरक्षक योगेष पटेल , विपिन गुप्ता , महिला आरक्षक रेमन महिलांग की सराहनीय भूमिका रही है।

एक नजर गिरफ्तार आरोपियों के नाम व पते पर

  1. गंगाधर साहू पिता चिन्ताराम साहू उम्र 43 वर्ष पता- षिकारी टोला थाना सूरेगांव जिला बालोद (छ.ग.)
  2. युवराज साहू पिता तुलाराम साहू उम्र 19 वर्ष पता- मुढ़िया थाना सूरेगांव जिला बालोद (छ.ग.)
  3. मानबाई साहू पति तुलाराम साहू उम्र 46 वर्ष पता- मुढ़िया थाना सूरेगांव जिला बालोद (छ.ग.)

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