दैहान तरौद जंगल बचाओ अभियान के अंतर्गत जंगल में हुआ सद्बुध्दि यज्ञ
बालोद। दैहान तरौद जंगल बचाओ अभियान के तहत सद्बुद्धि महायज्ञ का कार्यक्रम रखा गया. जिसमें जिला भर के सभी पर्यावरण प्रेमियों के सहयोग से यह कार्यक्रम शासन प्रशासन को सद्बुद्धि देने के लिए किया गया. लगातार पर्यावरण प्रेमियों के द्वारा दैहान तरौद जंगल बचाओ अभियान के तहत कर रहे हैं. ग्राम दैहान से तरौद तक 7.80 किमी बायपास रोड निर्माण करने का प्रस्तावित है. जिसमें सरकारी आंकड़े के अनुसार 2900 पेड़ों की कटाई होना है. जिसका विरोध पर्यावरण प्रेमियों के द्वारा लगातार एक माह से अनेकों तरीके से कर रहे हैं.जिसमें चिपको आंदोलन, रक्षा सुत्र बांध कर, पेड़ों पर भगवान के तस्वीर लगाकर तो कभी शेर भालू बनकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. पर्यावरण प्रेमियों का कहना है सिर्फ बड़े पेड़ों की गिनती 2900 सरकारी आंकड़े में किया गया है किन्तु 20 हजार से अधिक छोटे बड़े पेड़ों की बलि विकास के नाम पर देने की तैयारी है जिसे रोकने प्रयास कर रहे हैं. भोज साहू पर्यावरण प्रेमी ने बताया कि दैहान तरौद जंगल बचाओ अभियान में हरियाली अमावस्या होने के वजह से सद्बुध्दि महायज्ञ बालोद के पंडित के माध्यम से मंत्रोपचार के साथ पूर्ण नियमानुसार किया गया. साथ ही भगवान ब्रह्मा विष्णु महेश को अर्जी पत्र लिखकर जंगल काटने वालों को सद्बुद्धि प्रदान करने के लिए पत्र लिखें. जिसे पंडित को सौंपकर भगवान से अर्जी करने के लिए कहा गया. उसके बाद देश के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, राज्यपाल, मुख्यमंत्री, वन मंत्री को भी पत्र लिखकर दैहान तरौद जंगल में पेड़ कटने वाले फैसला पर तत्काल रोक लगवाने की मांग पत्र पोष्ट बाक्स में डालकर भेजा गया.
जंगल में ही भोज साहू ने अपने पुत्र वृक्षांश का तीसरा जन्मोत्सव केक काटकर मनाया. उसके उपरांत 300 नग सीड बाल का रोपन जंगल में किया गया।
कविता गेंद्रे सामाजिक कार्यकर्ता ने कहा कि हमारे जिले के पर्यावरण प्रेमियों के द्वारा लगातार जंगल बचाओ अभियान चलाया जा रहा है. इस पर शासन प्रशासन को तत्काल संज्ञान में लेते हुए रोक लगाना चाहिए. हम अभी कोरोना काल से गुजर रहे हैं. आक्सीजन की किल्लत से न जाने कितने लोग मौत के मुंह में समा गए।
कौशल गजेंद्र व प्रशांत पवार ने कहा कि समय पर बारिश के मौसम में भी बारिश नहीं होने से किसानों के खेती बाड़ी के काम में अड़चनें आ रही है. हम लगातार पर्यावरण का दोहन कर रहे हैं. लेकिन वापस कुछ भी नहीं दे रहे हैं. ऊपर से जंगल को काटकर विकास के नाम पर विनाश कर रहे हैं. लगातार शासन प्रशासन एक तरफ पेड़ पौधे लगाने के लिए अभियान चलाया जा रहा है वहीं दूसरी ओर इस तरह बिना सोचे समझे विनाश की ओर ढकेला जा रहा है। इस कार्यक्रम में जिले के बड़ी संख्या में पर्यावरण प्रेमियों का टीम जिसमें प्रमुख रूप से भोज साहू पर्यावरण प्रेमी, कविता गेंद्रे सामाजिक कार्यकर्ता,कौशल गजेंद्र सामाजिक कार्यकर्ता, शुभम साहू, प्रशांत पवार, रत्नेश ठाकुर, पुष्पेंद्र साहू, पिलेश्वर साहू राजकुमार साहू, प्रदीप साहू ,सुरेश बघेल, दुलेश्वर डडसेना ,तारकेश्वर देशमुख,टिकेश्वर साहू,संतलाल देवांगन, यशवंत टंडन, विनोद टंडन सहित जिला के पर्यावरण प्रेमी की टीम उपस्थित थे।
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