फ्लैशबैक- सांकरा ज में मुख्यमंत्री के रूप पहली बार होगा भूपेश का आगमन, जब मध्यप्रदेश शासन काल में परिवहन मंत्री थे तब पहली बार आए थे यहां, ग्रामीणों में यादें हुई ताजा, पढ़िए उस जमाने की कहानी,,,,

सांकरा ज में ही बन रहा है हेलीपैड, तैयारी में जुटे हैं पंचायत प्रशासन, आते ही गौठान का करेंगे भ्रमण और निरीक्षण

बालोद। भूपेश बघेल, मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बार बालोद ब्लॉक के ग्राम सांकरा ( जगन्नाथपुर) आ रहे हैं। लेकिन इसके पहले वे इस गांव सांकरा में दो बार और आ चुके हैं। एक बार किसी पारिवारिक कार्यक्रम में आये थे तो एक बार मध्यप्रदेश शासन काल में जब परिवहन मंत्री थे तब भी उनका आगमन हुआ है। सांकरा में मुख्यमंत्री के आगमन के लिए हेलीपैड बनाया जा रहा। जगन्नाथपुर में वैसे तो मुख्य भेंट मुलाकात कार्यक्रम होगा। लेकिन उनका आगमन सर्वप्रथम सांकरा में होगा। जहां वे गौठान का निरीक्षण करेंगे। वहां चल रही योजनाओं का जायजा लेंगे। जिसके बाद वे जगन्नाथपुर प्रवेश करेंगे। यहां पुरातात्विक शिव मंदिर और शीतला मंदिर में पूजा अर्चना करने के बाद गांव में भ्रमण करते हुए भागी राम साहू के घर भोजन करेंगे। फिर वे मुख्य आयोजन स्थल पर पहुंचेंगे। मुख्यमंत्री आते ही गौठान में प्रवेश करेंगे। जिसे देखते हुए सरपंच वारुणी देशमुख, उपसरपंच भीमेश देशमुख सहित सभी पंच गण खास तैयारी में जुटे हुए हैं। ताकि मुख्यमंत्री के इस प्रोजेक्ट को अच्छे से प्रदर्शित कर सकें। गौठान का आकर्षक रंग रोगन किया गया है। जहां वर्मी कंपोस्ट तैयार किया जा रहा है। तो वही वहां पुराने वृक्षों को भी संरक्षित किया गया है। पहले यहां नर्सरी हुआ करता था।

मोतियाबिंद ऑपरेशन के लिए हुआ था गांव में शिविर तब हुआ था आगमन

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल मध्य प्रदेश शासन काल में परिवहन मंत्री थे।

उस समय की यादों को ताजा करते हुए सांकरा ज के रहने वाले राधेश्याम चंद्राकर ने बताया कि बात 1995 की है। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में पहली बार क्षेत्र में मोतियाबिंद ऑपरेशन व नेत्र जांच शिविर लगा हुआ था। जहां आसपास के कई गांव के लोग पहुंचे थे। इस दौरान गांव में रात्रि में लोकरंग अर्जुन्दा का पहली बार आयोजन भी हुआ था। तत्कालीन परिवहन मंत्री रहे भूपेश बघेल शिविर में विशेष अतिथि के रुप में पहुंचे थे। खास बात यह भी है कि उस समय जब लोकरंग की प्रस्तुति हुई थी तो वर्तमान विधायक व संसदीय सचिव कुंवर सिंह निषाद भी उसमें कलाकार थे। कार्यक्रम का संयोजन व कार्यक्रम का मंच संचालन राधेश्याम चंद्राकर ने ही किया था। दूसरी दफा 2006 में सांकरा ज के पुरुषोत्तम चंद्राकर जो वन विकास निगम के पूर्व अध्यक्ष थे, उनके निधन पर दशगात्र कार्यक्रम में भी भूपेश बघेल पहुंचे थे। अब यह तीसरी बार है जब वे यहां आ रहे हैं। मुख्यमंत्री बनने के बाद उनका यह पहला आगमन होगा। 1995 में हुए उक्त आयोजन के जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष दुर्ग के वासुदेव चंद्राकर, परिवहन मंत्री भूपेश बघेल, बालोद के तत्कालीन विधायक स्वर्गीय लोकेंद्र यादव, डौंडीलोहारा के विधायक डोमेन्द्र भेड़िया भी साक्षी बने थे। श्री चंद्राकर ने बताया कि वे किसान संघ के सचिव थे तो वही अध्यक्ष कोहंगाटोला के नेमसिंह साहू थे। जो किसानों के मुद्दों को लेकर नेतृत्व करते थे। उस समय क्षेत्र में लो वोल्टेज की बहुत समस्या रहती थी। बिजली बार-बार गुल होती थी। लालटेन का जमाना था। ऐसे समय में एक बड़ा आयोजन चुनौतीपूर्ण था। लेकिन ग्रामीणों ने शासन प्रशासन और अतिथियों के मदद से सफल आयोजन किया था। आज जब मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बार भूपेश बघेल आ रहे हैं तो उस समय आयोजन में शामिल लोग उनकी यादों को ताजा कर रहें और मुख्यमंत्री से मिलने उनके स्वागत को उत्सुकता दिखा रहे हैं। कई पुराने साथी जो वर्तमान में गांव में नहीं रहते, बाहर रह रहे हैं वह भी मुख्यमंत्री के सांकरा आगमन की सूचना मिलने के बाद अपने ग्राम लौट आए हैं और हेलीपैड पर उनके स्वागत की तैयारी में जुटे हुए हैं।

जगन्नाथपुर सांकरा में कॉलेज की कर सकते हैं घोषणा, हायर सेकेंडरी स्कूल के लिए भी बनेगा नया भवन

विधायक संगीता सिन्हा ने बताया कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भेंट मुलाकात कार्यक्रम के दौरान जगन्नाथपुर सहित आसपास के ग्रामीणों को कई बड़ी सौगात दे सकते हैं। खासतौर से इस गांव में कालेज खोलने की मांग प्रमुख है।

इसकी घोषणा भी इनके द्वारा की जा सकती है। इसके लिए हमने पूरा प्रयास किया है। और पूरी उम्मीद है कि जगन्नाथपुर सांकरा के निवासियों को कालेज की सौगात मिल जाएगी। इसी तरह हायर सेकेंडरी स्कूल के नए भवन को लेकर भी मांग रखी गई है। सांकरा के सरपंच वारुणी देशमुख ने बताया कि वह गांव में आत्मानंद अंग्रेजी स्कूल खुलवाना चाहती हैं। जगन्नाथपुर के सरपंच अरुण साहू ने कहा कि वे बांध में एनीकट की मांग रखेंगे। इसके अलावा पुरातात्विक शिव मंदिर के संरक्षण सहित अन्य मांगों को उठाएंगे। कालेज की मांग भी उनकी प्रमुख रहेगी।

जानिए भूपेश बघेल के बारे में

भूपेश बघेल एक भारतीय राजनेता हैं और वे कांग्रेस पार्टी के सदस्य हैं तथा छत्तीसगढ़ विधान सभा में दुर्ग जिले के पाटन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं। उन्होंने अपनी राजनीतिक यात्रा भारतीय युवा कांग्रेस के सदस्य के रूप में वर्ष 1985 में शुरु की थी और 1993 में पाटन से अपना पहला चुनाव जीतकर मध्य प्रदेश विधान सभा पहुंचे थे। 1998 में एक बार फिर वे पाटन से मध्य प्रदेश विधान सभा के लिए चुने गए और दिग्विजय सिंह के नेतृत्व वाली राज्य सरकार में जन सरोकार विभाग के राज्य मंत्री और बाद में परिवहन मंत्री बनाए गये।
वर्ष 2000 में जब छत्तीसगढ़ पृथक राज्य बना तो बघेल इसके प्रथम राजस्व मंत्री बने। वे छग विधान सभा में विपक्ष के उपनेता के तौर पर भी कार्य कर चुके हैं। 2014 में भूपेश बघेल को सजंग प्रदेश कांग्रेस कमिटी का अध्यक्ष बनाया गया। उन्होंने डेढ दशक बाद कांग्रेस को इस वन्य प्रदेश की सत्ता में लाने में अग्रणी भूमिका निभायी। 2018 के विधान सभा चुनाव में जीत के बाद भूपेश बघेल छग के तीसरे मुख्य मंत्री के रूप में शपथ ग्रहण किया।

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