अग्निपथ पर कांग्रेस शासित राज्यों में अफवाहों की आंधी रोकने पहुंच रहे भाजपाई, बता रहे क्या है सच्चाई? बालोद में प्रेम प्रकाश पांडे ने ली प्रेसवार्ता
अग्निपथ को लेकर कांग्रेस द्वारा भ्रम फैलाने का आरोप लगाकर योजना के प्रचार में भाजपाइयों ने संभाली कमान, हर जिले में ले रहे हैं प्रेस वार्ता
बालोद। इन दिनों पूरे देश भर में सेना की अग्निपथ योजना की चर्चा है कोई इसका समर्थन कर रहा तो कहीं इसका विरोध हो रहा है। इस बीच भर्ती भी शुरू हो गई है रजिस्ट्रेशन जारी है। तो वही कांग्रेस द्वारा लगातार इसका विरोध किया जा रहा है। उक्त विरोध पर सियासत भी तेज है और कांग्रेस के इस विरोध को भ्रम फैलाने का आरोप लगाते हुए भाजपाई कमान संभालने लगे हैं और सभी जिलों में जाकर छत्तीसगढ़ में प्रेस वार्ता ली जा रही है। क्योंकि यहां कांग्रेस की सरकार है। अग्नीपथ योजना का प्रचार प्रसार करने में भाजपाई जुटे हुए हैं। इस क्रम में प्रेस वार्ता लेने के लिए बालोद में प्रेम प्रकाश पांडे पहुंचे थे।जिला भाजपा कार्यालय बालोद में अग्निपथ योजना को लेकर एक पत्रकार वार्ता का आयोजन रखा गया था। जिसमें मुख्य वक्ता के रूप में पूर्व कैबिनेट मंत्री भाजपा के कद्दावर नेता प्रेम प्रकाश पांडे उपस्थित हुए। योजना को लेकर उन्होंने कहा कि इसी सप्ताह हमने भारत पर थोपे गए आपातकाल की 45वी बरसी मनाई है। यह सप्ताह भारत के लोकतंत्र के लिए हमेशा स्मरण करने लायक होता है। साथ ही यह भी याद रखने लायक है कि भारत की सुरक्षा और लोकतंत्र के पक्ष में जो भी होगा कांग्रेस उसके खिलाफ होगी।
पत्रकार वार्ता में पांडेय ने कहा कि देश की सुरक्षा और लोकतंत्र के हित में जुड़ा हर विषय कांग्रेस के गले की हड्डी बन जाता है। भारत के तीनों सेनाओं को सशक्त करने के लिए लाई गई योजना अग्निपथ का आयोजित विरोध, तोड़फोड़ ट्रेनों में ,भाजपा कार्यालय में आग लगाना आदि कांग्रेसी उसी देश विरोधी मंशा को प्रकट करता है देशभर में जहां भी अग्निपथ के खिलाफ उपद्रव हो रहे हैं उसके पीछे कांग्रेस और उसके मित्र दल ही हैं। यह अनेक तथ्यों के साथ साबित हो चुका है। हाल ही में कांग्रेस विधायक विक्रम मंडावी ने सीधे तौर पर बस्तर में यह आह्वान किया कि जैसे तोड़फोड़ बिहार में हो रहा है जिस तरह वहां गाड़ियों जलाई जा रही हैं वैसा ही छत्तीसगढ़ में भी होनी चाहिए। यह भी याद रखना होगा कि कुछ समय पहले कांग्रेस मुखिया राहुल गांधी ने विदेशों में जाकर यह कहा था कि केरोसिन छिड़का हुआ है बस माचिस की तीली दिखाने की जरूरत है। कांग्रेस ने यह तीली दिखा दिया है। चुनावी राजनीति से बुरी तरह पस्त और परास्त कांग्रेस अब इस तरह से उपद्रव कर देश पर कब्जा करने की कोशिश फिर से कर रही है। जहां तक सेना का सवाल है तो कांग्रेस हमेशा से सेना को कमजोर करने की कोशिश में लगी रही है। पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू का स्पष्ट मानना है कि देश को सेना की जरूरत नहीं है। ऐसी सेना विरोधी कांग्रेस अग्निपथ के खिलाफ जिस तरह से हरकत कर रही है इसकी देश भर में निंदा होनी चाहिए व भारत में आग लगाकर अपनी राजनीतिक रोटी सेकना चाहती है। अग्निपथ की स्कीम पर सबसे बड़े विरोध का कारण यह बताया जा रहा है कि 4 साल बाद नौकरी नहीं होंगे जबकि तथ्य यह है कि इस वर्ष के कुल 46 हजार लोगों की प्रस्तावित भर्ती में से 11500 यानी 25% सेना में ही स्थाई होंगे शेष 34500 अग्नि वीरों के लिए रक्षा मंत्रालय ,गृह मंत्रालय, अर्धसैनिक बल और राज्य पुलिस आदि में अवसर होंगे। देश में 36 प्रदेश इन सभी प्रदेशों में अग्नि वीरों के पास वास्तव में रोजगार के इतने अवसर होंगे कि अग्नि वीरों को ही तय करना होगा कि वह कहां जाना चाहते हैं। उनके पास विकल्पों की कमी नहीं होगी। इस योजना से हमारी सेना और अधिक जवान होगी। औसत आयु 32 वर्ष से घटाकर 24 वर्ष हो जाएगी। शक्तिशाली देशों में दर्जनों ऐसे देश है जहां ऐसी व्यवस्था कर उन्होंने अपनी सेना को सुदृढ़ बनाया ।इस योजना से 4 गुना अधिक लोगों को सेना का हिस्सा होने का अवसर मिलेगा। 21 से 25 वर्ष की उम्र में ही जब युवा आगे के बारे में सोच रहे होते हैं। उसी समय देश के अग्नि विरो के पास ना केवल भारतीय सेना जैसे विश्व स्तरीय संस्थान में काम करने का वर्षों का अनुभव होगा ना केवल उस उम्र में ही उनके भीतर देशभक्ति की भावना कूट-कूट कर भर चुकी होगी। अनुशासित जीवन का अभ्यास उन्हें हो चुका होगा। बल्कि 4 वर्ष के बाद उनके पास अनुभव और शिक्षा का भी प्रमाण पत्र साथ में लाखों रुपए भी होंगे। जिसके सहारे वे आगे का अपना मार्ग प्रशस्त करेंगे ।क्योंकि इस योजना से देश के प्रति प्रतिबद्ध युवाओं की एक फौज देशभर में खड़ी हो जाएगी ।जाहिर है ऐसा होना कांग्रेस की राजनीति को कभी भी रास नहीं आता। इसलिए अपना अग्निपथ का विरोध कांग्रेस के लिए अस्तित्व का सवाल बन गया है। इसके विपरीत देशभर में लाखों युवाओं ने तैयारियां शुरू कर दिया है। जिस तरह हजारों हजारों युवाओं ने रजिस्ट्रेशन भी करा लिया है। इससे राष्ट्र की बहुमूल्य संपत्ति को जलाने के जिम्मेदारों का मंसूबा चकनाचूर हो गया है। जहां तक छत्तीसगढ़ कांग्रेस का सवाल है तो सीएम भूपेश बघेल का यह कहना है कि हथियार चलाना सीख लेने के बाद अग्निवीर अराजक हो जाएंगे यह भारत की महान सैन्य परंपरा का अपमान है। आज भी हर राज्य में हजारों सेवानिवृत्त सैनिक हैं वह सभी क्या अराजक हो गए हैं छत्तीसगढ़ के गांव किरित में ही 100 से अधिक सेवानिवृत्त सैनिक रहते हैं। क्या वह या वैसे सभी गांव अराजक हो गए। पुलिस सेवा से निवृत्त होकर लाखों लोग समाज में आते हैं वह सभी अराजकता पैदा नहीं करते बल्कि समाज की थाती बन जाते हैं। भूपेश बघेल जैसे अराजक व्यक्तित्व का डर यही है कि अगर देशभक्तों की फौज खड़ी हो गई तो कांग्रेस का अस्तित्व समाप्त हो जाएगा। उनकी अराजक और विभेदकारी राजनीति की विरासत का खत्म हो जाएगा। जिस भूपेश सरकार ने वादों के बावजूद अभी तक युवाओं को रोजगार और बेरोजगारी भत्ता नहीं दिया। जिसने युवाओं से किए अपने वादे पर विश्वासघात का उदाहरण प्रस्तुत किया है। जिसने बेरोजगार युवाओं को आत्महत्या को मजबूर किया है ।छत्तीसगढ़ के युवाओं को ₹2500 प्रतिमाह देने का वादा कर अभी तक 43 माह के कुशासन में कांग्रेस प्रति युवा सवा लाख रुपए की ठगी कर चुकी है। अभी अनियमित संविदा कर्मचारियों को बिजली विभाग के कर्मचारियों को 10 दिन में नियमित करने का वादा करने वाले भूपेश बघेल अब उन पर लाठियां बरसा रहे 5 लाख युवाओं को रोजगार देने के इनके खुद का झूठ का खुद ही सदन में इन्हें पर्दाफाश करना पड़ा। 12000 मनरेगा कर्मचारी सामूहिक इस्तीफा देने पर विवश हुए युवाओं और देश के साथ विरोध की अपनी शक्ति और हल्की राजनीति से कांग्रेस बाज आए इतने बड़े जनादेश के बाद भी छत्तीसगढ़ में कुछ नहीं कर पा रही है। कांग्रेस 70 दशक में सेना को सशक्त नहीं कर पाई। चीन पाकिस्तान के कब्जे में भारत की भूमि को बंजर भूमि कहकर सौंप देते हैं। मोदी जी के शासन में सेना विश्व स्तरीय हथियारों से लैस वायु थल जल सेना विश्व के सबसे शक्तिशाली सेना बनकर उभरी है। एयर स्ट्राइक पर सबूत मांगने वाले सेना के पराक्रम पर सवाल खड़ा करने वाले कांग्रेसी किस मुंह से अग्निपथ का विरोध करते हैं। पत्रकार वार्ता में मुख्य रुप से जिला भाजपा अध्यक्ष कृष्णकांत पवार, राकेश यादव, प्रीतम साहू, यशवंत जैन ,यज्ञदत्त शर्मा, देवेंद्र जायसवाल, किशोरी साहू, देवलाल ठाकुर, छगन देशमुख, राकेश छोटू यादव ,शरद ठाकुर, जयेश ठाकुर,लोकेश श्रीवास्तव,सुरेश निर्मलकर ,प्रेम साहू, सुरेंद्र देशमुख, कीर्तिका साहू, खिलेश्वरी साहू, जगदीश देशमुख, राजीव शर्मा विनोद कौशिक, विनोद गिरी गोस्वामी उपस्थित रहे।