ये तो हाल है- नाम रोशन नगर और एक ही पोल पर 10 से ज्यादा मीटर, बिजली बिल हर महीने 4 से 10 हजार पार
बालोद| नगर के दिहाड़ी मजदूरों की एक बस्ती भाटापारा रोशन नगर है । जिसमें विगत 10-15 वर्षों से लगभग 80 परिवार निवासरत है। विगत 3 वर्ष पूर्व विद्युत मंडल द्वारा 40 परिवारों को टेंपरेरी विद्युत कनेक्शन दिया गया है। मात्र 3 खंभों के सहारे 40 परिवारों का विद्युत मीटर खंभों में ही लगा दिया गया है। दिहाड़ी मजदूर किरण साहु कैलाश निषाद राधाबाई पुष्पा बाई नरेंद्र साहू कुंती यादव ललिता बाई झामिन बाई सहित सभी अस्थाई मीटर उपभोक्ताओं का बिजली बिल किसी का 10000 तो किसी का 8000 तो किसी का 6000, 5000 , 4000, 3000, रुपए आ रहा है। प्रतिमाह ₹11 प्रति यूनिट के हिसाब से उपभोक्ताओं को बिजली बिल अदा करना पड़ रहा है। विद्युत खंभों से 600 मीटर से अधिक दूरी पर केबल तार को बल्ली व बांस के सहारे अपने-अपने घरों तक ले जाना पड़ा है। एक उपभोक्ता को 10,000 से अधिक खर्च करके अस्थाई कनेक्शन लेना पड़ा है। उसके बाद प्रत्येक माह हजारों रुपए बिजली बिल का अदा करना पड़ रहा है। बरसात के दिनों में भय व दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। लगातार विद्युत विभाग, कलेक्टर नगर पालिका को आवेदन निवेदन किया गया है परंतु आज पर्यंत तक विद्युत खंभा नहीं लगाया गया है। अस्थाई कनेक्शन लगे 3 वर्ष पूर्ण हो चुके हैं बिजली विभाग को लाखों रुपए की कमाई हो चुकी है। इसके बावजूद विद्युत विभाग भी मात्र 5 , 6 पोल लगाने में रुचि नहीं दिखा रहे हैं। नागरिकों का कहना है कि मुख्यमंत्री, विधायक, कलेक्टर, नगर पालिका अध्यक्ष को कई बार आवेदन सौंपा जा चुका है। इसके बाद भी किसी के द्वारा भी ध्यान नहीं दिया जा रहा है। दूसरी ओर रेलवे की जमीन से हटाए गए उड़िया पारा के लोगों को भी यहीं पर बसाने की कयावद चल रही है। जिसके बाद लगभग 100 परिवार इस बस्ती में हो जाएंगे। इसी प्रकार पेयजल व सड़क जैसे बुनियादी सुविधाएं भी इन दिहाड़ी मजदूरों को अभी तक अप्राप्त है। भाटापारा रोशन नगर में पानी बिजली सड़क जैसे बुनियादी सुविधाओं की मांग हेतु रहवासियों द्वारा दो बार मुख्यमंत्री के पास एवं कई बार विधायक एवं नगर पालिका अध्यक्ष के चक्कर लगा चुके हैं। परंतु आज तक बुनियादी सुविधाओं से वंचित है ।मात्र हताशा ही मिली है। भाजपा नेता संतोष कौशिक ने बताया विधायक, नगर पालिका अधिकारी एवं कलेक्टर से मांग की गई है की अति शीघ्र बुनियादी सुविधा पानी बिजली सड़क इन दिहाड़ी मजदूरों के बस्ती तक पहुंचे। तो साथ ही बिजली बिल का दंश जो नागरिक झेल रहे है उस समस्या का भी स्थाई हल किया जाए और यहां स्थाई कनेक्शन दिया जाए। और व्यवस्थित तरीके से मीटर लगाया जाए। बरसात में एक ही जगह लगे दर्जनभर मीटर से शॉर्ट सर्किट का खतरा भी बना रहता है। बिना बिजली के इस इलाके में रहना मुश्किल होता है इसलिए मजबूरी में कहीं-कहीं से कर्ज लेकर लोग बिजली बिल चुका रहे हैं। उन्हें स्थाई कनेक्शन मिलने पर ही राहत मिल सकती है।