चिकनी टाइल्स दीवार से क्या फिसली, सत्ता-सरकार को घेरने कूद पड़े नेता, आंगनबाड़ी केंद्र भैसबोड में भ्रष्टाचार उजागर, मंत्री अनिला भेड़िया ने कहा दोषियों पर होगी कार्रवाई, एसपी- कलेक्टर पहुंचे बच्चों से मिलने, पढ़िए सुबह से अब तक का पूरा घटनाक्रम,,,,,
बालोद। ग्राम भैसबोड़ के आंगनबाड़ी केंद्र क्रमांक 3 में टाइल्स गिरने से 4 बच्चों के घायल होने की खबर सबसे पहले DailyBalodNews ने तस्वीरों के साथ प्रकाशित कर तत्काल शासन प्रशासन का ध्यान आकर्षित कराया। इस घटना को हमने गंभीर मामला बताया। तत्काल शासन प्रशासन हरकत में भी आया। बात महिला व बाल विकास विभाग मंत्री तक भी पहुंची। मंत्री अनिला भेड़िया ने इसमें जांच के आदेश दिए और दोषियों पर कार्रवाई की बात कर रहे हैं। इधर मामले में राजनीति भी शुरू हो गई है। बड़े-बड़े नेता राजनीति में कूद गए हैं। जहां भाजपा की ओर से पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष देवलाल ठाकुर ने इसे गंभीर घटना बताते हुए ठेकेदार व उनके संरक्षकों पर एफ आई आर दर्ज करने की मांग कर रहें तो वही आम आदमी पार्टी भी इसमें पीछे नहीं है और इस घटना की निष्पक्ष जांच की मांग होने लगी है। टाइल्स नीचे बिछा हो तो उसकी चिकनाहट में कभी कभी लोग फिसल कर गिर जाते हैं। लेकिन यहां तो दीवार में चिपकाए गए टाइल्स ही फिसल कर गिर गई और क्या विपक्ष और लोगों को सत्ता व सरकार को घेरने का मौका भी मिल गया। क्योंकि इस तरह आंगनबाड़ी केंद्रों में टाइल्स लगाने के नाम पर लापरवाही, भ्रष्टाचार, गड़बड़ी किए जाने की शिकायतें प्राप्त हुई थी। इसके उदाहरण कई आंगनबाड़ी केंद्र में देख सकते हैं और यही वजह है कि भ्रष्टाचार की परत अब गिरने लगी है। भैसबोड में बच्चे घायल हुए तो यह भ्रष्टाचार से भरा काम जनता के सामने आ गया। अब देखने वाली बात होगी कि सत्ता सरकार और मंत्री इसमें अपनी छवि बचाने क्या कार्रवाई करते हैं।
देखिए अब तक का घटना क्रम विस्तार से
मंत्री ने कहा दोषियों पर हो कार्रवाई, कलेक्टर को जांच के निर्देश
चूंकि घटना स्थल महिला एवं बाल विकास विभाग की मंत्री अनिला भेड़िया के गृह जिले और उनके विधानसभा क्षेत्र के गांव का है। इसलिए इस पर स्वयं मंत्री भी गंभीर हो गई है। और घटना सामने आने के बाद उन्होंने कलेक्टर को जांच के निर्देश देते हुए संबंधित दोषियों पर कार्रवाई के लिए कहा है। महिला एवं बाल विकास मंत्री ने भैसबोड आंगनबाड़ी केंद्र की घटना को गम्भीरता से लिया। कलेक्टर को जांच कर दोषियों के विरूद्ध कार्यवाही के दिए निर्देश उन्होंने दिए हैं। इसके अलावा घायल बच्चों के समुचित इलाज और देख-भाल के दिए निर्देश दिए हैं। महिला बाल विकास मंत्री श्रीमती अनिला भेंड़िया ने बालोद के भैसबोड आंगनबाड़ी केन्द्र में बच्चों के घायल होने को गम्भीरता से लेते हुए कलेक्टर को घटना की जांच कर दोषियों के विरूद्ध कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं। श्रीमती भेंड़िया ने घायल बच्चों के समुचित इलाज और देख-भाल के निर्देश भी कलेक्टर को दिए हैं। उन्होंने इस प्रकार की घटना की पुनरावृत्ति न हो यह सुनिश्चित करने को कहा है। घटना की सूचना मिलते ही जिला प्रशासन अमले ने तुरंत 108 एंबुलेंस के माध्यम से बच्चों को जिला अस्पताल पहुंचाया। अस्पताल में बच्चों का इलाज किया जा रहा है।
इधर कलेक्टर, एसपी भी पहुंचे अस्पताल, जाना बच्चों का हाल
चार बच्चों के घायल होने की जानकारी मिलने पर कलेक्टर जनमेजय महोबे ने गंभीरता से लिया और तत्काल ग्राम भैंसबोड़ में 108-एम्बुलेंस भेजने तथा घायल बच्चों को जिला अस्पताल लाने और बेहतर उपचार के निर्देश चिकित्सकों को दिए। तत्पश्चात कलेक्टर श्री महोबे और पुलिस अधीक्षक गोवर्धन राम ठाकुर ने जिला अस्पताल पहुॅचकर बच्चों के उपचार की जानकारी ली। उन्होंने बच्चों से बातचीत की और उनके परिजनों से भी चर्चा की। चिकित्सकों ने कलेक्टर को बताया कि घायल बच्चों का प्राथमिक उपचार किया गया, सभी बच्चों की स्थिति सामान्य है। चिकित्सक तथा अन्य कर्मचारी बच्चों का देखरेख कर रहे हैं। कलेक्टर ने बच्चों का बेहतर उपचार करने के निर्देश चिकित्सकों को दिए। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.एस.के.मंडल, सिविल सर्जन डॉ.एस.एस.देवदास, जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. एस.के.सोनी, महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी हरिकीर्तन राठौर आदि मौजूद थे।
ठेकेदार के खिलाफ एफ आई आर दर्ज करने की उठ रही मांग
पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष देवलाल ठाकुर सहित ग्रामीणों द्वारा इस घटना में कड़ी आपत्ति जताते हुए संबंधित ठेकेदार के खिलाफ एफ आई आर दर्ज करने की मांग की जा रही है। पुलिस अधीक्षक के नाम से ज्ञापन देते हुए कार्रवाई की मांग की गई है। इस घटना में आदिवासी परिवार के बच्चे घायल हुए हैं। घायलों में ललित कुमार पिता कौशल हल्बा, योगेंद्र कुमार पिता रूपराम, कुमारी मिताली पिता देवसिंह हल्बा, कुमारी राशि पिता युगल किशोर हल्बा को सिर पर चोट आई है। आरोप है कि 8 महीने पहले ही टाइल्स लगाए गए हैं जो अमानक और गलत तरीके से लगाए गए हैं। इसकी शिकायत जनपद सदस्यों द्वारा भी ब्लॉक स्तर पर की गई थी। पर किसी तरह की विभागीय कार्रवाई नहीं की गई। इसका खामियाजा छोटे बच्चे जान को जोखिम में डालकर भुगत रहे हैं। ऐसे भ्रष्ट ठेकेदार और जिनके सानिध्य में यह घटिया काम हुए हैं उनके खिलाफ एफआईआर की मांग की जा रही है।
पहले भी हुई थी शिकायत, पर कार्रवाई नहीं- संजय बैस
इस संबंध में कुसुमकसा के जनपद सदस्य संजय बैस ने भी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि जिले के आंगनबाड़ी केंद्रों में इस तरह टाइल्स लगाने के नाम पर भ्रष्टाचार हुआ है। इस बारे में पिछले साल से आवाज उठाई गई थी। कलेक्टर से शिकायत भी की गई थी तो जनपद के बैठक में भी मैंने यह मुद्दा उठाया था। किसके कार्य आदेश पर किसने काम किया इसका कोई रिकॉर्ड आंगनबाड़ी केंद्र में भी नहीं है ना विभाग के अफसर दे रहे हैं। बाहर के लोग आए हैं और टाइल्स लगा कर चले गए। 1 माह के भीतर से ही टाइल्स उखड़ने लगे हैं। पहले भी इस तरह की घटना सामने आ चुकी है। लेकिन भैसबोड में बच्चे ज्यादा घायल हुए हैं। अधिकारी इसे गंभीरता से नहीं ले रहे हैं जो दुर्भाग्य जनक बात है।
इधर राजनीति जारी, आप भी कूदी मैदान में, जिला अध्यक्ष बोले, अनिला भेड़िया अपने लोगो की जेब भर,फोड़ रही गरीब बच्चो का सर
इधर घटना की खबर मिलते ही आम आदमी पार्टी बालोद के युवा शक्ति नेता एवं आप जिला मीडिया प्रभारी पंकज जैन सहित लक्ष्मण सोनवानी व स्टीफन चेरियन ग्राम भैंसबोड़ पहुंचे। वहां से जिला अस्पताल बालोद गए एवम घायल बच्चो व परिजनों से मुलाकात की व शासन प्रशासन की नाकामियों पर अक्रोषित भी हुए। इस संदर्भ में आम आदमी पार्टी जिलाध्यक्ष दीपक आरदे का बड़ा बयान सामने आया। उन्होंने कहा महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिला भेड़िया ने टाइल्स लगाने के नाम पर खूब भ्रष्टाचार करवाया है। उन्होंने अपने ही लोगो से इस काम को करवा कर खूब पैसे का भ्रष्टाचार किया है। इस हेतु प्रशासन भी पूर्ण जिम्मेदार है। क्योंकि प्रशासन के पास रिपोर्ट तक नही है कि किसने बनाया,कैसी गुणवत्ता में बना। बहरहाल बालोद जिला भ्रष्टाचार का गढ़ बना हुआ है और भाजपा इस पर मौन है। इसका मतलब साफ है कि कुछ तो गड़बड़ है,जो जनता जानती है,वही जिला प्रशासन कमीशन खोरी में मदमस्त झूम रही है। आम आदमी पार्टी जिला मिडिया प्रभारी पंकज जैन ने कहा भ्रष्टाचार का गढ़ बालोद जिला में बहुत से भ्रष्टाचार हुए,लेकिन आज की घटना दुखद व असहनीय है। हमारे गरीब मासूम बच्चों की क्या गलती है जिनको यह सजा दिया गया। गोबर सरकार के द्वारा क्या ऐसे ही असुरक्षित भवनों का निर्माण कर हमारे बच्चो को दुर्घटना प्रद स्तिथि में रखने और दारू बेचने सत्ता में आई है।
आज बच्चो से मिला उनके मन में एक डर बैठ गया है कि वो वापस आंगनबाड़ी जायेंगे तो ऐसा और हो जायेगा क्या..?इन सब भ्रष्टाचार के चलते शिक्षा की नींव पूरी तरह कमजोर हो रही है,इस मामले में दोषी कौन निर्माणकर्ता,इंजीनियर,या भुगतानकर्ता या कार्य के सत्यापन करने वाले मामले में किसकी कितनी भागीदारी,सही जांच हो तो कई लोग घेरे में आएंगे,मैं शासन प्रशासन से मांग करता हु की इसकी निष्पक्ष जांच हो दोषियों को सजा मिले। शासन प्रशासन उनके गलतियों की सजा जो बच्चो को मिली है उसके लिए बच्चो से माफी मांगे और उचित रूप से उनके स्वास्थ ठीक होने फल आहार व भविष्य की शिक्षा को सुदृढ़ करने उचित मुआवजा राशि प्रदान करे।
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