एकता की मिसाल- रूढ़ि पद्धति से हुआ जिले में पहली बार छत्तीसगढ़ गोंडवाना गोंड महासभा के पदाधिकारियों का मनोनयन, ना कोई चुनावी खर्च न कोई तामझाम

प्रेम लाल कुंजाम बने नए अध्यक्ष, तो सचिव गैंदलाल खुरश्याम दुबारा बने
बालोद। छत्तीसगढ़ गोंडवाना गोंड महासभा जिला बालोद ने बिना किसी चुनावी खर्च, तामझाम और प्रक्रिया के अपने नए पदाधिकारियों का चयन किया। इस प्रक्रिया को सामाजिक तौर पर रूढ़ि पद्धति कहा जाता है। जिसमें आपसी समन्वय व तालमेल से एकता प्रदर्शित करते हुए पदाधिकारियों का चयन किया जाता है। पहली बार जिले में इस तरह की प्रक्रिया अपनाई गई और इस रूढ़ि पद्धति से नए पदाधिकारियों को चुना गया। जिसमें इस बार नए अध्यक्ष प्रेमलाल कुंजाम बनाए गए तो सचिव के पद पर दोबारा गैंदलाल खुरश्याम मनोनीत हुए। सभी नए पदाधिकारियों का शपथ ग्रहण समारोह 13 मार्च को होगा। छत्तीसगढ़ गोंडवाना गोंड महासभा जिला बालोद की 27 फरवरी को आवश्यक बैठक श्री बड़ादेव शक्तिपीठ गंजपारा बालोद में आहूत की गई थी।जिसमें जिला स्तर के पदाधिकारियों का रूढ़ि प्रथा से मनोनयन किया गया। इस हेतु जिले के सभी तहसील अध्यक्षों व परिक्षेत्रीय अध्यक्षों से सलाह लेकर परंपरागत रूढ़ि प्रथा से पदाधिकारियों का मनोनयन किए जाने का निर्णय लिया गया। इस हेतु सभी पद के लिए विभिन्न क्षेत्रों से आए हुए सामाजिक लोगों से नाम मांगे गए। सभी सामाजिक पदाधिकारियों ने अपने मनपसंद सक्रिय लोगों का नाम पदाधिकारी का मनोनयन किए जाने हेतु दिए थे। जिन पदों पर केवल एक ही नाम आया था उन पदों में निर्विरोध मनोनयन किया गया एवं जिन पदों पर एक से अधिक नाम आया था उन पदों पर मनोनयन हेतु सभी तहसील अध्यक्ष व परिक्षेत्रीय अध्यक्षों के द्वारा राय मशविरा कर एक नाम में मनोनयन हेतु सहमति बनाया गया। इस प्रकार जिले में पहली बार सर्वसम्मति से रूढ़ि प्रथा के माध्यम से पदाधिकारियों का मनोनयन हुआ। 13 मार्च को पदाधिकारी कार्यभार ग्रहण करेंगे। उन्हें पद व गोपनीयता की शपथ दिलाई जाएगी। जिसमें विशेष तौर से संसदीय सचिव व गुण्डरदेही विधायक कुंवर सिंह निषाद मुख्य अतिथि होंगे। आयोजन में एमएल उइके कार्यपालन अभियंता लोक निर्माण विभाग रायपुर भी विशेष अतिथि के रूप से मौजूद रहेंगे। समाज के पदाधिकारियों ने बताया कि रूढ़ि पद्धति से मनोनयन का आईडिया सर्व आदिवासी समाज रायपुर से आया। जहां इस पद्धति से मनोनयन हुआ है।
किस पद पर कौन हुए मनोनीत

अध्यक्ष पद पर प्रेम लाल कुंजाम मूल निवास ग्राम नर्रा, पोस्ट बरही तहसील व जिला बालोद ,वर्तमान निवास झलमला का मनोनयन हुआ। उपाध्यक्ष के पद पर सुखचैन नेताम निवासी सूरडोंगर तहसील डौंडी तथा देवेंद्र उइके दल्ली राजहरा एवं रघुवर सिंह कोडप्पा गुंडरदेही और प्रकाश मरकाम निवासी अरकार तहसील गुरुर का मनोनयन हुआ। महासचिव के पद पर कृष्ण कुमार ठाकुर निवासी गुरुर का पुनः मनोनयन किया गया। सचिव के पद पर गैंदलाल खुरश्याम मूल निवासी ग्राम हथौद तहसील व जिला बालोद का पुनः मनोनयन किया गया। सह सचिव के पद पर ओम प्रकाश नेताम निवासी कलंगपुर गुंडरदेही एवं महेश कोरेटी डौंडीलोहारा का मनोनयन किया गया। कोषाध्यक्ष के पद पर दिलीप मंडावी दल्लीराजहरा का मनोनयन किया गया। धर्म एवं संस्कृति प्रभारी हेतु दुष्यंत ओटी निवासी खैरवाही तहसील व जिला बालोद का पुनः मनोनयन हुआ। श्रीमती जीतेश्वरी ठाकुर निवासी पेंड्री तहसील गुंडरदेही को अध्यक्ष महिला प्रभाग एवं श्रीमती मंजू प्रभाकर निवासी बालोद को उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई है। दिलीप नागवंशी निवासी रेवती नवागांव तहसील व जिला बालोद को मीडिया प्रभारी एवं श्याम सिंह नेताम निवासी डौंडी लोहारा को सह मीडिया प्रभारी बनाया गया है। नागेश्वर सलाम निवासी पेटेचुवा, तहसील गुरुरको अध्यक्ष युवा प्रभाग एवं शैलेंद्र कोडप्पा निवासी बघमरा तहसील बालोद को उपाध्यक्ष बनाया गया है। इस संपूर्ण कार्यक्रम का संचालन उमेदी राम गंगराले जिलाध्यक्ष छ ग गोंडवाना महासभा जिला बालोद के निर्देशन में किया गया।इस अवसर पर सी पी ठाकुर जिला संरक्षक एवं प्रांतीय उपाध्यक्ष छग गोंडवाना गोंड़ महासभा निवासी दल्ली राजहरा,विशेष रूप से उपस्थित होकर संपूर्ण कार्यक्रम में मार्गदर्शन देते रहे। खेमलाल सोरी सेवानिवृत्त डिप्टी कलेक्टर पेंड्री घोटिया,बी आर नेताम सेवानिवृत्त आबकारी अधिकारी निवासी सिंघोला डौंडी पूरे कार्यक्रम में उपस्थित रहे। ईश्वरलाल उईके, रविंद्र मंडावी, सोनसाय नेताम , चेतन नागवंशी ,और समस्त तहसील अध्यक्ष गणेश राम ओटी,चुन्नूलाल गोटा डौंडी लोहारा,ढालसिंह कुंजामडौंडी,दिलीप सोरी दल्ली राजहरा,श्रीमती उत्तरा मरकाम गुरुर,दिलीप मंडावी बरबसपुर गुंडरदेही, तथा शिवरतन मंडावी ,कामता प्रसाद ध्रुव, एवं अन्य सामाजिक पदाधिकारियों का सम्पूर्ण कार्यक्रम को संपादित करने में विशेष सहयोग रहा।