चर्चित चर्च फिर चर्चा में- हिंदसेना की मेहनत रंग लाई, बनने जा रहा था अवैध रूप से चर्च, विरोध के बाद अब प्रशासन ने भवन को सार्वजनिक उपयोग के लिए सौंपी चाबी
बालोद। बालोद नगर के गंजपारा में विगत वर्ष बनाए जा रहे एक अवैध रूप से चर्च का मामला चर्चा में था। जिसको लेकर समाज सेवी संगठन हिंद सेना द्वारा आवाज उठाया गया था व इसका विरोध करते हुए काम रुकवाने की मांग की गई थी तो साथ ही भवन बन जाने पर उसे चर्च के रूप में संचालित करने के बजाए समुदायिक उपयोग के लिए देने की मांग शासन प्रशासन से की गई थी। इस पर हिंदसेना द्वारा जनहित में लड़ाई लड़ी गई व कई दफा ज्ञापन व आंदोलन चलता रहा। प्रशासन ने भी इसमें जांच की। मामले में उक्त निर्माण अवैध भी पाया गया। इस पर रोक भी लगाया गया। इसमें हिंद सेना की जनहित को लेकर उठ रही मांग सार्थक साबित हुई और प्रशासन ने हिंद सेना को अवैध रूप से बनाए हुए भवन को अब सार्वजनिक उपयोग के लिए देने की पहल की। अब ये सामुदायिक भवन के नाम से जाना जाएगा। यहां पर कई रचनात्मक कार्य हो सकेंगे। इस संबंध में हमने भी प्रमुखता से खबर प्रकाशित की थी कि कैसे अवैधानिक तरीके से कब्जा करके सरकारी जमीन पर चर्च बनाए जा रहे हैं वहीं इलाके में धर्मांतरण भी चल रहा है। कुछ लोग भोले भाले लोगों को बहका कर धर्मांतरण करवा रहे थे तो वहीं आस्था पर चोट करते हुए इस क्षेत्र में गलत तरीके से चर्च भी बनाया जा रहा था। जिसको लेकर हिंद सेना संगठन लगातार आवाज उठा रहा था तो वहीं मीडिया ने भी उनकी मांगों को प्रकाशित किया था।
यहां से शुरू हुई थी लड़ाई
समाज सेवी संगठन हिंद सेना ने विगत 14 दिसंबर 2020 में बालोद शहर में स्थित वार्ड नंबर 11 में हो रहे अवैध निर्माण, जिसे चर्च रूप दिया गया था, इसके खिलाफ बालोंद कलेक्टर को ज्ञापन दिया गया। जिस पर राष्ट्रीय अध्यक्ष मंगेश वैद्य साहू के निर्देशानुसार प्रदेश मुख्य संयोजक तरुण नाथ योगी के नेतृत्व में समाज सेवी संगठन के पदाधिकारी के साथ जाकर कलेक्टर को ज्ञापन देकर उक्त भवन को सर्व धर्म समाज के लिए समुदायिक भवन के रूप में देने के लिए मांग की। राजस्व विभाग में केस चला। जिसकी सुनवाई 8 फरवरी 2022 को पूर्ण हो गया। जिस पर उक्त भवन के निर्माणकर्ता परदेसी महानंद किशन मंडावी और प्रदेश मुख्य संयोजक तरुण नाथ योगी की सहमति पर उक्त भवन को समुदायिक भवन के रूप में करने के लिए सहमति बनी। जिस पर बालोद तहसीलदार के द्वारा आदेश दिया गया। साथ में भवन की चाबी भी दिया गया।
प्रदेश मुख्य संयोजक तरुण नाथ योगी ने कहा कि उक्त भवन की बचे हुए निर्माण को पूरा कर वहां पर रह रहे वार्ड वासी को सुविधा के लिए दिया जाएगा। साथ ही वहां पर रह रहे वार्ड के बच्चों को निशुल्क कोचिंग क्लासेस कराया जाएगा। साथ ही संगीत सिलाई कढ़ाई सभी कार्य निशुल्क सिखाया जाएगा।
प्रदेश में यह पहल एकलौता उदाहरण
प्रदेश मीडिया प्रभारी एवं प्रवक्ता अनीश राजपूत ने कहा कि पूरे छत्तीसगढ़ में हिन्द सेना ऐसा पहला सामाजिक संगठन है जो इस तरह का कार्य कर दिखाया है।प्रदेश मंत्री असरार अहमद ने कहा कि हमारी संगठन ऐसे ही सामाजिक कार्य करती है और आगे भविष्य में भी यह कार्य करते रहेगी। जिला संगठन मंत्री युवा ब्रिगेड विशिष्ट कुमार साहू ने कहा कि अब हम धीरे-धीरे समाज में सुधार लाने की शुरुआत कर रहे हैं।
आगे अब ये योजना
यूवाआईटी सेल जिला महामंत्री मोइन खान ने कहा कि जल्द ही वहां पर रह रहे वार्ड वासियों को और सुविधाओं के लिए हम पहल करेंगे। युवा ब्रिगेड जिलाध्यक्ष प्रमोद ने कहा कि वार्ड नंबर 11 मे नीचे बस्ती के लोगों अधिकार के लिए आगे और लड़ाई लड़ी जाएगी। तरुण योगी ने कहा जल्द ही वहां पर रह रहे लोगों को सुविधाओं के लिए जिलाधीश से मांग करेंगे जो कि वहां पर रह रहे लोगों को सुविधाएं मिल रही है लेकिन रहने के लिए एक मकान की जरूरत पड़ती है, वह नहीं मिल पा रही है। क्योंकि वहां पर रहने वाले बस्ती वालों को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ नहीं मिल रहा है। उक्त जमीन की टुकड़ा खसरा नंबर 614 /35 समाजसेवी परिवार गांधी जी के द्वारा 2004 में शासन को निम्न वर्ग के लोगों को बसाने के लिए दिया गया था जोकि वहां पर रह रहे लोगों को पट्टा स्वीकृति नहीं होने कारण प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है। जल्द ही समाज सेवी संगठन हिंद सेना द्वारा वहां पर रह रहे लोगों के साथ जाकर बालोद जिलाधीश से मांग करेगी कि लोगों को पट्टा दिया जाए। जिससे वहां पर रह रहे लोगों का आशियाना बन सके।
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