पापा ने लिखा गीत, बेटी ने गाया, सुंदरानी वीडियो वर्ल्ड से हुआ रिलीज, पढ़िए कोचवाही से उभरती कलाकार बेबी उजाला यादव की कहानी, कैसे पापा अपनी परी के लिए बने पंख?
बालोद/गुरुर। गुरुर ब्लॉक के अंतिम छोर पर बसे ग्राम कोचवाही में कक्षा चौथी में पढ़ने वाली छात्रा उजाला सुमंत यादव का नाम बहुत जल्द गायन के क्षेत्र में आगे आ सकता है। वह इसलिए क्योंकि इतनी कम उम्र में मधुर आवाज में गाने की हुनर को अब सुंदरानी वीडियो वर्ल्ड ने प्रोत्साहित किया है। तो पापा ने अपनी परी को उड़ने के लिए पंख दे दिए हैं।
उजाला यादव के पिता सुमंत ने ही एक गाना लिखा है। जो कि गुरुर क्षेत्र के ही कंकालीन माता मंदिर की भक्ति पर ही आधारित है। पिछले हफ्ते ही इस वीडियो की रिकॉर्डिंग अलाप म्यूजिक स्टूडियो रायपुर में हुई। सुंदरानी वीडियो वर्ल्ड के बैनर तले यह ऑडियो वीडियो एल्बम शिवरात्रि के दिन रिलीज हुआ है। पिता सुमंत यादव ने बताया कि बेटी जब आंगनबाड़ी में थी तब से वह गाने की शौकीन थी।
बचपन से ही उसके मधुर आवाज को सुनकर मुझे लगा कि यह गायन के क्षेत्र में आगे बढ़ सकती है। स्वयं पिता गीतकार हैं और वाद्य यंत्र बजा लेते हैं। गांव की रामलीला मंडली, रामायण मंडली हो चाहे कोई भी गीत संगीत की पार्टी में हर तरह के वाद्य यंत्र बाजार बजा लेते हैं। इस दौरान उन्हें गीत लिखना भी आता है। बेटी की प्रतिभा को निखारने के लिए पापा ने हाथ बढ़ाया और पापा के लिखे गाने पर बेटी ने गीत गाया। जो रिलीज हो गई है। पिता सुमंत यादव ने बताया कि नवरात्रि में सियादेही और रानी माई मंदिर पर नवरात्रि गीत भी बनाया जा रहा है। जो नवरात्रि के समय रिलीज होगी। बेटी की अगुवाई में पिता व उनके साथी माता का जगराता कार्यक्रम की प्रस्तुति आने वाले दिनों में देंगे।