तस्करों की सक्रियता पर अब भारी पड़ रही वन विभाग की सक्रियता, नए रेंजर कर रहे लगातार तस्करों पर कार्रवाई, अब 51 हजार की सागौन लकड़ियां बरामद, तीन तस्करों की हुई गिरफ्तारी
बालोद/ डौंडी। जिले में जंगलों का विशाल भंडार है। उन जंगलों में सबसे कीमती सागौन के लाखों पेड़ हैं। जिन पर अक्सर तस्करों की निगाह रहती है। खासतौर से डौंडी क्षेत्र में तस्करों की सक्रियता देखने को मिलती है। लेकिन अब जब से इस इलाके में नए रेंजर ने कमान संभाली है तब से लगातार तस्करों की सक्रियता पर विभाग की सक्रियता भारी पड़ रही है। ऐसा इसलिए कहना पड़ रहा है क्योंकि लगातार ऐसे तस्करों व स्थानीय आरोपियों को पकड़ने में वन विभाग सफल हो रही है। पिछले दिनों भी कई मामले पकड़े जा चुके हैं और अब नए मामले भी सामने आ रहे हैं। बीती रात को बम्हनी से कोपेडेरा की ओर सागौन की लकड़ी की अवैध सप्लाई हो रही थी। जिस पर दबिश देते रेंजर व अन्य स्टाफ ने 3 आरोपियों को पकड़ा है। जप्त हुए लकड़ी की कीमत 51 हजार रुपए बताई जा रही है। लकड़ी के साथ एक पिकअप वाहन के राजसात की कार्रवाई की गई है। वन परिक्षेत्र अधिकारी पुष्पेंद्र कुमार साहू ने बताया कि 9 अक्टूबर की रात्रि मुखबीर से सूचना मिलने पर वन मंडलाधिकारी सतोविशा समाजदार के मार्गदर्शन में वन परिक्षेत्र डौंडी में सघन गश्त की जा रही है। इस दौरान वन विभाग के गठित दल को टीम ने अवैध लकड़ी कटाई तथा परिवहन में संलिप्त बम्हनी व कोपेडेरा के तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया। इनके खिलाफ भारतीय वन अधिनियम 1927 की 41 एवं छत्तीसगढ़ वन उपज (व्यापार विनियमन) अधिनियम 1969 की धारा 5 और 15 के तहत कार्यवाही की जा रही है। इसमें परिवहन में संलिप्त एक पिकअप वाहन बोलेरो मैक्सी ट्रक क्रमांक सीजी 19 एच 0762 को राजसात सहित आरोपियों से 54 नग सागौन चिरान 0.671 घन मीटर सागौन लकड़ी जप्त की गई है। आरोपियों में दिनेश कुमार गोंड वल्द मेहरू राम ग्राम कोपेडेरा, शिवराम धुर्वे वल्द अकबर सिंह ग्राम बम्हनी और अंकालु राम वल्द परसराम कोपेडेरा शामिल हैं। उक्त कार्रवाई में डौंडी वन परिक्षेत्र के वन परिक्षेत्र अधिकारी व वन कर्मचारियों में परिक्षेत्र अधिकारी पुष्पेंद्र कुमार साहू, वन रक्षक हिरामन सिंह रावटे, वन रक्षक जय चंद हिडको, वन रक्षक ईश्वर ठाकुर व वन रक्षक गुणेश्वरी साहू शामिल रहे।