अच्छी खबर – अब दिल्ली की तर्ज पर छग में भी सड़क पर चलेगी लाइट मेट्रो ट्रेन, रायपुर से होगी शुरुआत, देखिये इस ट्रेन की खासियत व कैसे शुरू होगा योजना पर काम, छग के नगरीय निकाय मंत्री की केन्द्रीय शहरी कार्य मंत्री से हुई मुलाकात, योजना को मिल गई है हरी झंडी
रायपुर(छग) – अब बहुत जल्द छग भी दिल्ली की तर्ज पर ट्रेन सुविधा के मामले में हाईटेक होने जा रहा है. यहां भी दिल्ली की तरह रेल लाइन नहीं बल्कि सड़क पर चलने वाली मेट्रो ट्रेन आ रही है, उन ट्रेनों को कैसे चलाएंगे इसके लिए एक बड़ी योजना बनेगी. केंद्र सरकार से राज्य सरकार को इसके लिए हरीझंडी दे दी गई है. नगरीय निकाय मंत्री डॉ शिव डहरिया ने केंद्रीय आवासीय और शहरी कार्य मंत्री हरदीपसिंह पुरी से दिल्ली में मुलाकात कर इस योजना के संबंध में विस्तृत चर्चा कर ली है. दिल्ली के मंत्री ने मंत्री डहरिया को इसके लिए डीपीआर तैयार करने कह दिया है. दिल्ली में मेट्रो ट्रेन पहले से चल रही है. वहां लाइट मेट्रो ट्रेन भी शुरू हो रहे हैं. छग में भी लाइट मेट्रो ट्रेन चलेगी. सड़क पर मेट्रो लाइट ट्रेन चलाने योजना बन रही है. दिखने में मेट्रो ट्रेनों जैसी होंगी, और चलेंगी लो-फ्लोर बसों की तरह. इनके स्टेशन भी बस स्टॉप की तरह ही होंगे. इसके लिए छग सरकार दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन यानी DMRC से भी आइडिया लेगी. बताया जाता है कि लाइट मेट्रो ट्रेन सामान्य मेट्रो लाइन से आधे खर्च में बन जाता है.
लाइट मेट्रो और सामान्य मेट्रो में अंतर
मेट्रो लाइट या लाइट मेट्रो के निर्माण की लागत सामान्य मेट्रो से 40-50 फीसदी कम है. इसे चलाने में भी कम खर्च आएगा.
लाइट मेट्रो के लिए सामान्य मेट्रो की तुलना में कम जमीन लगेगी, इसका सीधा असर लागत पर दिखेगा.
सामान्य मेट्रो के लिए अलग से स्टेशन होते हैं, उनके मेंटेनेंस पर खासा खर्च होता है. वहीं लाइट मेट्रो में बस स्टॉप जैसी व्यवस्था होती है, जिसके रख रखाव में कम खर्च आता है.
सात कोच वाली मेट्रो लाइट ट्रेन इस तरह होती है
अगर ट्रेन में सात AC कोच होंगें तो ट्रेन की लंबाई 45 मीटर होगी. प्लेटफार्म 50 मीटर का होगा. इनमें ऑटोमेटिक दरवाजे, इमरजेंसी अलार्म बटन, एनाउंसमेंट सिस्टम और आने वाले स्टेशनों की जानकारी देने व अन्य निर्देश देने के लिए डिस्प्ले पैनल लगे होंगे. मेट्रो लाइट की ऑपरेशनल स्पीड 60 किलोमीटर प्रतिघंटे की होगी.
बस की तरह फ्रंट फेसिंग सीटें होती हैं
इन ट्रेनों का सीटिंग अरेंजमेंट मेट्रो से थोड़ा अलग होगी. मेट्रो में आप केवल कोच के दोनों ओर साइड में ही बैठ पाते हैं लेकिन लाइट मेट्रो में बस या चेयरकार की तरह कुर्सियां लगी होंगी. हर ट्रेन में 400 से ज्यादा लोग एक साथ यात्रा कर सकेंगे. इनका फ्लोर जमीन से एक फीट ऊंचा होगा. यह बसों के फ्लोर की तरह होगा. स्टेशनों के प्लेटफार्म की हाइट भी कम रहेगी.
सड़क पर चलेगी
प्लान के मुताबिक, मेट्रो लाइट जमीन पर चलेंगी. जरूरत पड़ने पर कुछ जगहों पर कॉरिडोर को अंडर ग्राउंड या एलिवेटेड रखा जाएगा. खास बात ये कि मेट्रो लाइट कॉरिडोर के होने से सड़क पर दूसरी गाड़ियों के परिचालन पर कोई असर नहीं पड़ेगा. इनमें अनमैन्ड ट्रेन ऑपरेशन सिस्टम या ऑटोमैटिक ट्रेन ऑपरेशन सिस्टम नहीं होगा. इसलिए इन ट्रेनों को मैनुअल तरीके से ही चलाया जाएगा. दिल्ली सहित कुछ राज्यों में इसी सिस्टम से लाइट मेट्रो ट्रेन चल रही \
दिल्ली में मुलाकात की मुख्य बातें भी पढियें
नगरीय प्रशासन एवं श्रम मंत्री डॉ शिवकुमार डहरिया ने आज शुक्रवार को नई दिल्ली में केंद्रीय आवासीय एवं शहरी विकास मंत्री श्री हरदीप सिंह पुरी से मुलाकात की। इस दौरान मंत्री डॉ डहरिया ने केंद्रीय मंत्री श्री पुरी को छत्तीसगढ़ में किए जा रहे विकास कार्यों की विस्तार से जानकारी दी और समय के साथ प्रदूषण के खतरे और यातायात के दबाव को कम करने लाइट मेट्रो रेल परियोजना के संबंध में चर्चा की। केंद्रीय मंत्री श्री पुरी ने लाइट मेट्रो रेल परियोजना में सहमति जताते हुए प्रोजेक्ट तैयार करने हेतु हरी झंडी दी है। मंत्री डॉ डहरिया ने छत्तीसगढ़ से जुड़े अन्य कई योजनाओं और कार्यों को लेकर केंद्रीय मंत्री से चर्चा की है। जिस पर केंद्रीय मंत्री ने नवीन सिटी बसों हेतु केंद्रीय सहायता उपलब्ध कराने सहित कई मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया है।
नई दिल्ली में आवासीय और शहरी कार्य मंत्री श्री पुरी एवं सचिव से नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. डहरिया की मुलाकात नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग सहित छत्तीसगढ़ के लिए सौगातों से भरा रहा। निर्माण भवन में मुलाकात के दौरान मंत्री डॉ डहरिया ने शहरी छत्तीसगढ़ में हो रहे अभिनव प्रयासों और योजनाओं की जानकारी केंद्रीय मंत्री को विस्तार से दी।। चर्चा के उपरांत केंद्रीय आवास और शहरी कार्य मंत्री द्वारा छत्तीसगढ़ की तारीफ करते हुए केंद्र सरकार का पूर्ण सहयोग देने का आश्वासन दिया गया। इस दौरान मंत्री डॉ. डहरिया ने छत्तीसगढ की राजधानी रायपुर सहित अन्य शहरों की आवश्यकताओं को उनके समक्ष रखा। उन्होंने रायपुर शहर में बढ़ते ट्रैफिक और प्रदूषण की समस्या के निवारण हेतु लाइट मेट्रो रेल परियोजना पर केंद्रीय मंत्री से व्यापक चर्चा की और इसकी जरूरत बताई तो केद्रीय मंत्री श्री पुरी ने परियोजना हेतु प्रोजेक्ट तैयार करने हेतु हरी झंडी दी है।
मंत्री डॉ. डहरिया ने प्रदेश में यातायात को सुगम और आसान बनाने नवीन सिटी बसों सहित अन्य जरूरतों पर चर्चा की तो उन्होंने केंद्रीय सहायता उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया है। इस दौरान अंबिकापुर में स्वच्छता एक्सीलेंस सेंटर खोलने की भी सहमती दी गई है। मुलाकात में केंद्रीय बजट में घोषित एसबीएम 2.0 योजना के अंतर्गत गोबर से उपयोगी उत्पाद बनाने तथा बायो मेथानाइजेशन प्लांट एवं अन्य औटोमेशन सपोर्ट के लिए लेगसी वेस्ट के वैज्ञानिक रीति से निष्पादन हेतु ग्रे वाटर के उपचार हेतु निकायों में रिफॉर्म्स के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु विशेष आर्थिक एवं तकनीकी सहायता तथा प्रधानमंत्री आवास योजना में छत्तीसगढ़ की परिस्थितियों के अनुसार केंद्रीय फंड के युक्तियुक्तकरण के साथ केंद्रीय सहायता उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया गया है। उन्होंने स्वच्छता सर्वेक्षण में जिला कलेक्टर की राष्ट्रीय रैंकिग एवं अवार्ड प्रारम्भ करने की बात भी कहीं है। मंत्री डॉ डहरिया ने केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी को छत्तीसगढ़ के लिए दिए गए आश्वासन एवं सौगात के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया है। मुलाकात के दौरान सूड़ा के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सौमिल रंजन चौबे उपस्थित थे।