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बालोद का इकलौता गांव, जहां डंडा नृत्य की विधा को सहेज रहे कलाकर

बालोद।ग्राम नागाडबरी में बसंत पंचमी पर ग्राम की डंडा नाच समिति द्वारा डंडा नाच का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के एल शांडिल्य से नि व्याख्याता अध्यक्षता बी आर यादव वरिष्ठ यादव समाज विशेष अतिथि डी आर श्रवण से नि शिक्षक, एच आर साहू से नि शिक्षक एवं हरिदेव सिन्हा रहे ।

डंडा नाच समिति के संरक्षक षड प्रकाश किरण कटेन्द्र ने बताया कि डंडा नृत्य की परम्परा गांव में 100 सालों से चली आ रही है जिसे नव पीढ़ी को सीखाने के उद्देश्य से गांव के सियानों ने पंचमी से शुभारम्भ किया। विगत वर्ष डंडा नाच युवा महोत्सव रायपुर एवं मितान लोक महोत्सव राजनांदगाँव में प्रस्तुति देकर सम्मान प्राप्त किये थे। डंडा नाच की पुरानी शैली को देखने के लिए अन्य गाँव के लोग अपने गाँव में कार्यक्रम आयोजित करते हैं। गाँव की रामचरित मानस मंडली के द्वारा अयोध्या में श्री राम मंदिर निर्माण के लिए 1100 ₹ एवं ग्रामवासियों ने 7000 रूपये का दान के रूप में आए अतिथि तोमन साहू भाजपा जिलाध्यक्ष किसान मोर्चा को प्रदान किये डंडा नाच में फागूराम सोनवानी ,डामन सोनवानी , फत्तेराम साहू , रवि यादव , मस्तराम शांडिल्य , दीनू राम सोनवानी , देहार राम , महात्मा यादव , डामन साहू , कोमल साहू , कोमल साहू ,मुलचंद साहू , केवल साहू , मोरद्धवज साहू के साथ बड़ी संख्या दर्शक उपस्थित रहे।

By dailybalodnewseditor

2007 से पत्रकारिता में कार्यरत,,,,,कुछ नया करने का जुनून, कॉपी पेस्ट से दूर,,,

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