जो जरुरी वहां अफसरों की ये कैसी मज़बूरी? बालोद तहसील का आधार सेवा केंद्र एक माह से बंद, कार्ड बनवाने भटक रहे लोग, पढ़िये क्या कह रहे अब जिम्मेदार?

बालोद। बालोद तहसील कार्यालय का आधार सेवा केंद्र करीब एक माह से बंद है, वहां ताला लगा है. बताया जाता है कि कुछ लोगों ने वहां के संचालक के खिलाफ अभद्रता को लेकर शिकायत की थी. जिसके बाद एसडीएम ने उसे बंद करवा दिया है. लेकिन अफसर ये भूल गये हैं की इसका संचालन सरकारी दफ्तर में ही होना है. फिर इसे चालू करने या दूसरी जगह उपलब्ध कराने आखिर कोई क्यों ध्यान नहीं दे रहे है ये समझ के परे हैं? आधार कार्ड वैसे तो अब स्टेट बैंक व पोस्ट ऑफिस में भी बना सकतें हैं लेकिन आज भी जानकारी के अभाव में कई ग्रामीण व शहरी क्षेत्र के लोग तहसील के इस सबसे पुराने आधार सेवा केंद्र में आ रहे हैं, जो बंद मिलने से वे भटक रहे हैं. पर अफसरों को इससे कोई सरोकार मालूम नहीं हो रहा है।
गांव में ज्यादा दिक्कत
खास तौर से ग्रामीण क्षेत्रों में इन दिनों लोगों को आधार कार्ड बनवाने में काफी परेशानी हो रही है। जगन्नाथपुर सहित आसपास इलाके में इसकी कोई सुविधा नहीं है। बड़ी परेशानी यह है कि आसपास के ग्रामीण पहले बालोद के तहसील कार्यालय में जाकर यह कार्ड बनवा रहे थे लेकिन वहां भी लगभग माह भर से केंद्र बंद होने के चलते ग्रामीणों को भटकना पड़ रहा है। एक तरफ जहां केंद्र और राज्य सरकार दोनों ही कई योजनाओं में आधार कार्ड को अनिवार्य कर रही है। आधार नंबर लिंक होना बहुत जरूरी है लेकिन आधार कार्ड बनवाने की सुविधा ग्रामीण क्षेत्रों में ना होने के चलते लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जिससे समय पर उन सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है। तो वहीं इससे ग्रामीणों को आर्थिक दिक्कत का भी सामना करना पड़ रहा है।

क्या कहना है लोगों का
ग्राम मनौद के रहने वाले लक्खू साहू ने बताया कि उन्होंने लगभग 2 माह पहले से ही अपनी पत्नी मधु साहू का आधार कार्ड बनवाने के लिए आवेदन दिया है लेकिन उनका कार्ड बनकर नहीं आया। बालोद तहसील जाते हैं तो वहां दफ्तर बन्द रहता है। गांव में इसकी कोई और सुविधा नहीं है। कुछ अधिकारी यह बताते हैं कि पोस्ट ऑफिस या स्टेट बैंक में भी आधार कार्ड बन सकता है। लेकिन ग्रामीण क्षेत्र में इसकी भी सुविधा व जागरूकता नहीं है।जो भी सुविधा है वह बालोद में है। ग्रामीण इलाकों में अधूरी सुविधा के चलते लोगों को आधार कार्ड बनाने में दिक्कत हो रही है। सरकार का कहना है कि आधार नंबर जरूरी है तो उसे बनवाने की पूरी सुविधा भी ग्रामीण क्षेत्र में देनी चाहिए।
इधर क्या कह रहे हैं अधिकारी
जब हमने मामले में एसडीएम राम सिंह ठाकुर से जानकारी ली तो उन्होंने कहा कि तहसील कार्यालय का आधार सेवा केंद्र कुछ शिकायतों के चलते बंद की गई है। उसे यहां संचालित करने की अनुमति नहीं दी गई है। केंद्र के संचालक को अपनी व्यवस्था से दूसरी जगह पर केंद्र संचालन करना चाहिए।
इधर इनका यह कहना
वहीं इस मामले में ई डिस्ट्रिक्ट मैनेजर इंद्रजीत सेन का कहना है कि बालोद में आधार सेवा केंद्र जो तहसील में चल रहा था, वह सरकारी तंत्र के तहत ही संचालित होता है। उसे सरकारी जगह पर ही चलाया जा सकता है। चूंकि वहां पर एसडीएम ने संचालन पर रोक लगाई है इसलिए उन्हें पत्र भेजकर दूसरी जगह सरकारी जगह उपलब्ध कराने के लिए कहा गया है। ताकि अनवरत इसका संचालन हो सके। वहीं उन्होंने कहा कि अगर तहसील का यह सेवा केंद्र बंद है तो इसे घोटिया चौक के लोक सेवा केंद्र या फिर स्टेट बैंक में भी बनवा सकते हैं। ग्रामीणों को भटकने की जरूरत नहीं है।