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पढ़ाई का ऐसा जुनून कि बरसते पानी में भी रेनकोट पहनकर अटेंड करता है ऑनलाइन क्लॉस, अन्य बच्चों के लिए बन रहे है प्रेरक

गांव में नेटवर्क नहीं होने से होती है दिक्कतें, पास के जंगल में खोजा नेटवर्क जोन

बालोद जिले के ब्लॉग लेखक श्रवण कुमार यादव द्वारा लिखा गया है यह सक्सेस स्टोरी

बालोद। छत्तीसगढ़ सरकार के स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा संचालित “पढ़ई तुंहर दुआर” पोर्टल में प्रतिदिन हमारे नायक के रूप में विभिन्न जिलों के एक शिक्षक एवं एक बच्चे का चयन किया जा रहा है। ऐसे ही हमारे नायक (विद्यार्थी) के रूप में चयनित हुए है बालोद जिले के होनहार विद्यार्थी शिवा मरकाम, जो शासकीय हाईस्कूल जगतरा में कक्षा 10वीं में अध्ययनरत है।
उनकी सफलता की कहानी को बालोद जिले के ब्लॉग लेखक श्रवण कुमार यादव सहायक शिक्षक शासकीय प्राथमिक शाला कोसा, विकासखंड गुंडरदेही ने लिखा है।
शासन ने शिक्षकों व बच्चों के प्रेरक पहल को अन्य शिक्षकों व बच्चों तक पहुंचाने के लिए उनकी सक्सेस स्टोरी को cgschool.in पोर्टल में स्थान दिया जा रहा है ताकि दूसरे शिक्षक व बच्चे भी प्रेरित हो और वह भी उनका अनुसरण करें।

आइए जाने हमारे नायक (विद्यार्थी) शिवा मरकाम के बारे में
काबलियत किसी संसाधन का मोहताज नहीं होता, यह सच कर दिखाया है, शासकीय हाईस्कूल जगतरा के छात्र शिवा मरकाम ने। बालोद जिले के वनांचल ग्राम बरपानी निवासी शिवा मरकाम काफी प्रतिभाशाली छात्र है। इनके पिता संतोष कुमार मरकाम एवं माता श्रीमती सत्या बाई कृषि मजदूरी का कार्य कर जीवन यापन चलाते हैं। शिवा का बड़ा भाई रवि कुमार मरकाम कोंडागाँव में कार्य करते हुए अपने परिवार को आर्थिक सहयोग करते है। घर में पर्याप्त संसाधन उपलब्ध नहीं है| इनके बड़े भाई के द्वारा किसी तरह इन्हें एंड्रॉयड स्मार्टफोन उपलब्ध कराया गया है।

गांव में नेटवर्क नहीं होने से होती है दिक्कतें, पास के जंगल में खोजा नेटवर्क जोन
शिवा के पास पर्याप्त संसाधन की अनुपलब्धता एवं गांव में नेटवर्क नहीं होने के बावजूद पढ़ाई के प्रति रूचि व लगन के कारण यह छात्र ने पास के जंगल में जाकर नेटवर्क ढूंढकर पढ़ाई करते हुए पढ़ई तुंहर दुआर कार्यक्रम के तहत cgschool.in पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन पढ़ाई में अच्छा प्रदर्शन किया है।

होमवर्क एवं असाइनमेंट के लिए देते हैं प्रतिदिन तीन घण्टे
शिवा ने ब्लॉग लेखक श्रवण कुमार यादव से चर्चा के दौरान जानकारी दिया कि वह प्रतिदिन ऑनलाइन पढ़ाई करता है एवं होमवर्क अपलोड भी करता है। उसने आगे बताया कि वह गांव के बाहर नेटवर्क वाले स्थान पर जाकर प्रतिदिन 3 घण्टे ऑनलाइन पढ़ाई करता है। पोर्टल में अपलोड ऑडियो, वीडियो, पीडीएफ सहित अन्य कोर्स मटेरियल का अध्ययन करता है। साथ ही पोर्टल में अपलोड असाइनमेंट प्रश्नों को नोट करता है, फिर वापिस घर जाकर होमवर्क तैयार करता है। होमवर्क को करने के बाद पुनः नेटवर्क वाले जगह पर जाकर पोर्टल पर अपलोड करता है, उन्होंने आगे बताया कि उन्हें इस ऑनलाइन पढ़ाई से बहुत लाभ मिला है | आप बैंको में कस्टमर को होने वाली दिक्कतों को देखते हुए बैंक अकाउंटेंट बन आम जनता को सहयोग करने के इच्छुक हैं।

बरसते पानी में भी रेनकोट पहनकर अटेंड करता है ऑनलाइन क्लॉस, अन्य बच्चों के लिए बन रहे है प्रेरक
शासकीय हाईस्कूल के प्राचार्य एवं शिक्षकों का कहना है कि शिवा ने अभावग्रस्त होने के बावजूद भी ऑनलाइन पढ़ाई में अपने, अपने संकुल, विकासखंड व जिले के लिए अच्छा प्रदर्शन किया है। ऑनलाइन पढ़ाई के लिए ऐसा जज्बा है कि बरसते पानी में भी रेनकोट पहनकर कक्षा अटेंड करता है। यह छात्र अन्य छात्रों के लिए प्रेरणास्रोत है। इस छात्र से प्रेरित होकर शाला के अधिकांश छात्र ऑनलाइन पढ़ाई में रूचि लेकर पढ़ाई कर रहे है एवं पोर्टल में होमवर्क भी अपलोड कर रहे है।

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