ब्लॉक नोडल अधिकारी रामजी पाल की सक्रियता से ऑनलाइन के साथ-साथ ऑफ़लाइन मॉडल को अपनाने में अव्वल है पथरिया ब्लॉक
बालोद जिले के ब्लॉग लेखक श्रवण कुमार यादव द्वारा लिखा गया है यह सक्सेस स्टोरी
मुंगेली। छत्तीसगढ़ सरकार के स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा संचालित “पढ़ई तुंहर दुआर” पोर्टल में प्रतिदिन हमारे नायक के रूप में विभिन्न जिलों के एक शिक्षक एवं एक बच्चे का चयन किया जा रहा है। ऐसे ही हमारे नायक (शिक्षक) के रूप में चयनित हुए है मुंगेली जिले के शिक्षा अधिकारी रामजी पाल, जो सहायक विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी के पद पर कार्यालय विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी विकासखण्ड पथरिया में पदस्थ है।
उनकी सफलता की कहानी को बालोद जिले के ब्लॉग लेखक श्रवण कुमार यादव सहायक शिक्षक शासकीय प्राथमिक शाला कोसा, विकासखंड गुंडरदेही ने लिखा है।
शासन ने शिक्षकों व बच्चों के प्रेरक पहल को अन्य शिक्षकों व बच्चों तक पहुंचाने के लिए उनकी सक्सेस स्टोरी को cgschool.in पोर्टल में स्थान दिया जा रहा है ताकि दूसरे शिक्षक व बच्चे भी प्रेरित हो और वह भी उनका अनुसरण करें।
आइए जाने हमारे नायक (शिक्षक) रामजी पाल, एबीईओ के बारे में।
एक ओर जब वर्तमान में जीवन की समस्त गतिविधियां लगभग शून्य सा हो गया है, तब दूसरी ओर छत्तीसगढ़ सरकार शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर पहल कर बच्चों को शिक्षा से जोड़े रखने के लिए लगातार अभिनव पहल कर रही है। आज कोरोना संक्रमण काल में शिक्षा के उद्देश्यों की पूर्ति हेतु न सिर्फ शिक्षक बल्कि ब्लॉक से लेकर जिले व राज्य स्तर के अधिकारियों की भी सक्रिय सहभागिता देखने को मिल रही है। आज हमारे नायक के रूप में मुंगेली जिले के विकासखंड स्तर के एक ऐसे ही कर्तव्यनिष्ठ ब्लॉक नोडल अधिकारी रामजी पाल का चर्चा कर रहे है, जो सहायक विकासखंड शिक्षा अधिकारी पथरिया के रूप में मुंगेली जिले में पदस्थ है।
विकासखंड नोडल अधिकारी के रूप में कर्तव्य निर्वहन
मुंगेली जिले के पथरिया ब्लॉक में एबीईओ रामजी पाल वर्तमान में ब्लॉक स्तर के ब्लॉक नोडल अधिकारी जैसे महत्वपूर्ण पद के अनुरूप अपने उत्तरदायित्व का निर्वहन करते हुए “पढ़ई तुंहर दुआर” योजना का क्रियान्वयन बहुत ही सुनियोजित ढंग से कर रहे है।
चुनौतियों के बीच ऑफ़लाइन मॉडल को मिली सफलता
“पढ़ई तुंहर दुआर” के ब्लॉग लेखक श्रवण कुमार यादव से चर्चा के दौरान एबीईओ रामजी पाल ने बताया कि शासन के निर्देशानुसार ऑनलाइन पढ़ाई हेतु ब्लॉक के शिक्षकों को प्रेरित कर ऑनलाइन पढ़ाई हेतु तैयार किया गया। इस दौरान बच्चों के पास स्मार्टफोन की अनुपलब्धता, इंटरनेट की पहुँच की कमी इत्यादि समस्याओं के कारण उम्मीद के अनुरूप बच्चों का ऑनलाइन पढ़ाई से न जुड़ना हमारे लिए कठिन चुनौती बना रहा।
पथरिया ब्लॉक के सभी ग्राम पंचायतों में ऑफ़लाइन पढ़ाई प्रारंभ
उन्होंने आगे बताया कि छत्तीसगढ़ शासन के द्वारा ऐसे बच्चों के लिए ऑफ़लाइन पढ़ाई की व्यवस्था के लिए निर्देश जारी किया गया। जिसे ध्यान में रखकर ब्लॉक के शिक्षकों को तैयार किया गया। इस ऑफलाइन योजना के क्रियान्वयन के लिए शिक्षकों द्वारा बच्चों के समयानुरूप ग्राम पंचायत सरपंच, सचिव, संकुल शैक्षिक समन्वयक सहित शिक्षा के क्षेत्र में रूचि लेने वालों से मदद लेकर सम्बंधित ग्राम में रिक्त स्वच्छ स्थलों का चयन कर कोविड-19 के प्रोटोकॉल/मानक दिशानिर्देश का पालन करते हुए ऑफ़लाइन पढ़ाई के रूप में लाउडस्पीकर कक्षा एवं मोहल्ला कक्षा आरम्भ किया गया। इस कक्षाओं में बच्चों की पर्याप्त संख्या में उपस्थिति इस ऑफ़लाइन मॉडल को सफल बना रहा है। आज की स्थिति में ब्लॉग के लगभग सभी ग्राम पंचायतों में ऑफ़लाइन प्रारंभ हो चुका है।
ऑफ़लाइन पढ़ाई की हो रही है सुदृढ़ मॉनिटरिंग
मुंगेली जिले के पथरिया ब्लॉक में उपरोक्त ऑफ़लाइन मॉडल पढ़ाई की सतत व सुदृढ़ मॉनिटरिंग कर इसे और अधिक प्रभावी बनाया गया है। आज स्थिति ऐसी स्थिति है कि बच्चों को स्कूल बंद होने की अनुभूति ही नहीं हो रही है।
ऑफ़लाइन पढ़ाई के लिए ऐसा उत्साह कि कहीं दो पालियों में पढ़ाई, तो कहीं शिक्षक उपलब्ध करा रहे चार्ट
पथरिया ब्लॉक के कुछ जगहों में तो बच्चों की अधिक उपस्थिति को देखते हुए शिक्षकों द्वारा अलग-अलग पालियों में ऑफ़लाइन पढ़ाई कराया जा रहा है। वहीं कुछ संकुलों में नवाचार के रूप में शिक्षकों द्वारा चार्ट तैयार कर बच्चों को उपलब्ध भी कराया गया है, जिसे भी पर्याप्त सफलता मिल रही है। इसके साथ ही विकासखण्ड स्तर पर ऑनलाइन पढ़ाई भी जारी है। पथरिया ब्लॉक के शिक्षकों एवं बच्चों की उत्साह को देखते हुए पढ़ई तुंहर दुआर कार्यक्रम को सफल व उपयोगी कार्यक्रम माना जा रहा है।