नर्रा में शहीद छगन कुलदीप की प्रतिमा का लोकार्पण- गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा हम बस्तर में आदिवासियों को बंदूक नहीं हल पकड़ा रहे हैं इसलिए नक्सलियों को इस बार भर्ती के लिए लोग नहीं मिल रहे, फर्जी मुठभेड़ की तो 2 साल में एक भी खबर नहीं आई, पहले की सरकार में तो सुनते ही रहते थे,,,,, नक्सली मुद्दे पर और क्या बोले गृहमंत्री पढ़िए पूरी खबर
बालोद– रविवार को बालोद ब्लॉक के ग्राम नर्रा में शहीद छगन कुलदीप की प्रतिमा का अनावरण करने के लिए पहुंचे गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू छत्तीसगढ़ में नक्सली मुद्दे पर मुखर रहे। उन्होंने पिछली भाजपा सरकार में हुई नक्सली घटनाओं को फर्जी मुठभेड़ बताते हुए बार-बार अपने उद्बोधन में इशारा किया कि जब से हमारी सरकार आई है, एक भी फर्जी मुठभेड़ की खबर किसी ने नहीं सुनी है। पहले तो हम बहुत सुनते रहते थे। एक भी आदिवासी परिवार की हत्या नहीं हुई है। सिर्फ एक घटना कवासी लखमा के साथ हुई थी।
उस समय जब दोनों तरफ से फायरिंग हुई थी तो कवासी लखमा ने एक महिला को वहां से जान बचाने के लिए उठाने की कोशिश की। लेकिन फायरिंग में उक्त महिला की मौत हो गई थी। पहले फर्जी मुठभेड़ के सर्वाधिक प्रकरण सामने आते थे। जब हमारी सरकार नहीं थी भाजपा की सरकार थी तो पेपर में हम पढ़ते थे, नक्सली मारे गए, जो आदिवासी होते थे लेकिन जब से हमारी सरकार आई, एक भी फर्जी मुठभेड़ की घटना सामने नहीं आया।
कोई आदिवासी की मौत की खबर मुठभेड़ में एक भी नहीं आई है। सिर्फ एक बार एक खबर आई थी। सिर्फ एक घटना सामने आई थी। हमारे फोर्स के द्वारा इस 2 साल में सर्वाधिक नक्सली मारे गए हैं। सर्वाधिक नक्सली आत्मसमर्पण किए हैं। सर्वाधिक नक्सली गिरफ्तार हुए हैं और बस्तर में घर वापसी अभियान चलाकर कई नक्सली घर वापसी हो रहे हैं। और समाज के विकास के मूल धारा से जुड़ते जा रहे हैं।
पत्रकार मुझसे पूछते हैं नक्सली अभियान की रणनीति क्या है। हमारे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का स्पष्ट निर्देश है कि हम आदिवासियों को हल पकड़ाए या बंदूक? हम हल पकड़ाने का काम करते हैं और इसी के चलते विकास की गति बस्तर अंचल में बढ़ी है। इस वजह से नक्सलियों को भर्ती करने के लिए लोग नहीं मिल रहे। वर्तमान 2 साल में हमने यही कोशिश की है कि किसी को छगन कुलदीप के जैसे शहीद होने जैसे दुखद अवसर नसीब ना हो। हर गांव का बेटा सलामत रहे। यही हमारी कोशिश है। बहुत सारे मांग पत्र आए हैं, उन्हें यथोचित पूरा करने का प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा कि मांग ये है कि छगन कुलदीप के परिजन अभी दूसरे जिले में है। उनका तबादला बालोद जिले में किया जाए। उन्होंने कहा मैं कल ही एसपी कांकेर को इस संबंध में आदेश जारी कर दूंगा।
राष्ट्रीयता के बोध वाली बातें दोहराते रहे
नर्रा के इस मंच में अपने पिछले दिनों गुंडरदेही ब्लॉक के पैरी प्रवास के दौरान दिए उद्बोधन राष्ट्रीयता की बात की कमी जैसे शब्दों को मंत्री ने दोहराया। महिला एवं बाल विकास विभाग मंत्री अनिला भेड़िया ने कहा कि हर भाई बहन को भी शहीद छगन कुलदीप से प्रेरणा लेनी चाहिए। और देश प्रेम का जज्बा होना चाहिए। उन्होंने शहीद परिवार का भी हौसला बढ़ाया।
इस दौरान प्रमुख रुप से संसदीय सचिव कुंवर सिंह निषाद, बालोद विधायक संगीता सिन्हा, शहीद छगन कुलदीप के परिजन, जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष व जिला पंचायत चन्द्रप्रभा सुधाकर, जिला पंचायत सदस्य धनेश्वरी नरेंद्र सिन्हा, मीणा साहू,ललिता साहू, कार्यक्रम के आयोजक सरकारी कर्मचारी प्रकोष्ठ के अध्यक्ष बेनुराम सहित अन्य पदाधिकारी व ग्रामीण बड़ी संख्या में मौजूद रहे।