बालोद/ जगदलपुर। छत्तीसगढ़ के जगदलपुर में आज सुबह सीआरपीएफ के कैंप में एक जवान ने अपने साथियों पर सर्विस राइफल से ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। इस घटना में एक जवान की मौके पर मौत हो गई। जिसका नाम प्रमोद सोरी पिता स्वरूप सोरी है। जो कि बालोद जिले के बालोद ब्लाक के ग्राम कन्ने वाड़ा करहीभदर का रहने वाला है। तो वही जिसने फायरिंग की उसने अंत में खुद को भी गोली मारी। लेकिन वह बच गया है। तो वही एक और जवान घायल हैं। घायलों का इलाज चल रहा है। घायलों की स्थिति नाजुक भी बताई जा रही है। तो वहीं घटना की जानकारी बालोद जिले के उनके परिजनों को भी दे दी गई है। जिसके बाद कुछ परिजन जगदलपुर रवाना हो गए हैं। जानकारी के मुताबिक लगभग 3 साल पहले ही प्रमोद कुमार सीआरपीएफ में नौकरी लगी थी। अभी शादी भी नहीं हुई थी। इस घटना से गांव में शोक का माहौल है तो वहीं उनके सहपाठी दीपक मसीह, धनंजय साहू व अन्य लोगों ने बताया कि इस घटना से युवा भी स्तब्ध है।
कैसे हुई है घटना यह भी जानिए
बताया जाता है कि
छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में अर्धसैनिक बल के एक शिविर में सीआरपीएफ के एक जवान ने अपने साथियों पर गोलियां चलाई हैं। घटना में एक जवान की मौत हो गई है जबकि दूसरा घायल हो गया है। जिस जवान ने गोलीबारी की उसने खुद को गोली मार ली। जवान की हालत गंभीर है और उसका अस्पताल में इलाज चल रहा है। यह जानकारी सीआरपीएफ ने दी है। वहीं पुलिस ने बताया कि मानसिक स्वास्थ्य से संबंधित इलाज करवा रहे अपराधी ने बाद में कथित तौर पर आत्महत्या करने की कोशिश करते हुए खुद को गोली मार ली।
पुलिस महानिरीक्षक (बस्तर रेंज) सुंदरराज पी ने कहा, ‘सेसरपोर थाना क्षेत्र के अंतर्गत सेडवा गांव में सीआरपीएफ की 241वीं ‘बस्तरिया’ बटालियन के शिविर में सुबह 8 बजे यह घटना घटी। 25 साल के कांस्टेबल गिरीश कुमार, जिन्हें मानसिक समस्याओं के इलाज के लिए शिविर के एक आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया था, ने अपने सहयोगी से राइफल छीन ली और उससे अन्य कर्मियों पर गोली चला दी।’
उन्होंने कहा, ‘उनमें से 24 साल के कांस्टेबल प्रमोद कुमार की मौके पर ही मौत हो गई और 26 साल के एक अन्य कांस्टेबल संतोष वछम घायल हो गए हैं।’ इसके बाद कुमार ने खुद को गोली मार ली और वह गंभीर रूप से घायल हो गए हैं।
उन्होंने कहा कि दोनों घायल जवानों को जगदलपुर के एक अस्पताल में भेज दिया गया और उन्हें आगे के इलाज के लिए रायपुर एयरलिफ्ट किया जाएगा। घटना के पीछे के मकसद का पता लगाया जा रहा है। बता दें कि नक्सल विरोधी अभियान के लिए बस्तर क्षेत्र में बड़े पैमाने पर सीआरपीएफ तैनात हैं।