ये है लापरवाही- 3 साल पहले पीडब्ल्यूडी ने जारी की 1 करोड़ 5 लाख फिर भी शिफ्ट नहीं हुआ पोल, 49 करोड़ का सड़क निर्माण फिर लटका
बालोद। बालोद अर्जुन्दा मुख्य मार्ग का चौड़ीकरण नवीनीकरण अब तक जारी है। काम अंतिम चरण पर पहुंचा है लेकिन विद्युत विभाग कंपनी की देरी के चलते काम में फिर रुकावट पैदा हो गई है। 49 करोड़ की लागत से बन रहे इस सड़क में अब घुमका के पास इसलिए काम बंद हो गया है क्योंकि यहां पर विद्युत कंपनी द्वारा अब तक पोल शिफ्टिंग का काम नहीं किया गया है। जब हमने इस बात की पड़ताल की कि इसके पीछे देरी की वजह क्या है तो यह बातें सामने आई कि पीडब्ल्यूडी ने तो अपना काम कर दिया है। पोल शिफ्टिंग में जो खर्च आता है जो मापदंड है, उस हिसाब से संबंधित कंपनी को पीडब्ल्यूडी के द्वारा 3 साल पहले 2017 में ही एक करोड़ 5 लाख रुपये राशि दी जा चुकी है। लेकिन विद्युत वितरण कंपनी के अधिकारी टालमटोल कर के अब तक काम शुरू नहीं कर पाए हैं। इसी का नतीजा है कि पोल शिफ्टिंग ना होने से अब डामरीकरण का काम भी प्रभावित हो रहा है और काम रुक गया है। विभागीय रिकॉर्ड के मुताबिक एक करोड़ से अधिक राशि विद्युत वितरण कंपनी को पोल शिफ्टिंग के लिए दिया जा चुका है लेकिन काम अधूरा होने के कारण अब तक पोल शिफ्टिंग नहीं हुआ है और जिसके चलते अब घुमका के पास काम पूरा होते आते-आते फिर रुक गया है। संबंधित विद्युत विद्युत वितरण कंपनी को घुमका ही नहीं बल्कि जुंगेरा तक के पोल को निर्धारित चौड़ाई से हटाकर शिफ्ट करने के लिए राशि दी गई है। लेकिन न तो वर्तमान में घुमका तक होने वाले डामरीकरण के हिसाब पोल शिफ्टिंग हुआ है ना आने वाली प्रस्तावित योजना के हिसाब से कोहंगा टोला और जुंगेरा से पोल हटाए गए हैं। इसका नतीजा यही है कि काम अंत में आकर रुक गया है और इसका खामियाजा ग्रामीणों और शासन प्रशासन सभी को भुगतना पड़ रहा है।
निर्माण में वैसी ही हुई है देरी
बता दे कि बारिश व अन्य कारणों के चलते इस सड़क निर्माण में वैसे ही काफी देरी हुई है। अब तक इस सड़क को बन भी जाना जाना था लेकिन कई बार विभागीय देरी तो कभी बारिश व अन्य वजहों से लगातार कई अड़चनों को पार करते हुए यह सड़क बन रहा है। अब देखने वाली बात होगी कि विद्युत वितरण कंपनी अपनी जिम्मेदारी को कब तक पूरा करती है या फिर काम फिर लटका रहेगा। लॉकडाउन के चलते वैसे ही काम रुक रुक कर भी चल रहा है। सड़क पर मटेरियल भी पड़े हुए हैं।नाली निर्माण भी प्रभावित हो रहा है। पोल हटने के बाद सही तरीके से और तेजी से काम हो पाता लेकिन विद्युत वितरण कंपनी अपने पोल को शिफ्ट करवाने में पीछे चल रही है जिसके चलते सड़क निर्माण की गति धीमी हो गई है।
2 ब्लाकों को जोड़ेगी सड़क, वर्षों से थी उपेक्षित
ज्ञात हो कि बालोद जोड़ने का काम करेगी। गुंडरदेही और बालोद ब्लॉक के कई गांव इससे जुड़ेंगे और इस सड़क का कायाकल्प हो रहा है। जिसकी वर्षों से लोगों को प्रतीक्षा भी थी। इस बात से लोगों में खुशी है कि उनकी सड़क बन रही है लेकिन बनते बनते योजना फिर बिगड़ रही है। इसके पीछे वजह यही है कि विद्युत वितरण कंपनी अपने काम पर ध्यान नहीं दे रही है जबकि इसके लिए पीडब्ल्यूडी द्वारा बार-बार विद्युत वितरण कंपनी को पत्र भी जारी हो चुका है कि वह अपना काम जल्द पूरा करें ताकि हम अपना काम आगे बढ़ा सके देरी के चलते हर वर्ग को इससे परेशानी हो रही है।
जब हम पोल शिफ्टिंग को लेकर हो रही देरी को लेकर विद्युत वितरण कंपनी के ईई टीएल सहारे से चर्चा की तो वे इसके लिए देरी के पीछे पीडब्ल्यूडी को ही जिम्मेदार ठहराते रहे। उनका कहना था कि कई गांव में शिफ्टिंफ पूरा हो चुका है वहीं घुमका में कुछ जगह विवादित होने के कारण काम रुका हुआ है वहां पीडब्ल्यूडी नाली भी अभी पूरा नहीं बना पाई है। खुदाई ऐसे हुआ है कि वहां पर पोल लगाने जगह नहीं बन रहा है। ऐसे में काम नहीं हो पा रहा है। पीडब्ल्यूडी अपना काम पूरा कर दे तो हम भी अपना शेष काम करवा देंगे। रही बात जुंगेरा, कोहंगा टोला के लिए तो वहां भी काम शुरू होने वाला है।