बालोद जिले में एक गांव ऐसा भी, जिन्हें कोई आयोजन पसंद नहीं सिवाय रामधुनी के, 24 साल से कर रहे यह आयोजन
बालोद। बालोद ब्लॉक के ग्राम परसाही (बोरी) के ग्रामीणों में राम की अटूट भक्ति देखने को मिलती है। इस गांव में 24 सालों से सिर्फ एक ही आयोजन रामधुनी प्रतियोगिता आयोजित की जाती है। ग्रामीण और कोई आयोजन नहीं करते हैं।साल में सिर्फ एक बार होती है तो वह सिर्फ रामधुनी प्रतियोगिता। 2 दिनों की इस साल की प्रतियोगिता भी शनिवार से शुरू हुई है।
जहां उद्घाटन समारोह पर मुख्य अतिथि के रुप में विधायक संगीता सिन्हा पहुंची। जब उन्हें पता चला कि यह एक अनूठा गांव है, जहां पर सिर्फ रामधुनी प्रतियोगिता आयोजन किया जाता है। इसके अलावा और कोई कार्यक्रम नहीं करते। यहां तक कि मेला जो पहले आयोजित करते आ रहे थे उसे भी ग्रामीणों ने बंद कर दिया और सिर्फ रामधुनी प्रतियोगिता करने का निर्णय लिया गया और इस सिलसिले को ग्रामीण 24 साल से अनवरत चला रहे हैं। उन्होंने ग्रामीणों को इसी तरह राम की भक्ति में लीन रहने व इस अनुष्ठान को आगे भी जारी रखने की अपील की। उन्होंने राम के आदर्शो को अपने जीवन में उतारने के लिए भी सभी को प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि अब कोरोना काल भी धीरे-धीरे खत्म हो रहा है। लंबे समय बाद अब फिर से आयोजन शुरू हो रहे हैं। लेकिन हमें सावधानी भी बरतनी है यह खुशी की बात है कि अब कोरोना की वैक्सीन राज्य में उपलब्ध हो गई है और आज से ही टीकाकरण से शुरू हो गए हैं। अब वह दिन दूर नहीं जब हमारी दिनचर्या फिर से पहले जैसी हो जाएगी। राम की भक्ति में डूबे रहने का अवसर फिर से आया है। उन्होंने ग्रामीणों को हमेशा इसी तरह सद्विचार, भाईचारा और सद्भावना के साथ रहने की अपील भी की। विधायक ने बताया कि इस गांव के ग्रामीण काफी मेहनती हैं। यहां के किसान धान व अन्य फसलों की खेती करते हैं। उत्पादन भी आसपास के गांव से बहुत ज्यादा होता है। मेहनत से कई किसानों ने अपनी तकदीर बदली है और इस आस्था पूर्ण आयोजन से गांव का एक अलग नाम ही जाना जाता है। इस रामायण प्रतियोगिता के उद्घाटन के दौरान विधायक के साथ ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चंद्रेश हिरवानी, जिला पंचायत सदस्य धनेश्वरी सिन्हा, पूर्व जनपद सदस्य लता देवी साहू, विधायक प्रतिनिधि कमलेश श्रीवास्तव, पूर्व जनपद सदस्य देवेंद्र साहू, नरेंद्र सिन्हा, सुमित राजपूत, दिनेश साहू सहित अन्य मौजूद रहे।