करहीभदर आश्रम में गुरु पूजा व सत्संग 21 जुलाई को
बालोद । कबीर आश्रम करहीभदर में 21 जुलाई रविवार को गुरु पूर्णिमा के अवसर पर गुरु पूजा एवं सत्संग का आयोजन किया जा रहा है। जिसके तहत सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक यह आयोजन होंगे। जिसकी तैयारी कबीर आश्रम द्वारा की जा रही है। वहीं गुरु पूर्णिमा कैसे मनाए इसको लेकर कबीर आश्रम के दिनेंद्र दास ने कहा कि गुरु पूर्णिमा का पर्व किसी जाति, धर्म,मजहब का नहीं है यह सार्वभौमिक पर्व है। गुरु की याद में अपने गुरुत्व को जगाएं।सर्वप्रथम प्रातः उठकर गुरु, माता- पिता बड़े बुजुर्गों की बंदगी करें। कुछ समय ध्यान करें।
ध्यान में गुरु को याद करें। शरीर की नश्वरता को याद करें। गुरु के मंत्रों का जाप करें। अपने आत्म स्वरूप में निमज्जन करें। सद्ग्रंथों का अध्ययन मनन करें। आपके समीप संत महात्मा हैं तो जरूर दर्शन करिए, उनकी वाणियों को सुनिए। यूट्यूब के माध्यम से भी उपदेश सुन सकते हैं। यदि बाहर नहीं जा सकते हैं तो घर में माता पिता प्रथम गुरु हैं। उनको फल ,फूल,कुछ भेंट देकर ,दीपक जलाकर पूजा करिये। माता-पिता भी नहीं है तो घर ,परिवार, गांव में जिसे हम वरिष्ठ मानते हैं ,जिससे हमने कुछ सीखा है उसे गुरु रुप मानकर पूजा कीजिए। गुरु ,माता -पिता या गुरु रुप में कोई नहीं है तो गुरु के चित्र को गुरु के प्रतीक रुप में पूज सकते हैं। अपनी कमाई हुई संपत्ति का कुछ अंश आश्रमों में अथवा संतों को दान स्वरूप समर्पित करें। क्योंकि अंततः छुटने वाली चीजें हैं। गुरु के बताए हुए मार्ग पर चलें। सद्चरित्रवान बने। अपने माता- पिता एवं गुरु का नाम रोशन करें। कम से कम वर्ष में एक बार गुरु का दर्शन एवं गुरु आश्रम जरुर जाएं।