बालोद/डौंडी। डौंडी ब्लाक के ग्राम पूसावड़ में 70 वर्षीय लतलू राम की मौत शनिवार को आग में जलने से हो गई थी। वह गांव से बाहर एक पेड़ के नीचे लगभग तीन-चार साल से रह रहा था। पहले मामला संदिग्ध था कि आग कैसे लगी होगी। किसी ने जलाया तो नहीं या वह खुद तो नहीं जला होगा। लेकिन पुलिस ने जब सभी पहलुओं पर जांच की तो बात सामने आई कि ये हत्या, आत्महत्या नहीं बल्कि एक हादसा था। ग्रामीणों से पता चला कि वह ठंड से बचने के लिए खुद ही जहां पर सोता था वहीं पर अलाव जलाता था।
वह नीचे पैरा बिछाकर सोता था। टीआई अनिल ठाकुर ने बताया कि बुजुर्ग ने ठंड से बचने के लिए जहां सोया था उससे कुछ दूर पर लकड़ी का अलाव जला हुआ था। रात में आग धीरे-धीरे नीचे बिस्तर के रूप में बिछाए पैरा तक पहुंची। वह काफी बुजुर्ग था और उठ कर भाग नहीं पाया।
देखते देखते आग ने बिस्तर व कपड़ो को पकड़ लिया और वही खत्म हो गया। ग्रामीणों के मुताबिक वह शराब का आदी था। जहां रहता था वहीं पर महुआ की कच्ची शराब बनाकर खुद पीता था। घरवालों से अलग रहता था। जंगल इलाके में ही लगे हुए खेत की रखवाली करता था। बदले में लोगों से जो मिल जाए उससे गुजारा करता था।