November 22, 2024

मोहारा में महिला की तालाब में मिली थी संदिग्ध स्थिति में लाश, मायके पक्ष ने लगाया हत्या और प्रताड़ना का आरोप, पुलिस कर रही जांच

परिजन बोले : माया का ससुर रखता था गलत निगाह, करता था छेड़खानी

बालोद/ गुरुर। गुरुर ब्लॉक के ग्राम मोहारा में विगत 23 अक्टूबर को सुबह 32 वर्षीय माया उर्फ मोनिका गंजीर की लाश गांव के तालाब में संदिग्ध परिस्थितियों में मिली थी। घटना के बाद से माया के मायके पक्ष के परिजनों ने ससुराल वालों पर प्रताड़ना और हत्या करने का आरोप लगाया है। हालांकि पुलिस ने अभी इसकी कोई पुष्टि नहीं की है। मामला हत्या का है या आत्महत्या का यह पीएम रिपोर्ट आने के बाद प्रमाणित हो पाएगा। प्रारंभिक जांच में भी डॉक्टर अभी स्पष्ट कुछ कह नहीं पा रहे हैं। इसके लिए बिसरा जांच सैंपल भेजा गया है। रिपोर्ट आने के बाद स्थिति स्पष्ट होगी। लेकिन इधर माया के भाई सहित अन्य रिश्तेदारों ने माया के ससुर रिटायर्ड शिक्षक रामसाय गंजीर पर बहु पर गलत निगाह रखने और छेड़खानी करने का आरोप लगाया है। उनके भाई सहित अन्य रिश्तेदारों का कहना है कि पिछले 1 साल से ससुर के द्वारा इस तरह गलत हरकत किए जाने की शिकायत माया द्वारा अपने मायके पक्ष में की गई थी। जिसके बाद करीब 6 महीने पहले मायके पक्ष के प्रमुख लोग माया के घर जाकर उनके ससुर को समझाने भी गए थे। गलतियों के लिए माया के ससुर ने उनसे कई बार माफ़ी भी मांगी थी। इसके बाद परिजन निश्चिंत थे कि अब शायद वह सुधर गया होगा। लेकिन अचानक इस तरह माया की मौत से परिजन स्तब्ध हो गए और उन्हें अब आशंका है कि जरूर ससुर द्वारा फिर कोई हरकत की गई होगी। इसमें मायके पक्ष वालों ने माया के पति को भी घेरा है और कहा है कि ससुर द्वारा किए जाने वाले गंदी हरकत की जानकारी वह अपने पति को भी देती थी। लेकिन इन हरकतों को उनके पति नजरअंदाज कर देता था। इस घटना की जांच में कई ऐसे सवाल बने हुए हैं। जिनके जवाब अधूरे या अनसुलझे से लग रहे हैं। अगर वह सवाल सुलझ जाते हैं तो मामला हत्या का है या आत्महत्या स्पष्ट हो जाएगा। लेकिन जो सवाल सामने आ रहे हैं उससे हत्या या किसी तरह के प्रताड़ना की ओर इशारा कर रहा है।

क्या है वे सवाल?

  1. घटनास्थल पर माया के बाएं हाथ में सुसाइड नोट जैसा कुछ लिखा हुआ पाया गया है। इस पर परिजनों का कहना है कि माया तो खुद बाएं हाथ से ही लिखती थी तो फिर वह अपने ही बाएं हाथ की हथेली में कैसे लिख पाएगी।
  2. पुलिस और ससुराल पक्ष के लोग इसे आत्महत्या कह रहे हैं। घटनास्थल पर माया के बदन पर साड़ी नहीं थी वह सिर्फ अंदर के कपड़े पहने हुई थी। कोई आत्महत्या करने के लिए ऐसी अवस्था में घर से काफी दूर तालाब तक कैसे जाएगा यह भी सोचनीय है।
  3. ससुराल वालों का कहना है कि माया रात को करीब 11 से 12 बजे के बीच घर से निकली। आसपास खोजबीन किया गया लेकिन पता नहीं चला। दूसरे दिन तालाब में लाश मिली। तो इधर पीएम करने वाले डॉक्टर को अनुमान है की मौत सुबह 4 से 5 बजे के बीच हुई होगी। ऐसे में सवाल यह उठता है कि रात को अगर 11 से 12 बजे महिला निकली होगी तो फिर इस बीच वह सीधे तालाब गई होगी या कहीं और थी या माजरा कुछ और ही है?

बहरहाल मौत चाहे जिस कारण से हुई है लेकिन मायके पक्ष ने प्रताड़ना के मामले को सही बताते हुए दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की मांग की है। वहीं पुलिस पीएम रिपोर्ट आने का इंतजार कर रही। इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

लोगों ने समझा मूर्ति विसर्जन के बाद पैरा उफला है

ग्रामीणों ने बताया कि 23 अक्टूबर की सुबह तालाब के किनारे में मूर्ति जैसा कुछ उफला हुआ पैरा जैसा दिखाई दे रहा था। इस दौरान नवरात्र पक्ष भी चल रहा था। लोगों को दूर से मूर्ति जैसा आभास हुआ लेकिन ध्यान में आया है कि अभी तो दुर्गा विसर्जन हुआ नहीं तो यह क्या होगा। जब लोग पास जाकर देखें तो दंग रह गए। यह तो माया की लाश थी। बदन में साड़ी नहीं था। नाक के पास से खून भी निकला हुआ था। डॉक्टर ने अंदरूनी चोट की भी बात कही है।

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