सामान्य सभा में पेश हुआ बजट, नहीं हुई कोई टैक्स वृद्धि, विपक्ष ने लगाए बजट प्रस्तुति को फर्जी होने का आरोप, बालोद नगर पालिका अध्यक्ष ने दिया इस तरह जवाब!
बालोद। नगर पालिका बालोद में आज पीआईसी में पास हुए बजट सामान्य सभा में प्रस्तुत किया गया। जिसमें किसी प्रकार के कर में वृद्धि नहीं की गई।
वहीं इस बजट पर विपक्ष के पार्षद कमलेश सोनी ने फर्जी होने का आरोप लगाया है जिस पर नगर पालिका अध्यक्ष विकास चोपड़ा ने भी अपना जवाब दिया है।
कमलेश सोनी सहित भाजपाई पार्षदों का आरोप है कि बालोद नगर पालिका परिषद की अनुमानित आय व्यय बजट 2023- 24 फिर से फर्जी ढंग से प्रस्तुत किया गया है। कमलेश का कहना है नगर पालिका परिषद बालोद ने आज पूरे साढे 5 महीने में सामान्य सभा की बैठक आहूत की.साथ में इस बैठक में 2023-24 की अनुमानित आय व्यय बजट भी प्रस्तुत की गई। पिछले बार की तरह इस बार भी सामान्य सभा की बैठक में आय व्यय की अनुमानित बजट को शामिल कर नगर पालिका अधिनियम को ठेंगा दिखाने का प्रयास किया गया। बजट पुस्तिका को अधूरा बजट बताते हुए मुख्य पृष्ठ को काली पेन से क्रास लगाकर विरोध किया गया। वरिष्ठ पार्षद कमलेश सोनी ने कहा इस बार भी अनुमानित आय व्यय बजट जैसे महत्वपूर्ण विषय को सामान्य सभा में शामिल कर यह दर्शाया गया है कि हम सत्ता शासन में है जैसे करना चाहे वैसा करेंगे ।साथ ही इस महत्वपूर्ण बैठक में मुख्य नगर पालिका अधिकारी का ना होना भी प्रश्न वाचक है।इनके द्वारा लाए गए बजट के मुख्य बिंदुओं में से जैसे अर्बन इंडस्ट्रियल, खेल प्रोत्साहन,भोजली घाट निर्माण, खेल मैदान जैसे महत्वपूर्ण बिंदुओं का पूरे बजट पुस्तिका में स्पष्ट रूप से उल्लेख ना होना ,कुल मिला कर बजट फर्जी व सिर्फ और सिर्फ दिखावटी है।
रिछेद मोहन कलिहारी ने कहा अनुमानित आय व्यय बजट को सिर्फ प्रस्तुत करना है इनकी साफ रूप से मजबूरी वाली मानसिकता रहती है। बाकी बजट में कहीं कोई नयापन नहीं है। विकास कार्य से कोसों दूर,आडंबर ,नौटंकी ,बजट को सही समय सीमा में प्रस्तुत नहीं कर पाना ही इस बात का प्रत्यक्ष उदाहरण है। बजट के विरोध में पार्षद लेखन साहिरो व पार्षद सरोजिनी साहू ने भी सहमति दी।
क्या कहते हैं नगर पालिका अध्यक्ष
मामले में नगर पालिका अध्यक्ष विकास चोपड़ा का कहना है कि विपक्ष का काम है की विरोध करना है। पर मेरा मानना है कि इन सब से दूर भारतीय जनता पार्टी के पार्षदों को चाहिए कि वह जनहित और विकास के कार्यों में सहयोग करें ना कि फर्जी विरोध करें।
पहले कि बजट वाली बैठकों में यह कहते थे कि बजट बिना चर्चा के पास कर दिया जाता है। पर आज 11:00 बजे चालू हुई बैठक लगभग 3:00 बजे तक चली और एक-एक बिंदुओं पर चर्चा हुई। पर अंत में जब इन पार्षदों को समझ नहीं आया कि इस बैठक इस बजट में विरोध के लायक क्या है। तो वह बैठक छोड़कर चले गए। हर बार इस तरह की राजनीति को जनता खूब समझती है। इससे पहले जब भारतीय जनता पार्टी के पदाधिकारी ने नगर पालिका के समक्ष अपनी मांग रखी थी तो एक भी पार्षद ने अपनी उपस्थिति दर्ज नहीं कराई थी। अब यह पार्षद बजट का विरोध करके उनकी बराबरी करना चाह रहे हैं। नपा अध्यक्ष ने कहा कि अपनी आपस की लड़ाई को पालिका से दूर रखें। यही नगर के विकास के लिए अच्छा है। अगर भाजपाइयों को आपस में मैं बड़ा मैं बड़ा खेलना है तो पालिका से बाहर खेले। पालिका में बालोद की जनता बड़ी है और उन्हीं को ध्यान में रखकर हम बजट बनाते हैं और उस पर तीन साढे तीन घंटा चर्चा के बाद यह पार्षद बैठक छोड़कर चले जाते हैं जो दुर्भाग्यपूर्ण है।