बालोद। अर्जुन्दा से देवरी बंगला मार्ग पर मनकी रोड के पास अंधे मोड़ पर एक परिवार का इकलौता चिराग बुझ गया। रात भर एक 24 साल का युवक मोड़ पर घायल अवस्था में पड़ा रहा। ठंड से अकड़ने व घायल में किसी को मदद के लिए ना बुला पाने, ना कोई आवाज सुन पाने के चलते सुबह तक उसकी मौत हो गई। यह मार्मिक घटना कुथरेल के रहने वाले देशमुख परिवार के साथ घटी है। इस परिवार का इकलौता बेटा 24 वर्षीय भीमेन्द्र उर्फ़ भीम कुमार देशमुख अब इस दुनिया में नहीं रहे। घटना गुरुवार शुक्रवार की दरमियानी रात की है। जिसका खुलासा शुक्रवार की सुबह हुआ।
रात भर लाश मोड़ पर सड़क से लगभग 20 फीट गड्ढे की ओर पड़ी रही। रात में किसी का इस ओर ध्यान नहीं गया। सुबह जब लोग मॉर्निंग वॉक पर निकले तब लाश देखने पर खबर हुई। बताया जाता है कि उक्त युवक सुरेगांव में शादी समारोह से शामिल होकर अपने घर लौट रहा था। युवक पेंटर का काम करता था। उनके पिता राजेंद्र भी पेंटर का काम करते हैं। अभी अपने पैरों पर खड़ा ही हो रहा था। घरवाले कुछ साल बाद उसकी शादी की तैयारी कर रहे थे लेकिन कुदरत को कुछ और ही मंजूर था और यह हादसा हो गया। परिवार सहित पूरे गांव में इस घटना से शोक का माहौल है।
शादी समारोह से घर लौट रहा था मृतक
अर्जुन्दा थाने में घटना की रिपोर्ट लिखाने वाले चैन सिंह निवासी सुन्दरा (नगर सैनिक,जिला कोर्ट बालोद) के मुताबिक 10 दिसंबर को वह अपने डेढ़ साला महावीर देशमुख के घर पर शादी कार्यक्रम होने से ग्राम सुरेगांव गया था। शादी कार्यक्रम में साढू भाई राजेन्द्र देशमुख के पुत्र भीमेन्द्र देशमुख निवासी कुथरेल ने शादी कार्यक्रम में शामिल होने ग्राम सुरेगांव आया था। जो शादी घर पर खाना खाकर सुरेगांव से करीबन शाम 7 बजे घर ग्राम कुथरेल जा रहा हूं, कह कर अपने मोटर सायकल हीरो होण्डा पैशन प्लस क्रमांक सीजी 07 एल 3093 से स्वयं चलाते हुए सुरेगांव से निकला था। जो अपने घर ग्राम कुथरेल रात मे नही पहूंचा। सुबह 11दिसंबर के करीबन 7बजे मेरे साढू राजेन्द्र देशमुख के द्वारा फोन से बताया कि अर्जुन्दा मनकी रोड पर एक्सीडेंट होने की जानकारी हुआ है। जाकर देखने फोन से बताने पर मैं अर्जुन्दा मनकी रोड पर जाकर देखा तो अर्जुन्दा के बंगाली फार्म हाऊस मेन रोड किनारे मोड़ के पास मेरे साढू का पुत्र भीमेन्द्र देशमुख अपने मोटर सायकल से स्वयं तेज गति व लापरवाही पूर्वक चलाते हुए अनियंत्रित होकर गिरने व अंदरूनी चोट लगने से मौत हो गई थी।