बालोद। सोमवार को सरपंच संघ डौंडी लोहारा के पदाधिकारियों ने कलेक्टर जन्मेजय महोबे को विभिन्न अलग-अलग मुद्दों पर 5 पेज का ज्ञापन सौंपा। जिसमें प्रमुख रुप से 2 माह का मानदेय अब तक ना मिलने की बात रखी गई। सरपंच संघ के अध्यक्ष पोषण देवांगन ने कहा कि बाकी ब्लॉक का मानदेय प्राप्त हो चुका है। लेकिन डौंडी लोहारा ब्लॉक के सरपंचों व पंचों का मानदेय फरवरी व मार्च 2020 का अब तक भुगतान नहीं किया गया है।
सिर्फ अप्रैल से सितंबर तक का भुगतान किया गया है। यह समझ के परे है कि 4 ब्लॉक में भुगतान होने के बाद हमारे ब्लॉक को क्यों छोड़ दिया गया है। वैसे ही सरपंच और पंचों का मानदेय नाममात्र दिया जाता है। उसे भी समय पर भुगतान शासन प्रशासन द्वारा नहीं किया जाता है। जो चिंता का विषय है। इसी तरह सरपंचों को 20,000 व पंचों को ₹2000 मानदेय देने की मांग भी लगातार की जा रही है। जिस पर कोई सुनवाई नहीं हुई है।ज्ञापन के जरिए सरपंचों व पंचों के मानदेय व बीमा के संबंध में भी मांग रखी गई। सरपंच संघ के सचिव संतराम तारम, कोषाध्यक्ष संतराम पिस्दा ने कहा कि सरपंचों को ₹20000 मानदेय व यात्रा भत्ता ₹5000 दिया जाए। सरपंचों के कार्यकाल पूरा होने के बाद पेंशन दिया जाए। सरपंचों के कार्यकाल तक ₹20 लाख दुर्घटना बीमा शासन द्वारा कराया जाए।
मनरेगा का कार्य जनवरी में शुरू करने की मांग
जनपद पंचायत डौंडीलोहारा ब्लॉक के सभी गांव में धान कटाई व मिंजाई कार्य जोरों से चल रहा है। कृषि कार्य कराने के लिए किसानों को मजदूर नहीं मिल रहे हैं। कार्य पूरे दिसंबर माह तक चलेगा। इस कारण से मनरेगा कार्य दिसंबर माह में चालू न कराकर जनवरी से मनरेगा कार्य चालू कराने आदेश करने की मांग भी सरपंच संघ द्वारा की गई है ताकि किसानों को भी कोई दिक्कत ना हो और खेती किसानी के बाद जनवरी से मनरेगा के जरिए लोगों को रोजगार मिलता रहे।
मटेरियल की राशि का अब तक नहीं हुआ भुगतान
सरपंच संघ ने यह मांग रखी कि मनरेगा के तहत अब तक मटेरियल की राशि का भुगतान नहीं किया गया है। पिछले दिनों संघ की बैठक जनपद पंचायत में रखी गई थी। जहां से प्रस्ताव के जरिए इस मुद्दे को लेकर ज्ञापन सौंपना तय हुआ था। बिना भुगतान के सरपंचों को कई तरह की आर्थिक दिक्कत हो रही है।
मोहल्ला क्लास बंद कर स्कूलों को फिर से शुरू करने की मांग
सरपंच संघ के पदाधिकारियों ने शासन प्रशासन द्वारा लगाया जा रहे मोहल्ला क्लास को बंद कर फिर से उसे स्कूलों में शुरू करने की मांग की जा रही है। इसके पीछे वजह यह बताई गई है कि अब मोहल्ला क्लास लगाना उचित नहीं है। क्योंकि स्कूलों को पूरी तरह से सेनीटाइज कर दिया गया है। पहले उन्हें क्वॉरेंटाइन से सेंटर बनाया गया था तो बंद रखा गया था। लेकिन अब सभी स्कूल सुरक्षित हैं। वहां अब मरीजों को भी नहीं रखा जाता है। जिसे देखते हुए अब बच्चों के स्वास्थ्य सुरक्षा को ध्यान में रखकर स्कूलों में क्लास पहले की तरह संचालित किया जाना चाहिए। इस संबंध में अलग से जिला शिक्षा अधिकारी व ब्लॉक शिक्षा अधिकारी को भी ज्ञापन सौंपा जाएगा।