बालोद। गुरुर ब्लाक के ग्राम धनोरा में शनिवार को सुबह 10 से 11 बजे के बीच कोरोना मरीजों ने जमकर हंगामा कर दिया। हंगामे की वजह गरम पानी ना देना था। कोरोना के मरीज के द्वारा लगातार विगत 10 दिनों से कोविड-केयर सेंटर में पीने के लिए गर्म पानी देने की मांग की जा रही है। लेकिन इस बढ़ती ठंड में भी मरीजों को ठंडा पानी दिया जाता है। जिसके चलते मरीजों में नाराजगी थी और यह नाराजगी आज हंगामे का रूप ले ली। सुबह 10 बजे के बाद मरीज एक-एक करके धनोरा केंद्र से बाहर निकल आए और शासन प्रशासन को कोसते हुए हंगामा करने लगे। धूप सेकने के लिए भी कई मरीज बाहर आकर बैठ गए। जिससे संक्रमण का खतरा बढ़ता रहा। मामले की जानकारी मिलने के बाद पुलिस सहित स्थानीय स्वास्थ्य अमला डिप्टी कलेक्टर के साथ समझाइश के लिए पहुंचे। मरीजों को समझाया गया कि बाहर न रहें, अंदर चले जाए वही गरम पानी की व्यवस्था को लेकर आश्वस्त किया गया। थोड़ी देर बाद गरम पानी का इंतजाम भी किया गया। काफी देर तक हंगामे के बाद मरीज शांत हुए।
अधिकारी नही दे पाते संतोष जनक जवाब
हंगामा कर रहे मरीजों में मुकेश कुमार साहू निवासी अर्जुनी ने कहा कि यहां गर्म पानी के साथ साथ खाना भी ठीक से नहीं दिया जाता है। मेनू का पालन नहीं किया जाता है ।इस संबंध में कलेक्टर से फोन पर शिकायत की जाती है तो उनके द्वारा भी कोई कार्यवाही नहीं की जाती है। स्वास्थ्य विभाग तो निकम्मा है ही। प्रशासन भी उनकी सुनवाई नहीं कर रहा है।
ठंड में तरस रहे गर्म पानी को
तो वही करही भदर के कृष्णा साहू ने कहा कि गर्म पानी को लेकर मरीज तरस रहे हैं। कई बार कहने के बाद भी कोई व्यवस्था नहीं की जाती है। जिसके चलते आज हंगामा किया गया, तब जाकर अधिकारी हरकत में आये।
सरकारी फंड के बाद भी सुविधा नही
सांसद प्रतिनिधि व पूर्व जनपद अध्यक्ष दयानन्द साहू ने कहा व्यवस्था सुधारने चाहिए। लगातार अलग-अलग कोविड केयर सेंटर में इस तरह की लापरवाही व शिकायतें सामने आई है। जिस पर स्थानीय प्रशासन सहित कांग्रेस सरकार व्यवस्था सुधारने में नाकाम नजर आ रही है। शासन से इस के लिए लाखों रुपए का फंड आने के बाद भी मरीज किस हाल में कोविड केयर सेंटर में रहते हैं, यह बात किसी से छुपी नहीं है। शिकायतों के बाद भी इस पर ध्यान नहीं दिया जाना गंभीर मुद्दा है।