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बड़ी खबर – राज्यपाल ने क्या कहा पाटेश्वर धाम के मुद्दे पर? देखिये पूरी खबर, वन विभाग की नोटिस के नाम पर प्रताड़ना को देख अब उठी संत व आश्रम को पुलिस सुरक्षा देने की मांग

 बालोद- डौंडी लोहारा विकासखंड अंतर्गत श्री जामड़ी पाटेश्वर धाम क्षेत्र के ग्राम केरी जुंगेरा, लमती, केरी ,तुयेगोंदी, तुमड़ीकसा,करियाटोला,गोटीटोला,कोड़ेकसा,माटरी,उसरीटोला,अडमागोंदी,बरडीह,चिखली ,पीपरखार,बड़ाजुगेरा,भंडारीटोला,भवरमरा, झींका टोला तथा ग्राम लोहार टोला सहित लगभग 20 गांव के आदिवासी समाज के लोगों ने संत राम बालक दास की अगुवाई में रायपुर जाकर राज्यपाल को मन्दिर के मुद्दे पर दुबारा ज्ञापन दिया राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके ने जल्द ही इसी महीने पाटेश्वर धाम आने की स्वीकृति दी है. वर्ष 1975 से स्थापित  पाटेश्वर धाम मंदिर तथा आश्रम को यथावत रखने की मांग करते हुए उन्हें राजभवन में भेंट कर ज्ञापन सौंपा गया। रा

ये पहुंचे थे ज्ञापन देने

राजभवन में संत राम बालक दास महात्यागी ,देवलाल ठाकुर पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष , पाटेश्वर परिवार से जयेश ठाकुर ,मोरजध्वज साहू , सरपंच पवन कुमार सलामे, सरपंच  डॉ. पुरूषोत्तम साहू तथा सरपंच बड़े जुगेरा नीलिमा टेकाम की उपस्थिति में आदिवासी समाज के लोगों ने ने ज्ञापन राज्यपाल को सौंपा। सौजन्य मुलाकात  के दौरान पाटेश्वर धाम परिवार की ओर से सुश्री उइके को गौ माता की प्रतिमा भेंट की गई।संत राम बालक दास महात्यागी की उपस्थिति में ग्रामीणों की बात को राज्यपाल ने गंभीरता से सुना।

यह बातें कहीं राज्यपाल ने

राज्यपाल ने आश्वस्त किया कि किसी भी हालत में धार्मिक भावनाओं का सम्मान किया जाएगा। लोगो के धार्मिक आस्था के केंद्र को किसी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े ऐसा भी  प्रयास किया जाएगा। सुश्री उइके ने उपस्थित ग्रामीणों को बताया कि पूरे प्रदेश के लगभग सभी जिलों से श्री जामडी पाटेश्वर धाम के पक्ष में ज्ञापन उन्हें प्राप्त हुआ है। लोगो की भावना के अनुरूप उन्होंने वन विभाग के अधिकारियों को पाटेश्वर धाम में किसी तरह कार्यवाही नही करने का निर्देश दिया है।

संतो को पुलिस सुरक्षा की मांग

पाटेश्वर धाम एवं संतो को पुलिस सुरक्षा देने के लिए देव लाल ठाकुर व जयेश ठाकुर की मांग पर राज्यपाल सुश्री उइके ने तत्काल पुलिस अधीक्षक बालोद जितेंद्र सिंह मीणा को दूरभाष पर चर्चा कर पुलिस सुरक्षा देने आवश्यक कार्यवाही करने व इसी दिसंबर में अपने संभावित पाटेश्वर धाम दौरे की जानकारी भी दी।

8 करोड़ खर्च कर चुके

प्रतिनिधिमंडल ने सुश्री राज्यपाल को बताया कि श्री जामडी पाटेश्वर धाम में प्रतिदिन आने वाले भक्तों के सुविधा के लिए प्रदेश सरकार के वन विभाग द्वारा बाउंड्रीवाल निर्माण तथा अन्य शासकीय विभागों द्वारा भक्तों के विश्राम के लिए भवन निर्माण , पेयजल व्यवस्था एवं विद्युत व्यवस्था सहित अन्य सुविधायें उपलब्ध कराई गई है, साथ ही सम्पूर्ण देश भर के भक्तों द्वारा दिये गए दान की राशि से श्री बालयोगेश्वर रामबालकदास महात्यागी के मार्गदर्शन में लगभग 25 करोड़ रूपये की लागत से मां कौशल्या जन्मभूमि का भव्य मंदिर निर्माणाधीन है, जिसमें विगत 15 वर्षों में 8 करोड़ रूपये खर्च किया जा चुका है।

वन भूमि प्रत्यावर्तन की प्रक्रिया भी जारी

इसी तरह श्री पाटेश्वर सेवा संस्थान द्वारा वर्ष 2005 से मंदिर तथा आश्रम की भूमि का प्रत्यावर्तन कराने वन विभाग से लगातार पत्राचार किया गया है. जिसके परिपालन में संस्थान से आवश्यक दस्तावेज प्राप्त कर वन परिक्षेत्र अधिकारी डौंडी लोहारा ने पत्र कमांक 1060 ,दिनांक  8 जून 2007 द्वारा प्रस्ताव वन मंडलाधिकारी दुर्ग को प्रेषित किया तथा पाटेश्वर संस्थान  से वन मंडलाधिकारी दुर्ग द्वारा मंदिर तथा आश्रम की भूमि का प्रत्यावर्तन प्रकरण संबंधित पंजीयन शुल्क 6 हजार रुपये  का बैंक ड्राफ्ट जमा कराकर कार्यवाही की गई है। उक्त प्रस्ताव पर प्रधान मुख्य वन संरक्षक छ. ग. द्वारा पत्र क्रमांक 949 दिनाँक 07/05/2008 जारी कर उक्त प्रस्ताव को पंजीयनक्रमांकDUG/DUG/DUG/MIS/08/31 आबंटित किया गया है जो आज भी प्रक्रियाधीन है। वन विभाग में प्रत्यावर्तन प्रकरण प्रक्रियाधीन होने के बाद भी सितंबर 2020 से बालोद जिला वन विभाग के डी.एफ ओ द्वारा पाटेश्वर धाम में आने वाले भक्तों के सुविधा के लिए निर्मित भवनों को खाली करने का नोटिस बार-बार दिया जा रहा है। जबकि बालोद जिला एवं छत्तीसगढ़ प्रांत में हजारों पूजा स्थल हिन्दू धर्म एवं अन्य धर्मों के हैं जो फॉरेस्ट भूमि पर स्थित है उनको नोटिस नहीं दिया जा रहा है, केवल पाटेश्वर धाम को पडयंत्र पूर्वक टारगेट बनाकर नोटिस भेजा जाना पूरी तरह अनुचित है। जिसके कारण संत रामबालकदास व भक्त गण मानसिक रूप से प्रताड़ित हो रहे हैं। इसी तरह श्री जामड़ी पाटेश्वर धाम पर जिला वन अधिकारी द्वारा किये गये इस अपमानजनक कृत्य से संपूर्ण देश भर के भक्त गण य सत समाज आकोशित हो रहे है।

इनसे भी की जा चुकी मांग

संत ने बताया श्री पाटेश्वर सेवा संस्थान के मांग पर छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल रायपुर द्वारा पत्र कमांक 4726 दिनांक 10/01/2005 प्रेषित कर कलेक्टर दुर्ग को श्री जामड़ी पाटेश्वर आश्रम, जिला दुर्ग को छत्तीसगढ़ पर्यटन की सूची में शामिल करने हेतु पत्राचार किया था।  इस विषय में वन मंत्री मा मो. अकबर /महिला बाल विकास मंत्री श्रीमति अनिला भेडिया ,संसदीय सचिव कुवरसिंह निषाद  ,गौसेवा  आयोग के अध्यक्ष महंत  रामसुंदरदास  को भी ज्ञापन एवं ग्राम सभा का प्रस्ताव संत  राम बालक दास  के द्वारा सौपा जा चुका है। साथ ही विगत दिनों देश के विभिन्न राज्यों में संतो के खिलाफ हुए अप्रिय घटनाओं को ध्यान में रखते हुए महामहिम राज्यपाल से निवेदन भी किया गया है कि ऐसी अप्रिय घटना  जिला बालोद में स्थित पाटेश्वर धाम में न घटे इसलिए पाटेश्वर धाम के साथ साथ महंत राम जानकीदास महात्यागी तथा  संत राम बालकदास को सुरक्षा प्रदान किया जाये एवं वन विभाग के डी.एफ.ओ.सतोविसा समाजदार पर आवश्यक कार्रवाई की जाए ताकि बालोद जिला सहित पूरे छग प्रदेश में सामाजिक सद्भावना बनी रहे।

By dailybalodnewseditor

2007 से पत्रकारिता में कार्यरत,,,,,कुछ नया करने का जुनून, कॉपी पेस्ट से दूर,,,

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