November 22, 2024

खुशखबरी – बालोद जिले में भी जल्द आयेगी कोरोना की वैक्सीन, पहले चरण में 5000 लोगों को लगेंगे टीके, देखिये क्या है स्वास्थ्य विभाग की तैयारी और कितने बढ़े मरीज?

कल रात तक की स्थिति में जिले में कोरोना के मरीज

बालोद– जल्द ही बालोद जिले में भी कोरोना की वैक्सीन आने वाली है. वैक्सीन आयेगी तो उसे कहां, कैसे रखना है. किसे पहले लगाना है. इसकी तैयारी शुरू हो गई है. इसी सन्दर्भ में कलेक्टर जनमेजय महोबे की अध्यक्षता में संयुक्त जिला कार्यालय के सभाकक्ष में जिला स्तरीय टॉस्क फोर्स की बैठक आयोजित हुई है। बैठक में जिले में कोविड-19 टीकाकरण और कोल्ड चेन की तैयारियों के संबंध में कार्ययोजना पर चर्चा की गई।

यह है जिले का प्रारंभिक आंकड़ा

जिला टीकाकरण अधिकारी डा. एस.के.सोनी ने बताया कि शासन के निर्देशानुसार प्रथम चरण में जिला स्तर पर कार्यरत सभी स्वास्थ्य अमलों का टीकाकरण किया जाना है। उन्होंने बताया कि जिले में स्वास्थ्य विभाग, शासन से पंजीकृत निजी चिकित्सालयों, महिला एवं बाल विकास विभाग से जुड़े कर्मचारियों एवं मितानिनों सहित कुल 5,164 लोगों का डाटाबेस तैयार किया गया है। कलेक्टर ने कोविड-19 टीकाकरण हेतु जिले में कुल 30 कोल्ड चेन पाइंट के कोल्ड चेन उपकरण में तापमान निगरानी, लाजिस्टिक की उपलब्धता एवं वाहन की उपलब्धता सुनिश्चित किए जाने हेतु निर्देश दिए। बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा. जे.पी.मेश्राम, सिविल सर्जन डा.एस.एस.देवदास, जिला कार्यक्रम प्रबंधक डा.भूमिका वर्मा, डा. संजीव ग्लेड आदि मौजूद थे।

तैयारी से बढ़ी कोरोना काल खत्म होने की उम्मीद  

कोरोना वायरस वैक्सीन के जल्द आने की उम्मीद पर केंद्र सरकार ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से निगरानी के लिए समितियां बनाने को कहा है। वैक्सीन के लिए कोल्ड चैन से लेकर उसे सुदूर और जटिल इलाकों तक पहुंचाने के लिए जिला स्तर पर समन्वय समितियां बनाने की भी सलाह दी गई है। राज्य टीकाकरण अधिकारी ने बताया कोरोना टीकाकरण के लिए अभी जानकारी एकत्र करने का कार्य चल रहा है इस संदर्भ में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सभी सीएमएचओ के साथ एक समीक्षा बैठक भी की गयी है जिसमें उन्हें संभावित वैक्सीन लगाए जाने वाले लोगों के बारे में जानकारी एकत्र करने को कहा गया है।

यह हैं लिस्ट में पहले

जानकारी के मुताबिक जिन लोगों का डेटाबेस तैयार किया जा रहा है उनमें स्वास्थ्य विभाग सबसे पहले है। स्वास्थ्य विभाग में सभी सीएचसी, पीएचसी, निजी चिकित्सक और उनके स्टाफ,सीएमएचओ और उनके मातहत सभी रेगुलर व कॉन्ट्रैक्ट कर्मचारी, मेडिकल कॉलेज के डीन और  स्टाफ, शासकीय अस्पताल के स्टाफ, मेडिकल कॉलेज सुपरीटेंडेंट के स्टाफ इत्यादि शामिल है। इसी तरह महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी-कर्मचारी समेत आंगनबाड़ी कार्यकर्ता,आंगनबाड़ी सुपरवाइजर और आंगनबाड़ी सहायिका के डेटा को तैयार किया जा रहा है इसके अलावा मितानिन का भी डेटा सहेजा जा रहा है।  पिछले 28 अक्टूबर से यह डेटा तैयार किया जा रहा है जिसे फिलहाल एक्सेल शीट में भरा जा रहा है और बाद में इसे ऑनलाइन अपलोड किया जाएगा।

कब वैक्सीन आएगी जानकारी नहीं, पर तैयारी जोरों पर

अफसरों के मुताबिक   “कोरोना टीकाकरण के संदर्भ में अभी प्राथमिकता के आधार पर विभाग से जानकारी का संग्रह किया जा रहा है | इसमें सरकारी और निजी चिकित्सकों और उनके स्टाफ की जानकारी भी एकत्र की जा रही है । वैक्सीन कौन लगा सकता है और कौन नहीं इसकी भी जानकारी एकत्र की जा रही है। इसके अलावा कोरोना की वैक्सीन कब आएगी के संदर्भ में अभी स्पष्ट जानकारी नहीं है लेकिन इसके लिए सभी जरूरी कार्य तेजी से पूर्ण किये जाने के निर्देश दिए गए हैं ।

 ‘’तीन समिति बनाने का निर्देश 

 केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने इस संबंध में 26 अक्टूबर को सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को पत्र लिखा  जिसमें  उन्होंने मुख्य सचिव के नेतृत्व में राज्य संचालन समिति (एसएससी), अतिरिक्त मुख्य सचिव का प्रधान सचिव (स्वास्थ्य) के नेतृत्व में राज्य कार्य बल (एसटीएफ) और जिलाधिकारियों के नेतृत्व में जिला कार्य बल गठित (डीटीएफ़) करने का सुझाव दिया है।इसमें यह भी कहा गया कि एसएससी महीने में कम-से-कम एक बैठक करेगी। इसी तरह एसटीएफ की हर 15 दिन में बैठक होगी और डीटीएफ की बैठक हर हफ्ते होगी।

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