बालोद – गुरुर थाना के ग्राम धोबनपुरी में आत्महत्या के लिए दुष्प्रेरित करने का एक बड़ा मामला सामने आया है. जिसमें पुलिस ने दो आरोपियों ग्राम समिति अध्यक्ष पारख राम साहू व देवा राम गंजिर के खिलाफ धारा 306,34 का केस दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर रिमांड पर कल जेल भेजा है दरअसल में मामला एक चरवाहे की आत्महत्या से जुड़ा हुआ है गांव के चरवाहे थलेश यादव पिता देवनारायण यादव उम्र 22 साल ने 16 मई को अपने घर पर फांसी लगाकर आत्महत्या की थी इस मौत के बाद प्रार्थी धुरसिंग धनकर व अन्य परिजनों ने एएसपी को ज्ञापन देकर मामले में थलेश को परेशान करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी एसपी ने टीआई को जांच के आदेश दिए जिसमें अब जब थाना गुरूर से उप निरीक्षक खगेन्द्र पठारे जांच करने पहुंचे तो कई बाते सामने आई जिनसे साबित हुआ कि इन्ही वजहों से मृतक ने आत्महत्या की थी
जांच यह आया सामने – जबरदस्ती घर से उठा ले गये थे दो लोग
पुलिस जांच में यह बात सामने आई कि मृतक थलेश कुमार यादव गांव के मवेशियों को चराने का काम नही करना चाहता था. जिसके कारण मवेशियों को दुहने के लिए 02 दिन से नही जा रहा था, जिसे आरोपी देवाराम गंजीर मृतक थलेश कुमार यादव को उसके घर जाकर उसे अपने बाइक में बिठाकर दूसरे आरोपी पारख राम साहू के घर लाया था. जहां पर पारख राम साहू के द्वारा थलेश को गांव के मवेशियों को नही दुहने व चराने के संबंध में पूछताछ कर डांट फटकार लगाकर गाली गलौच करते हुए धमकी दिया था कि दूसरा चरवाहा खोजकर लाओ, नही तो ठीक नही होगा. पूर्व में भी गांव के मवेशियों को चराने के संबंध में मृतक को 500/- रूपये अर्थदण्ड से दण्डित किया जा चुका है. जिससे मृतक प्रताड़ित होकर 16 मई की शाम 6/30 बजे अपने घर के मवेशी कोठा में फांसी लगाकर आत्महत्या किया था. जांच में आरोपी पारख राम साहू तथा देवाराम गंजीर के द्वारा प्रथम दृष्टिया मृतक थलेश राम यादव को आत्महत्या के लिए दूष्प्रेरण करने धारा 306,34 भादवि0 का संज्ञेय अपराध करना घटित करना पाये जाने पर केस दर्ज किया गया
शादी भी होने वाली थी
ज्ञात हो कि जब युवक ने आत्महत्या की उसके कुछ महीने पहले फरवरी में उसकी सगाई गुण्डरदेही के पास नवागांव में हुई थी शादी होने वाली थी उसके पहले ही उसने ये कदम उठा लिया घटना के कुछ देर बाद परिजनों ने देखा तो उसे जिन्दा होने की उम्मीद में फंदे से नीचे तक उतारा गया था लेकिन वह बच नहीं पाया तत्काल में तो पुलिस को इस आत्महत्या का कोई कारण समझ में नहीं आया था बाद में एक शिकायती आवेदन आने पर जांच हुई तो उक्त सच्चाई सामने आई.