Big News- नकली नक्सली बनकर बड़े मछली व्यापारी व उसके भाई के घर में घुसकर बंदूक की नोक पर अज्ञात लुटेरों ने लुटे 5 लाख नगद, दो लाख के जेवरात, पुलिस जुटी जांच में, पढ़िए यह सनसनीखेज मामला
कांकेर/ पखांजूर। पखांजूर थाना क्षेत्र के ग्राम बड़े कापसी के रहने वाले एक मछली व्यापारी विश्वजीत अधिकारी व उनके भाई के साथ अज्ञात लोगों ने नकली नक्सली बनकर 7 लाख की लूटपाट की है।जिसमें ₹5 लाख नगदी व दो लाख के जेवरात शामिल हैं। नक्सलियों के भय से इस व्यापारी ने देर से पखांजूर थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई है। वह पहले उन आरोपियों को असली नक्सली समझ रहा था। बाद में संदेह होने पर उन्होंने हिम्मत दिखाई और थाने में रिपोर्ट लिखवाई है। पखांजुर पुलिस अज्ञात आरोपियों के खिलाफ धारा 392, 458 , 34 आईपीसी के तहत केस दर्ज कर मामले की छानबीन कर रही है।
फिल्मी स्टाइल में व्यापारी के घर में घुस कर बंदूक की नोक पर पांच लाख रूपए नगद व दो लाख रूपए के जेवरात लूट लिए गए हैं। लुटरे स्वयं को नक्सली बता वहां से फरार हो गए। उनका हुलिया भी नक्सलियों जैसा होने के कारण व्यापारी डर के चलते घटना का किसी से जिक्र नहीं किया और न ही इसकी पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। घटना के कुछ दिन बाद फिर से रकम की मांग की गई तो उनके नकली नक्सली होने पर शक हो गया और व्यापारी ने इसकी शिकायत पुलिस में दर्ज करा दी।
नक्सली बनकर रकम के लिए भेजा गया था पत्र
इसके पूर्व सितंबर माह में भी इसी गांव कापसी पीवी 122 में इसी तरह मछली व्यापारी से नकली नक्सली बनकर पत्र लिख रकम की मांग की थी। पुलिस ने मामले की जांच करते व्यापारी के साथ काम करने वाले तथा निकट के गांव के कुछ युवकों को पकड़ा था। इस घटना को भी इसे से जोड़ कर देखा जा रहा है। आशंका है कि रकम लुटने वाले लोग व्यापारी के करीबी या उसे अच्छी तरह जानने वाले हो सकते हैं।
स्वयं को नक्सली जताने रखे थे वाकी टाकी
पहली बार पहुंचे तीनों युवक नक्सली वर्दी पहनने के साथ ही वाकी टाकी भी रखे थे। ताकि वे नक्सलियों की तरह दिख सकें। एक युवक बंदूक पकड़ा हुआ था लेकिन तीनों अपने चेहरे छिपा रखे थे जबकि नक्सली चेहरा नहीं छिपाते हैं। दूसरी बार फिर घर पहुंचे तो वे नक्सली वर्दी में थे लेकिन नेलचांग के जंगल में बिना वर्दी के दोनों युवक चेहरा छिपा रखे थे। उनके जंगल में बुलाने से भी संदेह हुआ लेकिन व्यापारी फिर भी डरा हुआ था।
व्यापारी जब घर से बाहर निकला तो टिका दी बंदूक
ग्राम कापसी पीवी 122 के मछली व्यापारी विश्वजीत अधिकारी 42 साल के घर में 18 अक्टूबर की रात 9 बजे तीन अज्ञात युवक पहुंचे थे जो नक्सली वर्दी पहने हुए थे। युवकों ने व्यापारी को उसके नाम से पुकारा। जिससे व्यापारी घर से बाहर आ गया। बाहर आते ही लुटेरों ने उस पर बंदूक टिका दी और रकम की मांग की। नहीं देने पर जान से मारने की धमकी देने लगे।
क्या कह रही पुलिस
थाना प्रभारी शरद दुबे ने इस गांव में पहले भी फर्जी नक्सली बनकर वसूली की जा चुकी है। यह मामला भी कुछ वैसा है। जांच जारी है।
पढ़िए व्यापारी की आपबीती
विश्वजीत अधिकारी ने बताया वह ग्राम बड़े कापसी पीव्ही 122 का रहने वाला है। मेरे घर में दिनांक 18.10.2020 को 03 अज्ञात व्यक्तियों द्वारा घर में घुस कर मारपीट कर अपने को नक्सली बता कर पिस्तोल दिखा कर नगदी रकम एवं सोने के जेवर लूटपाट किये है। 18.10.2020 के रात्रि करीब 09.00 बजे मेरे घर में कोई व्यक्ति मेरा नाम लेकर मुझे बुलाया। मैं घर से बाहर घर का चैनल गेट खोल कर निकला तो 03 अज्ञात व्यक्ति जो कि पुलिस जैसा वर्दी पहने थे उनमें से एक व्यक्ति पिस्तोल एवं पुलिस जैसा वायरलेस वाकीटाकी सेट रखा था, तीनो व्यक्ति काले कपड़े से मुंह बांधे हुए थे पिस्तोल रखे हुए था तथा एक हाथ में पुलिस जैसा वाकीटाकी वायरलेस सेट रखा था, उस व्यक्ति ने मेरे घर से बाहर निकलते ही मुझ पर बंदुक तान कर किनारे होने को बोला तथा उनमें से एक व्यक्ति ने मुझे पकड़ लिया तथा एक ने मुझे चार झापड़ मारा, आवाज सुनकर मेरा छोटा भाई सुरजीत अधिकारी घर से बाहर निकला तथा मुझसे क्या हो गया पूछा तभी तीनो ने मेरे भाई को भी मारपीट किया। उसके बाद तीनो मेरे घर के अंदर घुस कर मेरे कमरे के अलमारी में रखा 500000(पांच लाख) रूपये को निकाल लिये। उसके बाद घर में मेरे भाई के कमरे में जाकर अलमारी में रखा सोने का मंगल सूत्र 02 नग, कान का बाली 02 जोड़ी, अंगुठी 02 नग कुल कीमत 200000(दो लाख) रूपया को लूट कर ले गये। लूटपाट करते समय वे लोग वायरलेस सेट से लाल सलाम लाल सलाम बोल रहे थे तथा अपने को नक्सलि बताते हुए मुझे तथा मेरे परिवार के सभी सदस्यों को धमकी दिये कि यदि इसकी रिपोर्ट थाना में करोगे तो जान से मारकर खत्म कर देंगे इसके कारण मैं डर से घटना के संबंध में किसी को भी नही बताया था तथा इसकी सूचना थाने में नही दिया था। 05.11.2020 के शाम 6.20 मिनट पर मेरे घर में दुबारा से दो लोग आये तथा मुझे 06.11.2020 को दिन 12.00 बजे ग्राम निलचांद कोड़ेकुर्सी में स्कुल के पास 500000(पाचं लाख) रूपया पहुंचाने को बोले और नही देने पर पूरे परिवार को जान से मारकर खत्म करने की धमकी दिये एवं लाल सलाम बोलते हुए चले गये। मैं 06.11.2020 को 12 बजे ग्राम निलचांद कोड़ेकुर्सी में गांव के उत्तम मण्डल निवासी बड़े कापसी (पीव्ही 122) को लेकर स्कुल के पास गया। जहां दो व्यक्ति एक होण्डा साईन मोटर सायकल काला रंग से आकर मुझसे मिले तथा अपने को नक्सली बताते हुए मुझसे पैसे की मांग किये, मैं डर के कारण उन लोगो से निवेदन किया कि अभी मेरे पास पैसा नही है। मैं दिपावली के बाद पैसा दूंगा फिर वे लोग लाल सलाम बोलते हुए वहां से ग्राम महंगुर की तरफ चले गये। फिर मैं और अपने साथी उत्तम के साथ अपने घर वापस आ गया। नक्सलियों के डर से यह बात किसी को नही बताया। कुछ दिन बितने के बाद यह बात अपने परिचित भजन विश्वास, सहदेव बछाड़ को बताया तब उन लोगो ने तथा परिवार के सदस्यों ने मुझे पुलिस में घटना की रिपोर्ट करने हेतु बोले, गांव वालों के समझाने के बाद हिम्मत जुटा कर आज थाना में रिपोर्ट कर रहा हूं।