यह कब खत्म होगा? 10 साल पहले पोते ने की थी अंतर जाति विवाह, दादी खत्म हो गई तो शोक कार्यक्रम में पहुंचने पर समाज ने जलील कर बाहर निकाला, थाने में की शिकायत
बालोद/ अर्जुन्दा। सरकार ने भले ही अंतर जाति विवाह को मान्यता दे दी है। लेकिन आज भी कई समाजों में इसको लेकर पाबंदी है। जो अंतर जाति विवाह करते हैं वे अपने परिवार से दूर रहते हैं। अगर कभी वे पास भी आते हैं तो समाज की पाबंदियां उन्हें फिर से दूर कर देती है। इससे कई बार वाद-विवाद की भी स्थिति निर्मित हो जाती है। ऐसी ही एक घटना ग्राम खुर्सीपार थाना अर्जुन्दा में हुई है। जहां पर एक दादी की मौत हुई तो उनके शोक कार्यक्रम में पहुंचे पोते को समाज ने इस कदर जलील करके घर से बाहर कर दिया क्योंकि उसने अंतर जाति विवाह किया था। विवाह भी अभी नहीं 10 साल पहले किया है। लेकिन 10 सालों से इस विवाह की सजा समाज के जरिए वह पोता भुगत रहा है। शोक कार्यक्रम में शामिल ना होने देने पर खुद को मानसिक प्रताड़ित महसूस करके नाती ने अर्जुन्दा थाने में मामले की शिकायत भी की है।
शिकायतकर्ता कमल नारायण बेलचंदन ने बताया वह अपनी सगी दादी के शोक सभा में शामिल होने पहुंचे थे। जहां उन्हें सरेआम अपमानित कर समाज के ठेकेदारों और घर परिवार के लोगों ने बेदखल कर दिया और उसके साथ में आए दो मित्रों को भी जलील करते हुए शोक सभा से निकाल दिया। दिल्लीवार कुर्मी क्षत्रिय समाज के एक दकियानूसी नियम के चलते सरेआम एक पोते को अपनी दादी के अंतिम क्रियाकलापों में शामिल होना भारी पड़ गया। विदित हो कि युवक कमल नारायण बेलचंदन ने आज से लगभग 10 वर्ष पूर्व अंतर जाति विवाह किया। जिसके चलते ग्राम समाज से उसका बहिष्कार कर दिया गया था। ग्राम खुर्सीपार में युवक का आना जाना था। वर्तमान में युवक रायपुर में रह कर अपना गुजर बसर करता है। दादी के मृत्यु के दिन अंतिम संस्कार में शामिल ना होने की स्थिति में दशगात्र के दिन शामिल होकर मृत आत्मा की शांति के लिए अपने गांव खुर्सीपार पहुंचा। जहां लोगों ने उसका भारी विरोध कर वहां से जाने के लिए दबाव बनाते हुए घर से बेदखल कर दिया।
घर वालों पर भी बनाया दबाव
समाज के कुछ लोगों ने घरवालों पर दबाव बनाते हुए कहा कि युवक को घर से निकालो नहीं तो हम समाज पांघर के लोग बने हुए खाने को नहीं खाएंगे क्योंकि इस युवक का समाज से कोई संबंध नहीं है यह कहते हुए घरवालों पर दबाव बनाया। फिर घर वालों व समाज के लोगो ने युवक के साथ गाली गलौज करते हुए जान से मारने की धमकी भी दी ।जिसके चलते युवक ने अर्जुंदा थाने में शिकायत भी की है। उक्त शिकायत में समाज समाज व परिवारिक रिश्तो में आने वाले व्यक्तियों की नामजद लिखित शिकायत की है। पीड़ित युवक ने यह भी बताया कि एक शादी के कार्ड में मेरे नाम लिखे होने पर ग्राम रिसाली में भी उसके पिताजी से ₹5000 दंड स्वरूप वसूला था।