जिन्हें निकाल दिया गया था नौकरी से, उन नर्सों की डीएमएफ के तहत हुई दोबारा नियुक्ति, स्वास्थ्य एवं बहुद्देशीय कर्मचारी संघ का प्रयास सफल
बालोद। स्वास्थ्य एवं बहुद्देश्यीय कर्मचारी संघ बालोद जिलाध्यक्ष घनश्याम पुरी के पहल से स्टाफ नर्सो की नियुक्ति डी एम एफ फंड के द्वारा दिलाई गई।
जिलाध्यक्ष ने बताया कि कोविड के समय मे सभी स्टॉफ नर्सो ने अपने जान को जोखिम में डालकर जनमानस सेवा की और 2 साल काम करने के बाद इनको नौकरी से निकाल दिया गया था। एन बी एस यू के तहत इनको नियक्ति दी जानी थी मगर इनको अमान्य मानकर उनको निकाल दिया गया। उसके पश्चात स्वास्थ्य एवं बहुद्देशीय कर्मचारी संघ बालोद ने सभी स्टॉफ नर्सो को डी एम एफ फंड में रखने की मांग की गई थी।
बालोद कलेक्टर और मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने इसे तत्काल संज्ञान में लेते हुए सभी स्टॉफ नर्सो को नियुक्ति दी गई।
एकम फाउंडेशन व कोविड में ये स्टाफ नर्स कार्य कर रहे थे। जिनको एनएचएम के द्वारा हटा दिया गया था। संगठन की पहल से मांग की गई थी कि सभी स्टाफ नर्सो को डीएफ फंड ( खनिज न्यास निधि) में रखा जाए।स्वास्थ्य एवं बहुद्देशीय कर्मचारी संघ बालोद घनश्याम पुरी के पहल से एकम फाउंडेशन के स्टॉफ नर्सो को खनिज न्यास निधि से नियुक्ति दी गई। बालोद जिला के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ एस के मंडल का स्वास्थ्य एवं बहुद्देशीय कर्मचारी संघ ने इस नियुक्ति के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया।