राष्ट्रपति वीरता पदक से सम्मानित ओम प्रकाश सेन को पूर्व विधायक भैया राम ने भी किया सम्मानित

बालोद/ गुरुर। मूल निवास नवागांव, कनेरी गुरुर व हाल निवास तरौद, बालोद ब्लाक के रहने वाले एसटीएफ के जवान ओम प्रकाश सेन को हाल ही में 15 अगस्त पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राष्ट्रपति पुलिस वीरता पदक से सम्मानित किया था। तरौद के रहने वाले ओमप्रकाश सेन ने अपनी टीम के साथ मिलकर 12 नक्सलियों को मार गिराया है। इसके पहले भी 2017 में उन्हें वीरता पदक मिल चुका है। जब मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह थे। भूपेश बघेल के मुख्यमंत्री बनने के बाद यह उनका दूसरा वीरता पदक है। ओम प्रकाश सेन बालोद जिले और संजारी बालोद विधानसभा क्षेत्र के रहने वाले हैं इसलिए उनकी वीरता सम्मान को क्षेत्र का गौरव बताते हुए विधायक संगीता सिन्हा व पूर्व विधायक भैया राम सिन्हा ने भी उन्हें विशेष रूप से सम्मानित किया। विधायक कार्यालय में पूर्व विधायक भैया राम सिन्हा, समाजसेवी जयंत किरी सहित अन्य लोगों ने उन्हें क्षेत्र के लिए प्रेरणा स्रोत और गौरव बताते हुए सम्मानित किया और लोगों को भी उनसे इसी तरह देश प्रेम के लिए प्रेरित होने की अपील की गई। बता दें कि नक्सली क्षेत्रों में लगातार कई सालों से पुलिस जवान सेवाएं दे रहे हैं। जो अपनी जान की परवाह न करते हुए नक्सल एनकाउंटर में वीरता दिखाते हुए टीम को सुरक्षित बचाते हैं। ऑन द ग्राउंड आसाधारण वीरता दिखाते हैं। साथ ही कई सालों से नक्सली क्षेत्रों में रहकर अपनी सेवाएं दे रहे हैं। ऐसे बहादुर पुलिस जवानो को भारत सरकार द्वारा वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया जाता है। जिनमें ओमप्रकाश सेन भी हैं। जो वर्तमान में बस्तर के एसटीएफ टीम में कंपनी कमांडर के पद पर पदस्थ हैं। कंपनी कमांडर ओमप्रकाश सेन बीते 12 सालों से ज्यादा समय से नक्सली क्षेत्रों में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। उन्हें हाल ही में राष्ट्रपति पुलिस वीरता पदक 15 अगस्त को प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के हाथों मिला। श्री सेन को दूसरी बार इस पुरस्कार से सम्मानित किए गए। इससे पूर्व 2017 में उन्हें ये पुरस्कार मिल चुका हैं। एसटीएफ कंपनी कमांडर ओमप्रकाश सेन ने बताया कि उनका गृह ग्राम नवागांव है, लेकिन वर्तमान में वो बालोद विकासखंड के ग्राम तरौद में रहते हैं। धर्मपत्नी सीमा सेन ग्राम पंचायत तरौद में सचिव के पद पर हैं।

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