कुरदी के प्रथम नागरिक ने शुरू की है अस्पताल में बच्चे को प्रथम वस्त्र देने का रिवाज, डेढ़ साल में 200 से ज्यादा बच्चों को मिला तोहफा

1 साल में 163 बच्चों को भेंट किया गया प्रथम वस्त्र
बालोद। बालोद जिले के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कुरदी एक ऐसा अस्पताल बन चुका है जहां जन्म लेने वाले हर बच्चे को तोहफे के तौर पर प्रथम कपड़ा (वस्त्र)मिलता है। और यह तोहफा गांव के प्रथम नागरिक यानी सरपंच के द्वारा दिया जाता है। विगत वर्ष 1 दिसंबर से यह पहल लगातार जारी है। इन डेढ़ सालों में 200 से ज्यादा बच्चों को प्रथम कपड़ा भेंट स्वरूप सरपंच द्वारा दिया जा चुका है। चाहे बेटी हो या बेटा हो बच्चों को जब उनकी माताएं अस्पताल से घर ले जाने होती है तो इस दौरान प्रथम वस्त्र भेंट कर सरपंच संजय साहू द्वारा उनका सम्मान किया जाता है। युवा सरपंच के इस सोच ने कई लोगों को नेक काम के लिए प्रेरित भी किया है। 1 अप्रैल 2021 से लेकर इस वर्ष अब तक 163 बच्चों का प्रसव प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में हुआ है । इन सभी बच्चों को उनके द्वारा प्रथम वस्त्र भेंट किया जा चुका है।
यादगार हो जाता है सरपंच द्वारा दिया गया बच्चों के लिए यह तोहफा
बच्चों के पालकों का भी कहना होता है कि जब अस्पताल से छुट्टी होती है तो उनके लिए यह यादगार क्षण हो जाता है। क्योंकि गांव के प्रथम नागरिक सरपंच द्वारा तोहफा दिया जाता है। प्रथम वस्त्र पाकर बच्चों की माताएं भी खुश होती है और यह पहला वस्त्र बच्चों के लिए भी यादगार हो जाता है। सरपंच का कहना है कि उन्हें ऐसा करके सुकून मिलता है और छोटी-छोटी खुशियों में अपनी खुशी ढूंढ लेते हैं । एक अच्छी बात यह भी है कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कुरदी पूरे जिले में प्रसव के मामले में अव्वल है। ऐसे में इस सेवा कार्य करने का अवसर सरपंच संजय साहू को भी बार-बार मिलते रहता है। कुरदी ही नहीं आसपास के कई गांव की महिलाओं को प्रसव पीड़ा के दौरान भर्ती किया जाता है। अधिकतर प्रसव यही होते हैं। कुछ एक केस में जिला अस्पताल या बड़े अस्पताल रिफर करना पड़ता है।
स्वयं के जन्मदिन पर की थी शुरुआत, अब हर बच्चे के जन्म पर दे रहे प्रथम वस्त्र
ग्राम कुरदी के युवा सरपंच संजय साहू ने 2020 में 1 दिसंबर को अपने जन्मदिन पर इस अनूठी पहल की शुरुआत की थी। उन्होंने यह तय किया कि अब गांव के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में जितना भी प्रसव होगा, उन बच्चों को प्रथम कपड़ा वे अपनी ओर से भेंट करेंगे। 1 दिसंबर को उनका जन्मदिन था। इस जन्मदिन को खास बनाने के लिए उन्होंने इस पहल की शुरुआत की। ग्राम खुटेरी से एक महिला को प्रसव के लिए भर्ती कराया गया था। जिनसे जन्मे बच्चे को उन्होंने प्रथम कपड़ा भेंट कर आशीर्वाद दिया। सरपंच संजय साहू ने बताया कि यह पहल अनवरत जारी रहेगा। चाहे वे सरपंच रहे या ना रहे। अब प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रसव में होने वाले हर बच्चे को प्रथम कपड़ा वे अपनी ओर से भेंट करेंगे। ऐसा करके उन्हें काफी सुकून मिला और वह इस पहल को आगे बढ़ा रहें हैं। उन्होंने कहा कि बच्चा जब घर लौटे तो उनके साथ उनके ओर से दिया हुआ यह खास तोहफा भी रहे तो उस परिवार को भी एक खुशी मिलती है। उनके जन्मदिन पर उन्हें अचानक ख्याल आया था कि क्यों न कुछ अलग किया जाए और उन्होंने अपने गांव के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में जाकर जन्मदिन पर जन्मे बच्चे को अपनी ओर से प्रथम कपड़ा भेंट किया था तब से ये सिलसिला जारी है।