बालोद । बालोद जिला व जच्चा बच्चा अस्पताल में मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। तीन-चार दिन पहले यहां तीन मौतें हुई थी। 3 दिन बाद अब फिर मौत हो गई है। यह बच्चा बालोद के ही कुंदरू पारा के रहने वाले शिवेंद्र ठाकुर का बताया जा रहा है। जिनकी पत्नी का पहला बच्चा हुआ था। सिजेरियन प्रसव हुआ था। घटना बीती रात 9:00 बजे की बताई जा रही है। परिजनों ने ड्यूटी के दौरान मौजूद नर्स व डॉक्टर पर अनदेखी और लापरवाही का आरोप लगाया है।
बताया जाता है कि मृतक बच्चा बेटा था। प्रसव के 2 दिन बाद उसकी नाभि से पानी जैसा कुछ तरल पदार्थ बाहर निकल रहा था। इंफेक्शन का खतरा होने पर बच्चे की दादी उसे गोद में उठाकर रात को शिशु गहन चिकित्सा इकाई में ले गई। जहां नर्स को दिखाने पर कहने लगे कि डॉक्टर को एक बार दिखाइए। जब दादी बच्चे को डॉक्टर के पास ले गई तो डॉक्टर ने कहा कि हम सुबह शाम राउंड कर लेते हैं। नर्स द्वारा इस केस को हैंडल किया जाएगा, उनके पास ले जाइए। जब दोबारा नर्स के पास बच्चे को दादी ले गई तब तक बच्चे ने दम तोड़ दिया। देर रात को परिजनों ने जमकर हंगामा किया। अभी भी बच्चे की बॉडी ना लेने की जिद पर अड़े हुए हैं। परिजनों की मांग है कि लापरवाही बरतने वालों को बर्खास्त किया जाए। तभी यहां की व्यवस्था सुधरेगी। एक तरफ जहां जिला प्रशासन व्यवस्था सुधारने की तमाम कोशिश कर रहे हैं तो दूसरी ओर इस तरह कुछ स्टाफ नर्स और डॉक्टर की लापरवाही के चलते लगातार मौत हो रही है। जो बड़ा सवाल बना हुआ है।