पद्मश्री राधेश्याम बारले को मिला डॉ की मानद उपाधि,बालोद जिले में भी हर्ष
बालोद। सेंट मदर टेरेसा युनिवरसिटी, कासा एवं दादा साहेब फाल्के, आइकॉन एवार्ड आर्ग नाइजेशन 2022 कल्याण जी जाना युथ फाउंडेशन के संयुक्त तत्वाधान में हॉलिडे इन हॉटल मयूर विहार नई दिल्ली के फाइफ स्टार हॉटल में आयोजित समारोह के मुख्य अतिथि फघ्घन सिंह कुलस्ते केन्द्रीय राज्यमंत्री इस्पात एवं ग्रामीण विकास भारत सरकार, बॉलीवुड अभिनेता रजामुराद, महाभारत सीरियल के गुरु द्रोणाचार्य समीर शुक्ला, मदर टेरेसा यूनिवर्सिटी के फाउंडर प्रेसीडेंट एवं वाइस चानस्लर डॉ आर विजया सरस्वती के करकमलों से छत्तीसगढ़ के ख्याति नाम पंथी के पुरोधा पद्मश्री राधेश्याम बारले को डॉ की मानद उपाधि प्रदान किया गया। बता दे कि देशभर के 21 महान हस्तियों को सभी क्षेत्रों में विशेष योगदान देने वाले महान हस्तियों को डॉ की मानद उपाधि से सम्मानित किया गया। समारोह में इकलौते पद्मश्री सम्मान से सम्मानित कलाकार थे। डॉ बारले ने जिन्हें लोककला पंथी नृत्य व अन्य लोक विधा के संरक्षण संवर्धन हेतु लोककला आयोजन के माध्यम से लंबे समय से सेवा देते आ रहे है ।
उक्त समारोह दो सत्र में हुआ प्रथम सत्र के मुख्य अतिथि थे भारत सरकार के केंद्रीय मंत्री पुरुषोत्तम रुपाला, डेयरी,पशुपालन, मतस्य पालन, विभाग,भारत सरकार की उपस्थिति में कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। उक्त समारोह में बॉलीवुड के कई नामी कलाकार सभागार में उपस्थित थे । बतादे पद्मश्री डॉ राधेश्याम बारले को इसके पहले छत्तीसगढ़ शासन द्वारा वर्ष 2012 में महामहिम राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी द्वारा गुरु घासीदास सामाजिक दलित चेतना सम्मान,वर्ष 2016 मे तत्कालीन गृह मंत्री श्री राजनाथ सिंह द्वारा डॉ भंवर सिंह पोर्ते आदिवासी सेवा सम्मान,वर्ष 2008 में देवदास बंजारे सम्मान जैसे तीन तीन राज्य अलंकरण प्राप्त करने वाले सतनामी समाज सहित छत्तीसगढ़ के एकमात्र कलाकार है और वर्ष 2021में राष्ट्रपति महामहिम रामनाथ कोविंद द्वारा भारत सरकार के चौथा श्रेष्ठ नागरिक सम्मान पद्मश्री सम्मान से नवाजे जा चुके है। इनके पूर्व बारले जी को धरती पुत्र सम्मान,छत्तीसगढ़ सतनामी रत्न सम्मान, छत्तीसगढ़ कलारत्न सम्मान, कला साधक सम्मान, लाइफ टाइम अचीव मेन्ट एवार्ड, सतनामी गौरव सम्मान, जिला युवा पुरस्कार, पंथी रत्न सम्मान, जैसे सैकड़ो सम्मान से सम्मानित हो चुके है। विगत 17वर्षों से अपने नेतृत्व में प्रदेश के 18 जिलों में लोककला महोत्सव आयोजन के माध्यम से छत्तीसगढ़ के लुप्त होती विधाओ के संरक्षण, संवर्धन हेतु कार्य कर गाँव के सुदूर अंचलो के कलाकारों मंच देने का प्रयास भी करते आरहे है। उक्त सभी आयोजन को छत्तीसगढ़ शासन द्वारा मिनीमाता सम्मान से सम्मानित पंथी व भरथरी के वरिष्ठ लोक गायिका सुश्री अमृता बारले के मार्ग दर्शन व अपने टीम के साथियों के साथ सभी कार्यक्रमो का आयोजन व समय समय पर विभिन्न विषयों पर कार्यशाला भी करते आ रहे। उक्त डॉ की मानद उपाधि के दौरान बड़ी दीदी सुश्री अमृता बारले छत्तीसगढ़ी फ़िल्म अभिनेता डॉ अजय मोहन सहाय सहित बॉलीवुड के कई सितारे,मंत्री विधायक व राज्य सभा सदस्य एवं देशभर जे आये कई कलाकार, साहित्यकार, समाज सेवी मौजूद थे। बता दें कि राधेश्याम बारले जी का ससुराल बालोद जिले के ग्राम सांकरा, जगन्नाथपुर हैं। इस उपाधि पर उनके रिश्तेदारों व ग्रामीणों ने भी हर्ष जताया व समाज ने इसे गौरव की एक और कड़ी बताया। बालोद जिले से श्री बारले का पुराना नाता है।