स्कूलों में अब अनुदान राशि pfms एप्लिकेशन में लिमिट के रूप में आएगी

बालोद। जिले के इकलौते आदिवासी विकासखण्ड डौंडी में समस्त 35 प्राचार्य व 35 संकुल समन्वयकों को दो पाली में जिले के प्रोग्रामर विवेक चन्द्राकर बीआरसी कम्प्यूटर ऑपरेटर नोहर नायक एवम अधिकारियों द्वारा pfms के बारे में प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण में बताया गया कि पूर्व में शालाओ में प्रबन्धन समीति के नाम से खाते खोले गए थे और उस खाते में समस्त अनुदान राशि जारी किए जाते थे और प्रबंधन समिति के अनुमोदन उपरांत बैंक से राशि आहरण किये जाते थे। लेकिन अब आदेशानुसार इस प्रक्रिया को बंद कर दिया गया है। अब सभी ब्लाक/संकुल/शालाओ के खाते जीरो बैलेंस के तहत बैंक ऑफ बड़ौदा में खोले गए हैं। और शासन के pfms के लिमिट प्रणाली में राशि प्रतिदिन सम्बंधित खाते में आएगी और राशि अनाहरण की स्थिति में शाम तक पुनः शासन के खाते में वापस होती जाएगी।

अब इस प्रणाली से राशि कैस के रूप में आहरण न होकर चेकर -मेकर विधि से सम्बंधित विक्रेता के खाते में सीधे ट्रांसफर होगी। यह भी बताया गया कि इस राशि का उपयोग जारी वित्तीय वर्ष के अंत तक कर लेनी है। इस विषय पर प्रोजेक्टर के माध्यम से पूरे प्रक्रिया को बताया गया।
साथ ही वर्तमान में संचालित 100 दिन पठन कौशल व अन्य शैक्षिक गतिविधियों पर चर्चा किया गया। प्रशिक्षण में डीएमसी अनुराग द्विवेदी, एपीसी-खुरश्याम जी, सी बी साहू , बीईओ -के के मेश्राम ,बीआर सी:-देवेन्द्र कुमार पुरोहित, प्राचार्य -जे एल भुआर्य , सोहन साहू, संकुल समन्वयक जेलेन्द्र रामटेके, बसंतमनी साहू, छगन लाल रावटे, नन्नू राम धनकर, योगेंद्रनाथ देवांगन सहित समस्त ब्लाक के विभागीय कर्मचारी उपस्थित थे।

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