Sat. Sep 21st, 2024

EXCLUSIVE- एक ही दिन में तीन मौतों के बाद कलेक्टर ने जिला अस्पताल बालोद का किया आकस्मिक निरीक्षण, मिली कई खामियां, दिए सख्त निर्देश- जो ठीक से काम नही करते उन्हें हटायें, अस्पताल में कई जगह गंदगी देख भड़के, पढ़िए और क्या-क्या हुआ,इधर सोशल मीडिया में लोग दे रहे कैसी प्रतिक्रिया?

बालोद। कलेक्टर जनमेजय महोबे ने मंगलवार को जिला अस्पताल का आकस्मिक निरीक्षण कर जायजा लिया। उन्होंने अस्पताल के प्रवेश द्वार तथा शौचालयों में गंदगी पर कड़ी नाराजगी जतायी। कलेक्टर ने जिला अस्पताल तथा परिसर में सफाई व्यवस्था सुधारने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिस सफाई कर्मचारी का कार्य संतोषजनक नहीं है, उसे हटाएॅ। कलेक्टर ने अस्पताल में मरीजों तथा उनके परिजनों से स्वास्थ्य संबंधी तकलीफों की जानकारी ली और चिकित्सकों को निर्देशित किया कि वे मरीजों का इलाज संवेदनशीलता के साथ करें।
चेम्बर के बाहर नेम प्लेट लगाए डॉक्टर

कलेक्टर ने अस्पताल के विभिन्न वार्डों तथा चिकित्सकों के कक्ष का निरीक्षण किया। उन्होंने चिकित्सकों तथा कर्मचारियों को निर्देशित किया कि वे निर्धारित समय पर अपनी ड्यूटी में उपस्थित रहें। जो चिकित्सक जिस कक्ष में बैठते हैं, वहॉ वे अपना नेम प्लेट लगाएॅ ताकि मरीज को संबंधित चिकित्सक के पास जाने में आसानी हो। उन्होंने अस्पताल में र्प्याप्त दवाईयॉ व ऑक्सीजन सिलेण्डर, ब्लड बैंक आदि की जानकारी ली।

गुटखा पाउच खाकर थूकने वालों से वसूले जुर्माना

कलेक्टर ने अस्पताल की सीढियों तथा रैम्प के आसपास दीवारों पर गुटखा, पाउच के पीक को देखकर अप्रसन्नता व्यक्त की और कहा कि अस्पताल के भीतर किसी व्यक्ति को थूकते पाए जाने पर उससे जुर्माना वसूलने की कार्यवाही करें। कलेक्टर ने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को उक्त स्थलों का रंगरोगन के निर्देश दिए। कलेक्टर ने जिला अस्पताल परिसर में फीवर क्लिनिक का जायजा लिया। वहॉ उन्होंने आज जॉच हेतु आए व्यक्तियों की जानकारी ली। इस अवसर पर सिविल सर्जन डॉ. बी.एल.रात्रे, तहसीलदार रश्मि वर्मा मौजूद थी।

उठ रहे व्यवस्था पर सवाल?


ज्ञात हो कि सोमवार को जिला अस्पताल बालोद में जच्चा-बच्चा की मौत के बाद प्रबंधन की लापरवाही को लेकर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं। तो वही जिला प्रशासन भी अब अस्पताल प्रबंधन को लेकर गंभीर हो गया है और व्यवस्था सुधारने के लिए कड़े निर्देश दिए जा रहे हैं। इसी क्रम में मंगलवार को कलेक्टर जन्मेजय महोबे ने लगातार आ रही अस्पताल की शिकायतों को देखते हुए आकस्मिक निरीक्षण किया और जहां पर जो जो कमियां पाई गई उन्हें सुधारने के निर्देश दिए हैं।

खास तौर से अस्पताल में साफ-सफाई की सही व्यवस्था ना होने पर कलेक्टर भड़के भी तो वहीं डॉक्टरों कि ड्यूटी पर भी गंभीरता दिखाने के निर्देश सिविल सर्जन व अन्य जिम्मेदार अधिकारियों को दिया गया। निरीक्षण के दौरान कलेक्टर सहित अधिकारियों ने अस्पताल के अलग-अलग वार्डो का निरीक्षण किया। इसमें भी बच्चों के बेहतर इलाज को लेकर कलेक्टर ने निर्देशित किया। डॉक्टर को कहा गया कि वे अपने काम जिम्मेदारी से करें। उपलब्ध संसाधनों के हिसाब से जितना बेहतर इलाज हो सकता है वह करें। अपनी ओर से किसी तरह की लापरवाही ना की जाए। अन्यथा उन पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई होगी।

सोशल मीडिया में भी लोग निकाल रहे भड़ास

वाट्सएप्प ग्रुप पर इस तरह आ रहे कमेंट

ज्ञात हो कि सोमवार को यहां पर एक महिला की प्रसव के दौरान मौत व गर्भ में ही 2 बच्चों की दुनिया में आने से पहले मौत से मामला गरमाया हुआ है। पारागांव के ग्रामीणों व मृतक के परिजनों ने यहां जमकर हंगामा किया था। वही लगातार मौतों के बाद से जिला अस्पताल प्रबंधन की व्यवस्था की पोल खुलती नजर आ रही है। सोशल मीडिया तक में भी अस्पताल प्रबंधन की जमकर किरकिरी हो रही है। वही लोग नाराजगी जाहिर कर रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्री तक भी यहां की अव्यवस्था को लेकर मैसेज करके जानकारी दे रहे हैं। तो वहीं डॉक्टरों पर कार्रवाई की मांग भी उठने लगी है।

By dailybalodnewseditor

2007 से पत्रकारिता में कार्यरत,,,,,कुछ नया करने का जुनून, कॉपी पेस्ट से दूर,,,

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