पढ़िए मामला आखिर सांसद मोहन मंडावी, एक अधिकारी को क्यों कहने लगे बदमाश,,,,वीडियो आया सामने?
किस अफसर पर बिफरे थे सांसद?
बालोद। कांकेर लोकसभा क्षेत्र के सांसद मोहन मंडावी ने धान खरीदी व्यवस्था में परिवहन के नाम पर गड़बड़ी करने का आरोप लगाकर स्थानीय शासन-प्रशासन को घेरा है। इसके लिए उन्होंने मुख्य रूप से डीएमओ को दोषी ठहराया है और कार्रवाई की बात भी कही है। डीएमओ राहुल चंद्राकर को रेस्ट हाउस में बुलाकर सांसद ने कड़ी फटकार भी लगाई।
दरअसल में यह मामला उस वक्त तूल पकड़ा जब बुधवार को सांसद सहित जिला भाजपा किसान मोर्चा के अध्यक्ष तोमन साहू सहित भाजपाई गुरुर ब्लाक के ग्राम धनोरा सोसाइटी का औचक निरीक्षण करने के लिए पहुंचे थे। मौके पर धान खुले में रखे हुए थे। कई धान भीग भी चुके थे। जिसमें अंकुरण भी होने लगा था। इस दौरान निरीक्षण पंजी का अवलोकन करने पर पाया गया कि पास में 1 किलोमीटर दूर में धोबनपुरी में संग्रहण केंद्र होने के बावजूद वहां धान ना भेजकर धमतरी जिले में 50 किमी दूर भोयना संग्रहण केंद्र भेजा जा रहा है। इस पर सांसद नाराज हुए और मौके पर मौजूद प्रबंधन पर भी नाराजगी जताते हुए कहा कि यह क्या तरीका है। एक तो धान की सुरक्षा नहीं हो रही, किसानों का नुकसान हो रहा है, उस पर परिवहन में भी लापरवाही बरती जा रही है। यह कमाई का तरीका बना लिया गया है। जानबूझकर ऐसा किया जा रहा है। उन्होंने मीडिया को भी बयान देते हुए कहा कि इस पर मैं कार्रवाई चाहूंगा। कलेक्टर से भी इस पर मैं बात करूंगा। डीएमओ बदमाशी कर रहा है। जो ठीक नहीं है। इस तरह की लापरवाही किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। दौरे से लौटने के बाद सांसद ने बालोद रेस्ट हाउस में डीएमओ को भी बुलाया और उनसे लापरवाही को लेकर जवाब मांगा। प्रत्यक्ष सांसद ने भी डीएमओ को जमकर फटकार लगाई और व्यवस्था सुधारने कहा तो वहीं इस दौरे में शामिल भाजपा किसान मोर्चा के जिला अध्यक्ष तोमन साहू ने भी कहा कि विगत दिनों पीपरछेड़ी व कुछ सोसाइटी में भी गए थे। वहां भी यह शिकायत है कि नजदीक फड़ को छोड़कर दूर फुंडा फड़ में परिवहन किया जाता है। उस समय अधिकारी ने गलती स्वीकार की थी लेकिन अब दोबारा इस तरह से धनोरा सोसाइटी में किया जा रहा है जो कहीं ना कहीं जानबूझकर लापरवाही को दर्शाती है। और परिवहन के नाम पर लाखों का वारा न्यारा का खेल चल रहा है। जानकारी के अनुसार परिवहन भाड़ा में अगर निर्धारित सीमा से कुछ ही दूरी दूसरी जगह पर धान भेजा जाए तो परिवहन कर्ताओं को शासन से ज्यादा राशि भाड़ा शुल्क प्राप्त हो जाती है और इसी नियम का फायदा उठाने के लिए जानबूझकर नजदीक के केंद्रों को छोड़कर दूर के केंद्रों में धान सप्लाई किया जा रहा है। तो वही नजदीक के केंद्रों में भी दूर के खरीदी केंद्र से धान लाया जा रहा है। इस तरह से परिवहन के नाम पर भ्रष्टाचार किया जा रहा है।
सांसद ने कहा कि पहले से मौसम खराब रहने, बारिश होने की चेतावनी दी थी। इसके बाद भी पर्याप्त व्यवस्था नहीं रखी जाती। धनोरा सोसाइटी में हमारे सामने ही कई बोरे धान भीगे हुए थे। पिछले खरीदी सत्र में भी लाखों का नुकसान हुआ। जिसके बाद भी व्यवस्था नहीं सुधारी जाती है। बार-बार सोसाइटी में धान भीगने के बाद भी स्थानीय प्रशासन भी सबक नहीं ले रहा। ना ही परिवहन व्यवस्था सुधर रही है न धान केंद्रों में उनके रखरखाव की व्यवस्था। सांसद ने कहा जब हम निरीक्षण करने गए तब धान को ढंका जा रहा था।
धनोरा में निरीक्षण के दौरान जिला भाजपा किसान मोर्चा के अध्यक्ष तोमन साहू, जिला महामंत्री मनोहर सिन्हा, मंडल अध्यक्ष गुरुर पन्ना साहू, मंडल अध्यक्ष शहर मंडल शशिकांत साहू, युवा मोर्चा महामंत्री आजेंद्र साहू, भोलाराम साहू, अश्वन बारले, चैतराम साहू, ध्रुव कुमार, त्रिलोचन साहू, अटल ठाकुर आदि उपस्थित रहे।
डीएमओ कहने लगे चारो जगह जा रहा धान, रेट है समान
रेस्ट हाउस में सांसद की फटकार के दौरान डीएमओ राहुल चन्द्राकर सफाई देते नजर आए कि जिले के चारो केंद्र में धान भेजा जा रहा है। दूसरे जगह जो धान जा रहा है वहां भी परिवहन रेट उतना ही है।