November 22, 2024

EXCLUSIVE- ऐसा भी होता है?सांसद प्रतिनिधि के नाम से किसी ने फर्जी हस्ताक्षर कर जिला पंचायत सीईओ को जनपद सीईओ के बारे में की शिकायत,देखिये आखिर क्या था मामला, कैसे हुआ खुलासा?


बालोद। जिला पंचायत में फर्जी शिकायतों का दौर भी चलता है। इसका खुलासा उस वक्त हुआ जब पड़कीभाट के रहने वाले सांसद प्रतिनिधि अश्वन बारले के नाम से किसी ने फर्जी हस्ताक्षर व आवेदन बनाकर जनपद सीईओ की मनमानी से संबंधित एक शिकायत कर दी है। इसका खुलासा उस वक्त हुआ जब जिला पंचायत सीईओ तक आवेदन जाने के बाद वहां के स्टाफ द्वारा अश्वन बारले को ही इस संबंध में जानकारी देने के लिए फोन किया गया कि क्या हो गया है ,जो आपने आवेदन लगाया है। तब अश्वन बारले ने बताया कि उन्होंने ऐसा कोई भी आवेदन नहीं लगाया है, ना उन्हें जनपद पंचायत प्रशासन से कोई शिकायत है। जब जिला पंचायत द्वारा उनके नाम पर आवेदन को उन्हें भेजा गया तो उनके भी होश उड़ गए।  उनका नाम और हस्ताक्षर व पदनाम से अज्ञात व्यक्ति द्वारा आवेदन लगाया गया है।

इस बात की जानकारी लगने के बाद सांसद प्रतिनिधि ने स्वयं के लेटर पैड से आवेदन बनाकर जिला पंचायत सीईओ को इस मामले की जांच की मांग की है। उन्होंने कहा है कि कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा उनके नाम और पद का फायदा उठाते हुए उनकी छवि को धूमिल करने के लिए जिला पंचायत सीईओ के नाम से जनपद पंचायत से संबंधित शिकायत की गई है। जबकि उन्होंने ऐसा किया ही नहीं है। उन्होंने जिला पंचायत के सीसीटीवी फुटेज की जांच करने की मांग की है। आवेदन के मुताबिक 28 अक्टूबर तारीख लिखा हुआ है। सांसद प्रतिनिधि का कहना है कि इस दौरान अपने पिता के शोक कार्यक्रम में थे। पिछले दिनों उनके पिताजी गुजर चुके हैं।

 क्या लिखा है आखिर इस आवेदन पत्र में

जिला पंचायत सीईओ के नाम से दिए इस आवेदन में जनपद सीईओ के बारे में लिखा गया है कि वहां पर अधीनस्थ अधिकारी की प्राइवेट गाड़ी को जनपद में उपयोग किया जा रहा है। जो नियम विरुद्ध है। नए वाहन को गैर नियमो का पालन करते हुए भ्रष्टाचार के लिए लगाया जा रहा है। सीईओ की भूमिका संदिग्ध है।

क्या बोले करारोपण अधिकारी

वहीं जब हमने इस पूरे मामले में आवेदन में जिनका नाम आया है, यानी करारोपण अधिकारी सीपी यदु से बात की तो उनका कहना था कि मामले की जानकारी उन्हें भी हाल ही में मिली है। उन्होंने कहा कि जनपद में दौरा के लिए गाड़ी तय किया जाना है। इसके लिए कोटेशन जारी किया गया है। उन्होंने भी फॉर्म भरा है। अभी तक कोटेशन खुला ही नहीं है। लेकिन अश्वन बारले के नाम से फर्जी आवेदन बनाकर किसी ने जिला पंचायत सीईओ से शिकायत की है। जो जांच का विषय है।

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